Paris Olympic 2024: सियारी मैदान में जीतने वाली बिहार की विधायक ओलंपिक में फेल, मेडल की टूटी उम्मीदें
Paris Olympic 2024: शॉटगन ट्रेप स्पर्धा में श्रेयसी सिंह से मेडल की उम्मीदें खत्म, 22वें स्थान पर रही श्रेयसी सिंह
Paris Olympic 2024: हम और आपने ऐसे कईं खिलाड़ियों को देखा है, जो खेल के मैदान में अपना लोहा मनवाने के बाद विधानसभा से लेकर संसद तक का सफर तय करते हैं। लेकिन ऐसे बहुत कम खिलाड़ी देखने को मिले हैं, जो पहले तो सियासी मैदान में अपना जलवा दिखाते हैं, फिर खेल के सबसे बड़े महाकुंभ ओलंपिक में पहुंचते हैं। ऐसी ही भारत की एक विधायक इन दिनों पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने पहुंची है। और वो भारत की पहली ऐसी विधायक है, जो विधायकी के बाद ओलंपिक के खेल में पहुंची।
बिहार की विधायक ने तोड़ा मेडल का सपना
जिनका सियासी मैदान में तो जबरदस्त जलवा देखने को मिला और जीत हासिल की। लेकिन बात जब सियानी मैदान के बाहर यानी ओलंपिक के खेलगांव में अपना रूतबा दिखाने की आयी तो ये विधायक फेल हो गई। जी हां... हम यहां पर बिहार राज्य की विधायक श्रेयसी सिंह की बात कर रहे हैं, इस विधायक ने पेरिस ओलंपिक में अपन प्रदर्शन से निराश किया और उनसे पदक की उम्मीदें पूरी तरह से खत्म हो गई है।
बिहार की विधायक श्रेयसी सिंह थी भारत की शॉटगन ट्रेप स्पर्धा की खिलाड़ी
जी हां... बिहार के जमुई से विधायक श्रेयसी सिंह को पेरिस ओलंपिक 2024 का टिकट मिला। इसके बाद ये खिलाड़ी पेरिस में भारत की तरफ से शॉटगन ट्रेप स्पर्धा का प्रतिनिधित्व करने उतरी, लेकिन इनका निशाना चूक गया। श्रेयसी सिंह को 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में भारत का प्रनिनिधित्व करने का मौका मिला। उनके साथ राजेश्वरी देवी भी गई। लेकिन दोनों ही एथलीट का प्रदर्शन उम्मीद के अनुसार नहीं रहा और जहां इस स्पर्धा में राजेश्वरी ने 21वां स्थान हासिल किया, तो वहीं श्रेयस सिंह 22वें स्थान पर रही इसके साथ ही इनके मेडल जीतने की संभावना भी खत्म हो गई।
कौन है श्रेयसी सिंह?
श्रेयसी सिंह सिंह की बात करें तो वो बिहार के पूर्व विधायक दिग्विजय सिंह की बेटी हैं। श्रेयसी इस वक्त बिहार के जमुई विधानसभा क्षेत्र से विधायक है। वो बिहार से इकलौती एथलीट हैं, जिन्हें ओलंपिक के लिए मौका मिला। दरअसल महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में भारत कांस्य पदक विजेता मनु भाकर ने एक और ओलंपिक कोटा हासिल किया था, इस वजह से श्रेयसी सिंह को पेरिस ओलंपिक में एन्ट्री मिल गई। श्रेयसी का प्रदर्शन इस साल इतना खास नहीं रहा है, क्योंकि उन्हें दोहा में खेले गए दोहा में ISSF फाइनल ओलंपिक शॉटगन क्वाहलीफिकेशन चैंपियनशिप के फाइनल में जगह नहीं मिल सकी थी।