अब राजस्थान में जयंत कांग्रेस को देंगे टेंशन ! रालोद की मांग पर सियासी हलचल तेज...सपा से हो चुकी है तू-तू, मैं-मैं

Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में रालोद की सीटों की मांग को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री त्रिलोकी त्यागी ने बताया कि, पिछली बार भी कांग्रेस के साथ RLD ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा था।

Report :  aman
Update: 2023-10-23 17:19 GMT

अखिलेश यादव, जयंत चौधरी और राहुल गांधी (Social Media)  

Rajasthan Elections 2023: विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA का समय विपरीत चल रहा है। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले पांच राज्यों में होने वाले असेंबली इलेक्शन में सहयोगी दलों में तालमेल की बेहद कमी नजर आ रही है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Election 2023) में सीट शेयरिंग को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच तू-तू, मैं-मैं के बाद अब राजस्थान में राष्ट्रीय लोक दल (RLD) ने सत्ताधारी पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है।  

INDIA गठबंधन में सहयोगी दलों को लेकर आए दिन तकरार की ख़बरें सामने आ रही हैं। कांग्रेस से टकराव की कुछ न कुछ खबरें सामने आ ही जाती हैं। एक तरफ जहां, मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतारकर कांग्रेस की परेशानी बढ़ा दी है, वहीं अब राजस्थान में रालोद प्रमुख जयंत चौधरी (RLD chief Jayant Chaudhary) टेंशन देने के मूड में है। दरअसल, राष्ट्रीय लोकदल ने राजस्थान में दो से अधिक सीटों की मांग की है। जिसके बाद राजस्थान की राजनीति में भी सियासी हलचल तेज है। हालांकि, अभी इस पर कांग्रेस का कोई बयान नहीं आया है।

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RLD कई सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में  

राजस्थान में राष्ट्रीय लोकदल (RLD, Rajasthan) की सीटों की मांग को लेकर रालोद के राष्ट्रीय महामंत्री त्रिलोकी त्यागी (Triloki Tyagi) ने मीडिया को बताया कि, 'पिछली बार भी कांग्रेस के साथ रालोद ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस इलेक्शन में रालोद को भरतपुर (Bharatpur) में जीत मिली जबकि मलपुरा (Malpura) में पार्टी हार गई थी। इस बार भी कांग्रेस के साथ आरएलडी गठबंधन (RLD alliance with Congress) कई सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही इसके नतीजे सामने आएंगे।'

रालोद की मांग, मिले दो से अधिक सीटें

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस, CPM के लिए 4 और RLD के लिए दो सीटें छोड़ सकती है। हालांकि, रालोद राजस्थान में दो से अधिक सीटों की मांग कर रही है। हालांकि, सपा से हाथ जलाए बैठी कांग्रेस इस समस्या का जल्द से जल्द निदान चाहेगी। 

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कैसा रहा था रालोद का पिछले चुनाव में रिजल्ट

राजस्थान की भरतपुर विधानसभा सीट (Bharatpur assembly seat) पर रालोद के डॉ. सुभाष गर्ग ने भाजपा प्रत्याशी विजय बंसल को हराया था। इस सीट पर रालोद के सुभाष गर्ग को 52,869 वोट प्राप्त हुए थे। वहीं, बीजेपी प्रत्याशी विजय बंसल को 37,159 मत प्राप्त हुए थे। इसके अलावा, मालपुरा विधानसभा (Malpura Assembly) के परिणाम की बात की जाए तो बीजेपी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। रालोद तब दूसरे नंबर पर रही थी। तीसरे नंबर पर बसपा कैंडिडेट रहा था। 

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कांग्रेस के लिए क्यों जरूरी सपा-रालोद?

अब सवाल उठता है कि, कांग्रेस नेतृत्व अखिलेश यादव को मनाने में क्यों जुटी है? तो इसका आसान जवाब है कि प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी को हराना INDIA गठबंधन की पहली प्राथमिकता है। ये भी स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश में बिना सपा-आरएलडी के सहयोग के ये संभव नहीं है। लिहाजा, कांग्रेस अखिलेश यादव और जयंत चौधरी को नाखुश कर उत्तर प्रदेश में कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहेगी। 

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