पंजाब: नहर में बहते मिले हजारों रेमडेसिवीर इंजेक्शन, जांच शुरू
पंजाब से एक लापरवाही भरा मामला सामने आया है। यहां हजारों की संख्या में रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप नहर में बहते हुए मिली।
चंडीगढ़: देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है। कई राज्य रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की किल्लत का सामना कर रहे हैं। ऐसे में पंजाब से एक लापरवाही भरा मामला सामने आया है। यहां हजारों की संख्या में रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप नहर में बहते हुए मिली।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, सलेमपुर गांव के रहने वाले भाग सिंह ने भाखड़ा नहर में रेमडेसिविर इंजेक्शन देखी और इसकी सूचना पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को दी। इसके बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे, जो मामले की जांच कर रहे हैं।
जांच में जुटी टीम
स्वास्थ्य विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर तेजिंदर सिंह के मुताबिक रेमडेसिविर के करीब 671 इंजेक्शन, 1456 से भी अधिक एंटीबायोटिक इंजेक्शन सैफापेराजोन और 849 बिना लेवल वाले इंजेक्शन हैं, जिनके प्रिंट पानी में धुल चुके थे। उन्होंने बताया कि शुरुआत में ये इंजेक्शन नकली लग रहे थे, लेकिन फिलहाल इनकी पुष्टि नहीं हो पाई है और जांच चल रही है।
वैक्सीन पर लिखा था, 'नॉट फॉर सेल'
बताया जा रहा है कि रेमडेसिविर वैक्सीन पर मैन्युफैक्चरिंग डेट मार्च 2021 और एक्सपायरी डेट नवंबर 2021 लिखी है, जिसकी एमआरपी 5400 रुपये है। वहीं सेफोपेराजोन इंजेक्शन पर मैन्युफैक्चरिंग डेट अप्रैल 2021 और एक्सपायरी डेट मार्च 2023 है. सभी टीके सरकारी सप्लाई के लिए हैं, जिन पर फॉर गवर्नमेंट सप्लाई नॉट फॉर सेल भी लिखा हुआ है।