Neeraj Chopra ने विश्व चैंपियनशिप जीतकर अभिनव बिंद्रा के साथ इस लिस्ट में हुए शामिल

World Athletics Championships: साल 2008 के ओलंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा ने रविवार, 27 अगस्त को विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा को शुभकामनाएं दी है।

Update:2023-08-28 12:28 IST
Neeraj Chopra Wins Gold Medal in World Athletics Championships 2023(Pic Credit-Social Media)

World Athletics Championships 2023: भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023(World Athletics Championships 2023) में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट बन गए। नीरज चोपड़ा ओलंपिक चैंपियन बनकर पहले से ही एक अनोखे रिकॉर्ड में अभिनव बिंद्रा की बराबरी कर चुके है। बिंद्रा के बाद ओलंपिक पदक(Olympic Medal) और विश्व चैंपियनशिप(world Championships) एक साथ जीतने वाले नीरज इकलौते एथलीट है जो इस लिस्ट में शामिल हुए है।

भारत के अब तक के सर्वश्रेष्ठ निशानेबाजों में से एक बिंद्रा ने यह उपलब्धि तब हासिल की, जब बिंद्रा ने साल 2006 में विश्व चैंपियनशिप जीती और फिर 2008 में बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता।

बिंद्रा ने एथलीट को बधाई दी और सोमवार 28 अगस्त को ट्विटर पर एक शुभकामनाएं देने वाला संदेश साझा किया। बिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा, "नीरज चोपड़ा को बुडापेस्ट में विश्व चैंपियनशिप में जीत हासिल करते हुए देखकर बेहद गर्व हो रहा है। आपका समर्पण और कड़ी मेहनत सभी के लिए प्रेरणा है। बधाई हो, विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा आप जैसे सितारों के साथ भारत चमक रहा है।"

नीरज चोपड़ा के गोल्ड जितने के साथ 2 और भारतीय टॉप 8 में

नीरज चोपड़ा फाइनल में खेलते हुए, अपने पहले प्रयास में बेहतर थ्रो दर्ज करने में विफल रहने के बाद नीरज चोपड़ा ने प्रभावी प्रदर्शन किया। नीरज ने दूसरे अवसर में 88.17 मीटर का थ्रो किया, जिसके बाद वे पाकिस्तान के अरशद नदीम को हराकर विश्व चैंपियनशिप का फाइनल जीतने में सफल रहे। एक और पहली बार, तीन भारतीय शीर्ष आठ में रहे, किशोर जेना (84.77 मीटर) और डीपी मनु (84.14 मीटर) क्रमशः पांचवें और छठे स्थान पर रहे। इससे पहले कभी भी विश्व चैंपियनशिप में तीन भारतीय किसी प्रतियोगिता के टॉप आठ में नहीं रहे थे।

बिंद्रा गोल्ड मेडल के सूखे को मिटाने वाले पहले भारतीय एथलीट

बिंद्रा और नीरज के बीच शुरुआती दिनों से ही करीबी रिश्ता रहा है। अभिनव बिंद्रा को भारत के पहले व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता के रूप में माना जाता है। यह उपलब्धि बिंद्रा ने साल 2008 के बीजिंग ओलंपिक में मेंस की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग स्पर्धा में हासिल की थी। यह जीत व्यक्तिगत जीत नहीं थी, बल्कि भारत के लिए एक ऐतिहासिक पल भी था, क्योंकि ओलंपिक में 100 से अधिक सालों की भागीदारी के बाद भारत का पहला गोल्ड मेडल था। 22 साल के बिंद्रा के करियर में 150 से अधिक पदक जीते हैं, जो बिंद्रा को भारत के सबसे सम्मानित एथलीटों में से एक बनाता है। उनकी प्रशंसाओं में शूटिंग के खेल में उनकी असाधारण सेवाओं के लिए भारत सरकार से प्रतिष्ठित पद्म भूषण पुरस्कार और अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (ISSF) द्वारा ब्लू क्रॉस शामिल है।

ए शॉट एट हिस्ट्री, बिंद्रा के ओलंपिक जर्नी की कहानी

अपनी एथलेटिक उपलब्धियों के अलावा, बिंद्रा ने भारत में खेल नीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और टॉप योजना के साथ अपने काम के माध्यम से एथलीट विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह अभिनव फ्यूचरिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड(Abhinav Futuristics Private Limited) के सीईओ भी हैं, यह एक संगठन है जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी को खेल और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में एक करता है। रोहित बृजनाथ के साथ सह-लिखित , "ए शॉट एट हिस्ट्री: माई ऑब्सेसिव जर्नी टू ओलंपिक गोल्ड", ओलंपिक गौरव की उनकी यात्रा पर एक नज़र डालती है।

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