ICC World Cup 2023: भारत को वर्ल्ड कप दिलाने वाले कप्तान धोनी जैसा कौन, आइये जाने इस बार किसको होना चाहिए टीम का कैपटन
ICC World Cup 2023: साल के आखिरी महीने के लगभग में भारत में होने वाले क्रिकेट वनडे वर्ल्ड कप 2023 (ICC ODI WC 2023) का शेड्यूल लगभग फाइनल हो चुका है। किसी भी समय इसे जारी किया जा सकता है।
ICC World Cup 2023: पूर्व भारतीय खिलाड़ी और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी क्रिकेट के सबसे सफल कैप्टन में गिने जाते है। बड़े बड़े क्रिकेट एक्सपर्ट भी महेंद्र सिंह धोनी के कैपटेंसी के मुरीद बने हुए है। दरअसल,यह लोगों के लिए केवल महेंद्र सिंह धोनी का प्यार नहीं बोलता है। बल्की महेंद्र सिंह धोनी के मैच में आकंडे इस बात की गवाही देते है। आंकड़े भी इस बात के सबूत है की धोनी जैसा कप्तान टीम इंडिया को अबतक नहीं मिला है। एक कप्तान के तौर पर महेन्द्र सिंह धोनी के करियर में अचीव किए गए, आंकड़ों पर नजर डालें, तो इस खिलाड़ी ने 9 आईसीसी टूर्नामेंट्स (ICC Tournaments) में भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी की है। महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने 3 आईसीसी टूर्नामेंट मैच को अपने नाम किया है।
पूर्व में महेन्द्र सिंह धोनी के अतिरिक्त कपिल देव ही ऐसे भारतीय कप्तान हैं, जो धोनी के समतुल्य है। इन्हीं दोनों की कप्तानी में टीम इंडिया आईसीसी टूर्नामेंट के मैच में खिताब को जीत पाई है। भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 1983 का वनडे वर्ल्ड कप कपील देव के कैपटेंसी में जीता था, कपिल देव उस दौर में भारतीय टीम को अच्छा लीड किया था। महेन्द्र सिंह धोनी और कपिल देव के अलावा कोई भारतीय कप्तान आईसीसी टूर्नामेंट्स में अबतक नहीं जीत पाया है। विराट कोहली का रिकार्ड्स एक कैप्टन के तौर पर प्रभावशाली है लेकिन मैच एक कैप्टन के रूप में विराट कोहली आईसीसी टूर्नामेंट्स के मैच में जीत दिलाने में नाकाम साबित रहे है।
माही जैसा कोई नहीं,
महेंद्र सिंह धोनी को 2007 T20 वर्ल्ड कप के लिए पहली बार एक कैप्टन के रूप में चुना गया था, वहीं उनकी कैपटेंसी में भारत को जीत का खिताब भी मिला था। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट रैंकिंग्स में नंबर-1 पर आ चुकी थी। इसके बाद फिर महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 28 साल बाद वनडे वर्ल्ड कप 2011 में अपने नाम कर जीत हासिल किया था। उसके बाद धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने में भी सफल रही थी, इस नज़रिए से देखा जाए तो महेन्द्र सिंह धोनी एक ऐसे कप्तान हैं, जिनकी कैपटेंसी में भारतीय टीम ,T20 वर्ल्ड कप, वनडे वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीतने में सफल रही थी।
आंकड़े है गवाह
2007 में धोनी 26 साल के थे, जब उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में टी20 वर्ल्ड कप की 6 पारियों में 31 की एवरेज से 154 रन का रिकॉर्ड दिया था। बैटिंग का उनके स्ट्राइक रेट 128 चला गया था।
2007 की बात करें, तो टीम इंडिया के पास गेंदबाजी के अधिक विकल्प थे। धोनी ने कुल 9 गेंदबाजों को आजमाया था और 7 गेंदबाज विकेट लेने में सफल रहे थे। 3 ने 7 से कम की इकोनॉमी से रन दिए थे।
रोहित शर्मा की कैपटैंसी में एक्सपेरिमेंट,
रोहित शर्मा की कप्तानी को लेकर सवाल उठाए जाते रहे हैं कि आखिर कैसे IPL की 5 ट्रॉफी जितने वाला कैप्टन टीम इंडिया को एक भी ICC ट्रॉफी नहीं दिला पा रहा है। बता दें कि इससे पहले पिछले साल नवंबर 2022 में टीम इंडिया रोहित शर्मा की कप्तानी में टी20 वर्ल्ड कप जीतने का मौका भी को चुकी है। टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में भारत को इंग्लैंड ने हराकर ICC ट्रॉफी जीतने का सपना टूट गया था। 2022 के t20 वर्ल्ड कप की बात करें तो 35 साल के कप्तान रोहित शर्मा 6 पारियों में 19 की एवरेज से 116 रन ही बना पाए थे। स्ट्राइक रेट 106 था। रोहित ने पूरे टूर्नामेंट में मात्र 6 गेंदबाजों को ही आजमाया। एक ही गेंदबाज 7 से कम की इकोनॉमी से रन देने में सफल हुआ था।
ये हो सकते थे बेहतर विकल्प,
हार्दिक पांड्या को वेस्टइंडीज दौरे के लिए अगर कैप्टन चुका जाता तो शायद हम कुछ बेहतरीन होने की उम्मीद जता सकते थे। या फिर ऐसा होता कि टेस्ट मैच में उप कप्तान(वाइस कैप्टन) के रूप में अजिंक्य रहाणे को नहीं हार्दिक पांड्या को मौका दिया जाता तब भी हम जीत की उम्मीद कर सकते थे। आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले युवा खिलाड़ियों को भी वेस्टइंडीज दौरे पर मौका मिलना चाहिए, जिन्होंने शानदार प्रदर्शन दिया है। वर्ल्ड कप को ध्यान में रखकर ही इस बार सिलेक्शन कमिटी को टीम तैयार करनी चाहिए।
विराट कोहली और रोहित शर्मा का आखिरी वर्ल्ड कप!
आपको बता दें कि रोहित शर्मा 36 साल के और विराट कोहली 34 साल के है। यह वनडे विश्व कप 2023 इन दोनो खिलाड़ियों के लिए आखिरी वर्ल्ड कप हो सकता है। मैच का यह फॉर्मेट वर्ल्ड कप आईसीसी हर चार सालों में ऑर्गेनाइज करती है। यानी नेक्स्ट वर्ल्ड कप 4 साल बाद 2027 में खेला जाना है, तब तक रोहित शर्मा की उम्र 40 हो जाएगी और विराट कोहली भी 38 साल के हो चुके रहेंगे। ऐसे में एज फैक्टर के कारण दोनों दिग्गज खिलाड़ी पहले ही संन्यास ले सकते हैं। इसलिए भारतीय टीम को आगामी विश्व कप का खिताब जीतकर इन दोनों धुरंधरों को एक शानदार मैच से विदाई देनी चाहिए। साल 2011 में भारत में खेले गए आईसीसी विश्व कप को जीतकर भारतीय टीम ने दिग्गज खिलाड़ी महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को एक मेमोरेबल फेयरवेल दिया था। इसके बाद सचिन ने साल 2013 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट को अलविदा कह कर क्रिकेट से सन्यास ले लिया था। भारत मेजबानी करते हुए विश्व कप में जीत दर्ज करने वाली पहली पहली टीम बनी थी।