भारत बंद: इन राज्यों में बिगड़ा माहौल, किसानों की चीखों से गूंज रहे ये क्षेत्र

पूरे देश में किसान ने कृषि बिल के खिलाफ हल्ला बोल किया है लेकिन देश के 5 राज्य इस आंदोलन में खुल कर बुलंद आवाज करते दिखे। इनमे पंजाब-हरियाणा, समेत दिल्ली, यूपी-बिहार और महाराष्ट्र का नाम शामिल हैं।

Update: 2020-09-25 06:46 GMT

लखनऊ: मोदी सरकार के कृषि बिल 2020 के खिलाफ किसानों का विरोध बढ़ता जा रहा है। किसानों ने आज इसके खिलाफ भारत बंद का आह्वाहन किया है। वैसे तो पूरे देश में किसान ने कृषि बिल के खिलाफ हल्ला बोल किया है लेकिन देश के 5 राज्य इस आंदोलन में खुल कर बुलंद आवाज करते दिखे। इनमे पंजाब-हरियाणा, समेत दिल्ली, यूपी-बिहार और महाराष्ट्र का नाम शामिल हैं।

31 किसान संगठन कर रहे आंदोलन, इन राजनीतिक दलों का समर्थन

भारत बंद का आगाज देश के 31 किसान संगठनों ने किया है। किसान संगठनों का समर्थन कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, लेफ्ट, टीएमसी, डीएमके, टीआरएस समेत कुल 18 राजनीतिक दल कर रहे हैं। इनके अलावा CITU, AITUC, हिन्द मज़दूर सभा समेत कुल दस केंद्रीय ट्रेड यूनियन ने भी अपना समर्थन बंद को दिया है। सभी किसान बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

किस राज्य में क्या हाल

पंजाब-हरियाणा में रेल रोको आंदोलन

इन दोनों राज्यों में सबसे पहले किसान आंदोलन की शुरुआत हुई। बिल पास होते ही किसान पूर्व सीएम के आवास पर पहुंचे और नारेबाजी शुरु कर दी थी। वहीं गुरूवार से यहां रेल रोको अभियान की शुरुआत की गयी है। ये अभियान तीन दिन चलेगा, जिसमे किसान रेल की पटरियों पर बैठ कर ट्रेनों का आवागमन रोक देंगे।

एक अक्टूबर से अनिश्चितकालीन रेल रोको प्रदर्शन

यहां बिल के व्यापक विरोध के कारण किसानों पर लाठीचार्ज भी हुआ है। हालाँकि पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने प्रदर्शनकारियों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है। साथ ही आज धारा 144 के उल्लंघन पर कोई FIR दर्ज नहीं होगी। इसके अलावा किसान संगठनों ने एक अक्टूबर से अनिश्चितकालीन रेल रोको प्रदर्शन भी शुरू करने का फैसला किया है।

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दिल्ली और एनसीआर में आंदोलन, आप का समर्थन

राजधानी दिल्ली में आज किसान बिल के खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का भी समर्थन मिला है। यहां दोपहर 12 बजे, जंतर मंतर पर किसान बिलों के खिलाफ कांग्रेस प्रदर्शन करेगी। किसानों की ओर से दिल्ली-एनसीआर बॉर्डर बंद करने की चेतावनी दी गई है।

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उत्तर प्रदेश में रास्ते बंद, सड़कों पर बैठे किसान

यूपी में भारतीय किसान यूनियन ने गांव, कस्बे और जिला स्तर पर हाईवे जाम कर दिए हैं। बाराबंकी से बागपत तक किसानों को सड़कों पर देखा जा सकता है। बाराबंकी में भी भारतीय किसान यूनियन (भानू) गुट में भी कृषि बिल के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान किसान नेताओं ने रोड पर जाम लगाया, साथ ही आगजनी भी की। बागपत में नेशनल हाइवे 709 बी पर ट्रेक्टर ट्रॉली लेकर किसान पहुँचे। मोदी सरकार मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए गए। बड़ौत-बागपत-खेकड़ा-रमाला-टटीरी विभिन्न जगहों पर भाकियू कार्यकर्ताओ ने चक्का जाम किया।

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पश्चिम बंगाल-महाराष्ट्र में व्यापक प्रदर्शन

लेफ्ट पार्टी से जुड़े ऑल इंडिया किसान सभा ने पश्चिम बंगाल में बंद बुलाया है। जगह जगह रास्ते रोके गए। इसके अलावा कई छोटे किसान संगठन, मंडी संगठन भी बंद का समर्थन कर रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र में ऑल इंडिया किसान सभा सबसे बड़े किसान ग्रुपों में से एक है। इस संगठन में तीन लाख से अधिक किसान हैं, जिन्होंने राज्य के 21 जिलों में व्यापक प्रदर्शन की बात कही है।

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