LANDSLIDE IN KINNAUR: पीएम मोदी ने सीएम जयराम से फोन पर की बात, हादसे की ली जानकारी
जनजातीय जिला किन्नौर में नेशनल हाईवे-पांच पर भारी लैंडस्लाइड के चलते यात्रियों से भरी हुई बस मलबे में दब गई है.
Landslide in kinnaur: हिमाचल में मानसून ने तबाही मचाई हुई है| एक तरफ जहां सभी नदी नाले उफान पर हैं, वहीं, पहाड़ दरकने से कई जगहों में पर सड़कों को काफी नुकसान हो रहा है|
ऐसा ही मामला जनजातीय जिला किन्नौर में नेशनल हाईवे-पांच (National Highway-5) पर भारी लैंडस्लाइड (Heavy Landslide) हुआ है| लैंडस्लाइड के चलते यात्रियों से भरी हुई बस मलबे में दब गई है. बस के अलावा और भी कई वाहन भी मलबे में दब गई हैं. इस हादसे में करीब 50 से 60 लोगों के फंसे होने की आशंका है|
पीएम मोदी ने सीएम जयराम से की फोन पर बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात कर हादसे की जानकारी ली है| पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम जयराम ठाकुर को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है|
अमित शाह ने भी किया ट्वीट
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ''हिमाचल के किन्नौर में भूस्खलन से हुए हादसे के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और आईटीबीपी के डीजी से बात की है| आईटीबीपी की टीमें राहत व बचाव कार्य में पूरी तत्परता से लगी हैं. लोगों की जान बचाना व घायलों को शीघ्र उपचार देना ITBP व स्थानीय प्रशासन की प्राथमिकता है|''
किन्नौर हादसे पर जेपी नड्डा ने जताया दुख
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी किन्नौर हादसे पर दुख जताया है. जेपी नड्डा ने ट्वीट किया, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भूस्खलन की घटना बेहद दुखद है, क्योंकि कई लोगों के फंसे होने की खबर है| बचाव के लिए ITBP की टीमों को लगाया गया है| मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूं कि प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव मदद करें|
भूस्खलन में मलबे के नीचे दबे कई वाहन
बता दें कि भूस्खलन की ये घटना निगुलसारी के पास चैरा नामक स्थान पर हुई| मलबे की जद में आई एचआरटीसी की बस हरिद्वार से किन्नौर के मुरंग जा रही थी| किन्नौर के उपायुक्त आबिद हुसैन सिद्दकी ने फोन पर बताया कि इस भूस्खलन के मलबे के नीचे कई वाहन दब गए हैं| सेना और एनडीआरएफ की टीमों को राहत कार्य के लिए बुला लिया गया है| पहाड़ी से मलबा गिरने का सिलसिला अभी जारी है और इस वजह से बचाव अभियान शुरू करने में मुश्किलें आ रही हैं|