Sonbhadra News: किशोरियों को बिहार में बेचने की कोशिश, बाल कल्याण समिति ने कराया मुक्त, एफआईआर दर्ज
Sonbhadra News: जिला बाल कल्याण समिति की पहल पर जहां छपरा बाल कल्याण समिति की तरफ से उन्हें मुक्त कराया गया। वहीं जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जिले की बाल कल्याण समिति उन्हें सोनभद्र ले लाई। यहां लाए जाने के बाद उन्हें बालिका बाल गृह में आवासित कराया गया है।
Sonbhadra News: सोनभद्र के चोपन थाना क्षेत्र की रहने वाली तीन किशोरियों को बरगलाकर बिहार ले जाने और वहां छपरा में उनको बेचने की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। जिला बाल कल्याण समिति की पहल पर जहां छपरा बाल कल्याण समिति की तरफ से उन्हें मुक्त कराया गया। वहीं जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जिले की बाल कल्याण समिति उन्हें सोनभद्र ले लाई। यहां लाए जाने के बाद उन्हें बालिका बाल गृह में आवासित कराया गया है। परिवारीजनों को इसकी जानकारी दे दी गई है। पीड़ित पक्ष की तरफ से दी गई तहरीर पर ओबरा पुलिस ने धारा 363 और 366 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर प्रकरण की छानबीन शुरू कर दी है।
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काम दिलाने के बहाने ले जाने का आरोप
बताते हैं कि चोपन थाना क्षेत्र की 17 वर्षीय दो मौसेरी बहने और उन्हीं के गांव की एक और किशोरी ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली खनन क्षेत्र में काम करने के लिए आई हुईं थी। आरोप है कि वहां उनकी सोनू नाम के एक युवक से मुलाकात हुई। वह उन्हें दूसरी जगह काम करने पर अधिक पैसा दिलवाने का लालच देकर बिहार के छपरा ले गया। वहां पहुंचने पर उन्हें बर्बादी के दलदल में धकेलने के लिए बेचने का प्रयास शुरू कर दिया गया। किसी तरह लड़कियां उसके चंगुल से छूटकर छपरा पुलिस के पास पहुंची। बताते हैं कि वहां से मामले की जानकारी सोनभद्र बाल कल्याण समिति को हुई। यहां से छपरा बाल कल्याण समिति से संपर्क साधा गया और तीनों लड़कियों को वहां आवासित करा दिया गया।
जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद दो दिन पूर्व उन्हें वहां से सोनभद्र ले जाया गया। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर प्रकरण की जानकारी उनके परिवार वालों को दी गई। जानकारी के बाद पीड़ित पक्ष की तरफ से गुरूवार को इसको लेकर एक तहरीर ओबरा पुलिस को सौंपी गई, जिस पर पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। उधर, जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अखिलनारायण देव पांडेय ने बताया कि फिलहाल तीनों लड़कियां जिले के बालिका बाल गृह में आवासित हैं। उनकी काउंसलिंग कराई जा रही है। परिवार वालों को भी इसकी जानकारी दे दी गई है।