न्यूजट्रैक पर सबसे पहले पूर्वानुमानः दूसरे चरण में NDA को बढ़त, BJP रहेगी सबसे आगे

दूसरे चरण का पूर्वानुमान जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि दूसरा चरण क्यों काफी महत्वपूर्ण था। दूसरे चरण में कई हॉट सीटें थीं और कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला दूसरे चरण में ही ईवीएम में कैद हो गया।

Update:2020-11-06 21:09 IST
ग्राउंड जीरो के निदेशक और सीफोलॉजिस्ट शशि शंकर सिंह के मुताबिक दूसरे चरण में एनडीए के महागठबंधन पर भारी पड़ने के आसार हैं।

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली: पूरे देश की निगाहें इस समय बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव पर लगी हुई है। बिहार विधानसभा के दो चरणों का मतदान हो चुका है जबकि तीसरे चरण की 78 सीटों के लिए शनिवार को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 94 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था। दूसरे चरण में कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो चुका है। न्यूजट्रैक आपके लिए सबसे पहले दूसरे चरण का पूर्वानुमान लेकर सामने आया है।

एनडीए को 34 सीटें मिलने की उम्मीद

ग्राउंड जीरो के निदेशक और सीफोलॉजिस्ट शशि शंकर सिंह के मुताबिक दूसरे चरण में एनडीए के महागठबंधन पर भारी पड़ने के आसार हैं। एनडीए की दूसरे चरण में 34 सीटों पर विजय तय दिख रही हैं जबकि महागठबंधन की 27 सीटों पर विजय तय दिख रही है। शशिशंकर सिंह के मुताबिक दूसरे चरण में 18 सीटें जीतकर भाजपा के सबसे आगे रहने का अनुमान है।

दूसरे चरण में थे ये दिग्गज प्रत्याशी

पूर्वानुमान जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि दूसरा चरण क्यों काफी महत्वपूर्ण था। दूसरे चरण में कई हॉट सीटें थीं और कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला दूसरे चरण में ही ईवीएम में कैद हो गया।

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दूसरे चरण में मतदाताओं ने जिन दिग्गजों की किस्मत का फैसला किया है उनमें महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव (राघोपुर), उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव (हसनपुर), नीतीश सरकार के मंत्री नंदकिशोर यादव (पटना साहिब), भाजपा के राणा रणधीर (मधुबन), लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय (परसा), शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा (बांकीपुर), अब्दुल गफूर के नाती आसिफ गफूर (गोपालगंज), लालू प्रसाद यादव के साले व पूर्व सांसद अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव (गोपालगंज) और प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया (बांकीपुर) शामिल हैं।

भाजपा की 18 सीटों पर विजय तय

ग्राउंड जीरो के निदेशक शशि शंकर सिंह के मुताबिक दूसरे चरण में एनडीए को 34 और महागठबंधन को 27 सीटें मिलना तय है। दूसरे चरण में भाजपा ने 46 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे जिनमें 18 सीटों पर भाजपा की विजय तय दिख रही है। 12 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी कड़े मुकाबले में फंसे हुए हैं और इन सीटों पर ऊंट किसी भी करवट बैठ सकता है।

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जदयू को 15 सीटें मिलना तय

जदयू ने दूसरे चरण में है 43 विधानसभा सीटों पर किस्मत आजमाई थी और इनमें से पार्टी को 15 सीटें मिलना तय दिख रहा है। आठ विधानसभा सीटों पर जदयू प्रत्याशी अपने प्रतिद्वंद्वियों से कांटे के मुकाबले में फंसे हुए हैं।

एनडीए में शामिल वीआईपी ने दूसरे चरण में 5 विधानसभा सीटों पर किस्मत आजमाई थी और इनमें से वीआईपी को सिर्फ एक सीट मिलती दिख रही है। दो सीटों पर वीआईपी के प्रत्याशी अपने विरोधियों का डटकर मुकाबला कर रहे हैं और इन सीटों पर कड़ा मुकाबला दिख रहा है। शशि शंकर सिंह ने अनुमान लगाया है कि इस तरह दूसरे चरण में एनडीए को 34 सीटें मिलनी तय हैं जबकि 22 सीटों पर एनडीए के प्रत्याशी कड़े मुकाबले में फंसे हुए हैं।

महागठबंधन 27 सीटों पर मजबूत

यदि महागठबंधन के प्रत्याशियों का विश्लेषण किया जाए तो दूसरे चरण में महागठबंधन को 27 सीटें मिलनी तय दिख रही है जबकि 26 सीटों पर उसके प्रत्याशी कड़े मुकाबले में फंसे हुए हैं।

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दूसरे चरण में राजद ने 56 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे जिनमें से 16 सीटों पर राजद प्रत्याशी विजयी होते दिख रहे हैं। 15 सीटों पर राजद प्रत्याशियों को कड़ा मुकाबला करना पड़ रहा है। कांग्रेस ने दूसरे चरण की 24 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे और इनमें से पार्टी को सिर्फ 5 सीटें मिलनी तय हैं। दूसरे चरण की 8 सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी कड़े मुकाबले में फंसे हुए हैं।

वामदलों का हाल

भाकपा माले ने दूसरे चरण में 6 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिनमें से 2 सीटों पर पार्टी को विजय मिलने का अनुमान लगाया गया है जबकि एक सीट पर पार्टी कड़े मुकाबले में फंसी हुई है। भाकपा और माकपा ने दूसरे चरण की चार-चार विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था और इनमें से दोनों दलों को दो-दो सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। दोनों दलों के एक-एक प्रत्याशी कड़े मुकाबले में फंसे हुए हैं। इस तरह महागठबंधन को दूसरे चरण की 94 सीटों में 27 सीटें मिलनी तय हैं और 26 विधानसभा सीटों पर महागठबंधन के प्रत्याशी कड़े मुकाबले में फंसे हुए हैं।

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गोल हो सकता है लोजपा का डिब्बा

ग्राउंड जीरो के निदेशक शशि शंकर सिंह के मुताबिक दूसरे चरण में लोजपा और निर्दलीयों का डिब्बा गोल हो सकता है। लोजपा दूसरे चरण की चार विधानसभा सीटों पर मुकाबले में दिख रही है जबकि निर्दलीय 5 सीटों पर दम दिखाते दिख रहे हैं।

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