Sonbhadra News: 12 घंटे के भीतर बाल विवाह के 3 मामले, कहीं बैरंग लौटानी पड़ी बारात, कहीं रोकनी पड़ी शादी की तैयारी

Sonbhadra News: सूचना मिलने पर पहुंची टीम को कहीं विवाह मंडप, में पाणिग्रहण प्रक्रिया के लिए मंत्रोच्चार-जयमाल होता मिला तो कहीं शादी की तैयारियां की जा रही थीं। फिलहाल तीनों मामलों में शादी पर रोक लगाने के साथ ही, दो बेटियों को जिला मुख्यालय लाकर बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया गया।

Update:2023-05-05 04:25 IST
ससोनभद्र में बाल कल्याण समिति ने बाल विवाह के 3 मामले रोके: Photo- Newstrack

Sonbhadra News: सोनभद्र में बाल विवाह को लेकर जहां लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। वहीं, बृहस्पतिवार को 12 घंटे के भीतर बाल विवाह (दो नाबालिक लड़की और एक नाबालिग लड़के की शादी रचाए जाने का मामला) के तीन मामले सामने आने के बाद हड़कंप की स्थिति बनी रही। सूचना मिलने पर पहुंची टीम को कहीं विवाह मंडप, में पाणिग्रहण प्रक्रिया के लिए मंत्रोच्चार-जयमाल होता मिला तो कहीं शादी की तैयारियां की जा रही थीं। फिलहाल तीनों मामलों में शादी पर रोक लगाने के साथ ही, दो बेटियों को जिला मुख्यालय लाकर बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया गया। समिति के निर्देश पर दोनों नाबालिगों को बाल गृह बालिका में आवासित करा दिया गया।

बैरंग लौटानी पड़ी बारात

बुधवार की रात प्रशासन और पुलिस को सूचना मिली कि शाहगंज थाना क्षेत्र के कपूरा गांव में एक 15 वर्षीय नाबालिग की शादी रचाई जा रही है। इस पर डीएम और एसपी की तरफ से जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश कुमार खैरवार को तत्काल मौके पर टीम भेजने के निर्देश दिए गए। निर्देश के क्रम में महिला शक्ति केंद्र की जिला समन्वयक एवं नोडल साधना मिश्रा, जिला बाल संरक्षण इकाई से ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे, मानव तस्करी रोधी इकाई से मुख्य आरक्षी धनंजय यादव, महिला आरक्षी शालनी वैश्य को तत्काल मौके पर पहुचने के निर्देश दिए गए। टीम के साथ शाहगंज थाने में तैनात एसआई योगेंद्र पांडेय, मुख्य आरक्षी मोहम्मद तोकिर खान भी कपूरा गांव पहुंचे। विवाह मंडप में जहां टीम को पहुंचा देख हड़कंप की स्थिति बन गई।

वहीं मंत्रोच्चार के बीच द्वारचार की रश्म पूरा करने के बाद, जयमाल के साथ ही विवाह की प्रक्रिया अपनाई जा रही थी। टीम ने तत्काल शादी रोकते हुए बालिका के उम्र की जांच की तो पता चला कि पीड़िता की उम्र महज 16 वर्ष है। बाल विवाह को कानूनन अपराध बताते हुए, शादी पर रोक लगा दी गई। इसके चलते जहां दुल्हे को बगैर शादी रचाए ही बारात लेकर वापस होना पडा। वहीं दुल्हन बनी पीड़िता को विधिक अभिरक्षा में लेकर जिला मुख्यालय लाया गया। बाल कल्याण समिति के निर्देश पर उसे बाल गृह बालिका में आवासित करा दिया गया।

पहुंची टीम तो रोकनी पड़ी शादी

इसी तरह बृहस्पतिवार की दोपहर सूचना मिली कि जुगैल थाना क्षेत्र में नाबालिग लडके और नाबालिग लड़की की शादी रचाई जा रही है। सूचना पर टीम जुगैल थाना क्षेत्र के बिजौरा और चैरा इलाके में पहुंची तो पता चला कि बिजौरा इलाके के नाबालिग से चैरा इलाके की नाबालिग लड़की की शादी रचाई जा रही है। दोनों के उम्र की जांच कराई गई तो नाबालिग होने की पुष्टि हुई। इस पर लड़के के घर वालों को बाल विवाह अपराध बताते हुए जहां, मानक उम्र से कम उम्र में शादी करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई।

वहीं लड़की को जिला मुख्यालय लाकर बाल गृह बालिका में आवासित कराया गया। शिकायत की जांच और शादी रोकने की कार्रवाई प्रभारी निरीक्षक जगैल विश्वनाथ प्रताप सिंह की अगुवाई वाली पुलिस टीम और जिला बाल संरक्षण इकाई महिला कल्याण विभाग के आकड़ा विश्लेषण विपिन कुमार कन्नौजिया, संरक्षण अधिकारी गायत्री दूबे, रोमी पाठक, सामाजिक कार्यकर्ती वीणा राव की मौजूदगी वाली टीम की तरफ से की गई।

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