मां-बाप ने ऑक्सफोर्ड में पढ़ाया, नौकरी नहीं मिली तो बेटे ने उन्हीं पर ठोका केस

फैज सिद्दीकी ने इससे पहले 2018 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी पर भी मुकदमा कर 10 करोड़ रुपए का हर्जाना मांगा था। उसका दावा था कि ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई का स्तर अच्छा नहीं था

Update: 2021-03-12 13:42 GMT
सोशल मीडिया से फोटो

नई दिल्ली: संतान को काबिल बनाना हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है। हर अभिभावक चाहते हैं कि उनका बेटा बड़ा होकर उनका सहारा बने। लेकिन, लंदन में रह रहे 41 साल के फैज सिद्दीकी ने अपने पैरेंट्स से ही ताउम्र खर्चा (भरण-पोषण) देने की मांग करते हुए केस दायर कर दिया है। फैज दुबई में रहने वाले जावेद (71) और रक्षंदा (69) का बेटा है।

माता-पिता से सवाल किया था बिग बी ने

कभी अमिताभ अपने असफल होने पर इतने आजिज हो गए थे कि अपने माता-पिता से सवाल कर दिया। ऐसा ही एक सवाल अमिताभ बच्चन ने भी अपने पिता हरिवंश राय बच्चन से किया था। बिग बी जब अपने जीवन की मुश्किलों और संघर्षों से बहुत ही तंग आ गए थे, तब उन्होंने अपने पिता के पास जाकर पूछा कि उन्होंने आखिर क्यों उन्हें पैदा किया? इस सवाल पर हरिवंश राय बच्चन ने बस इतना भर कहा कि मैंने ये सवाल कभी अपने पिता से नहीं पूछा। और जवाब में एक खूबसूरत कविता लिखकर रात में बिग बी के तकिये के नीचे रख दी थी। इस कविता का नाम था 'नयी लीक'।

कोई सहारा नहीं

प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल करने के बावजूद फैज पिछले लगभग 10 साल से बेरोजगार है। उसका कहना है कि वह ट्रेंड लॉयर है। 2011 से उसने काफी कोशिश की, लेकिन कोई अच्छी नौकरी नहीं मिल पाई। ऐसे में माता-पिता के अलावा उसका कोई सहारा नहीं है और उन्हें ही उसकी पूरी जिम्मेदारी उठानी होगी।

 

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ऑक्सफोर्ड से ग्रेजुएट हैं लेकिन वो बेरोजगार

एक उम्र के बाद आदमी अपने माता-पिता का खर्चा उठाना शुरू कर देता है। लेकिन एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है यहां शख्स ने ही अपने माता-पिता के खिलाफ इसलिए केस कर दिया है ताकि वो उसकी जीवनभर आर्थिक मदद करें। 41 साल के फैज सिद्दीकी ऑक्सफोर्ड से ग्रेजुएट हैं लेकिन वो बेरोजगार भी है। अब उसने अपने माता-पिता को अदालत में घसीटा है ताकि वो उसकी जीवनभर वित्तीय सहायता कर सकें।

स्वास्थ्य कारणों से कमजोर

सिद्दीकी का दावा है कि वह पूरी तरह से अपने अमीर माता-पिता पर निर्भर हैं, जो दुबई में हैं। उसका कहना है कि वो अपने माता-पिता से वित्तीय मदद पाने का हकदार है क्योंकि स्वास्थ्य कारणों से वह कमजोर तरीके से बड़ा हुआ।

सिद्दीकी विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद लॉ फर्म्स में भी काम किया है। उसका तर्क है कि उसे पैसे देने से इनकार करना उसके मानवाधिकारों का उल्लंघन होगा। वह 2011 से बेरोजगार है। वर्तमान में वह उसी फ्लैट में रहता है, जो कि उसकी 69 साल की मां और 71 साल के पिता जावेद के स्वामित्व में है। ये फ्लैट मध्य लंदन में हाइड पार्क के पास है।

शिक्षण संस्थान पर ठोका केस

उसके अमीर माता-पिता अपने बेटे को हर सप्ताह 400 पाउंड से अधिक की राशि प्रदान करते हैं और उसके बिलों का भुगतान भी करते हैं। हालांकि वो अब अपने बेटे की इस तरह की मदद कम करना चाहते हैं। सिद्दीकी के मामले को कोर्ट ऑफ अपील में भेजा गया है क्योंकि इसे पिछले साल फैमिली कोर्ट के जज द्वारा खारिज कर दिया गया था।

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फैज सिद्दीकी ने इससे पहले 2018 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी पर भी मुकदमा कर 10 करोड़ रुपए का हर्जाना मांगा था। उसका दावा था कि ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई का स्तर अच्छा नहीं था जिसके चलते वो एक प्रतिष्ठित अमेरिकी लॉ कॉलेज में एडमिशन लेने से चूक गया था। हालांकि फैज के इस केस को भी लंदन की निचली अदालत ने खारिज कर दिया था।

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