Gorakhpur Ramgarh Tal: गोरखपुर में भी नैनीताल जैसी जगह, राम गढ़ ताल नहीं घूमा तो क्या घूमा आपने
Gorakhpur Famous Lake Ramgarh Tal: इसकी लंबाई 18 किलोमीटर है और इसका वर्तमान क्षेत्रफल 723 हेक्टेयर है। पुराने लोग बताते हैं कि आज जहाँ झील है वहां कभी पहले रामगढ़ नाम का एक गाँव हुआ करता था। जानकारी के अनुसार एक प्राकृतिक आपदा आने के बाद गावं का अस्तित्व समाप्त हो गया और उसकी जगह पर एक बड़ी झील बन गयी जिसे आज रामगढ ताल कहा जाता है।
Gorakhpur Famous Lake Ramgarh Tal: पूर्वी उत्तर प्रदेश का एक शहर है गोरखपुर। यहीं से सूबे के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आते हैं। योगी के सूबे के मुखिया बनने के बड़ा गोरखपुर का लगभग कायाकल्प हो चुका है। यहाँ बहुत से विकास के काम हुए हैं। कई जगहों का पुनरुद्धार कर उन्हें दर्शनीय टूरिस्ट स्पॉट बनाया जा चुका है। इन्ही जगहों में से एक है गोरखपुर का रामगढ ताल (Ramgarh Taal Gorakhpur).
रामगढ़ ताल गोरखपुर शहर में स्थित सबसे बड़ी झील है। यह शहर के तारामंडल क्षेत्र से लेकर मोहद्दीपुर तक फैली हुई है। इसकी लंबाई 18 किलोमीटर है और इसका वर्तमान क्षेत्रफल 723 हेक्टेयर है। पुराने लोग बताते हैं कि आज जहाँ झील है वहां कभी पहले रामगढ़ नाम का एक गाँव हुआ करता था। जानकारी के अनुसार एक प्राकृतिक आपदा आने के बाद गावं का अस्तित्व समाप्त हो गया और उसकी जगह पर एक बड़ी झील बन गयी जिसे आज रामगढ ताल कहा जाता है।
रामगढ़ ताल पहले था जलकुम्भियों का बसेरा
रामगढ़ ताल गोरखपुर शहर के दक्षिण पूर्वी भाग में बाई पास, नेशनल हाईवे और मोहद्दीपुर के बीच स्थित है। आज से लगभग पांच-छह वर्ष पहले रामगढ ताल केवल जलकुम्भियों से भरा रहता था। झील और उसके आस-पास का क्षेत्र केवल मच्छरों से भरा रहता था। रामगढ ताल के दो मुख्य सिरे हैं। एक शहर के तारामंडल की तरफ पड़ता है तो दूसरा शहर के ही एक क्षेत्र मोहद्दीपुर की तरफ। आज से लगभग 20-25 साल पहले तारामंडल वाले क्षेत्र में तो कोई जाना भी नहीं चाहता था। उस तरफ रामगढ ताल की गहराई भी ज्यादा थी। लोगों का मानना था की वो एक सुसाइड पॉइंट भी था।
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योगी ने बदली तस्वीर
गोरखपुर में स्थित गोरखनाथ मंदिर के महंत योगी आदित्यनाथ के सूबे के मुखिया बनने के बाद ना सिर्फ गोरखपुर बल्कि रामगढ ताल की भी किस्मत बदली। हलाकि रामगढ ताल क्षेत्र को विकसित करने का कार्य पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह ने भी किया था। पहले बार रामगढ ताल के चारों तरफ मरीन ड्राइव की तरह एक रोड बनाने की संकल्पना की गयी। लेकिन वीर बहादुर सिंह की मौत के बाद सभी कार्य ठन्डे बस्ते में चले गए। उन कार्यों को अमलीजामा पहनाने का कार्य योगी ने किया। आज रामगढ ताल में आपको जलकुम्भी नहीं साफ़-सुथरा पानी मिलेगा जिसमे वाटर बोट चलाते हुए लोग दिखेंगे। इस झील में आपको कई तरह के माइग्रेटरी बर्ड्स भी मिलते हैं।
आज कहते हैं इसे पूर्वांचल का मरीन ड्राइव
आज यह क्षेत्र एक खूबसूरत टूरिस्ट स्पॉट बन चुका है। मरीन ड्राइव की तरह रामगढ ताल के एक तरफ टू लेन सड़क की चमचमाती सड़क विकसित की गयी है जो विदेशों की तरह रात में शानदार स्ट्रीट लाइट से चमकती है। आज गोरखपुर में कोई भी देश विदेश का सैलानी आता है तो रामगढ ताल जरूर घूमता है। आज इस जगह के चरों ओर शानदार पार्क, फ़ास्ट फ़ूड की दुकानें विकसित हो चुकि हैं। रात में ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं लगती। यहाँ जगह-जगह खूबूसरत लाइट्स के साथ स्पीकर भी लगाए गए हैं, जिस पर सुबह और शाम को भजन सुनने मो मिलता है। यहाँ प्राधिकरण ने कई सेल्फी प्वाइंट बनाये हैं जहाँ लोग खड़े होकर सेल्फी लेना नहीं भूलते।
यहीं पर है उत्तर प्रदेश का पहला वाटर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स
दो वर्ष पहले योगी आदित्यनाथ ने रामगढ ताल झील में ही सूबे का पहला वाटर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का उदघाटन किया था। यह काम्प्लेक्स रामगढ़ ताल के पास 5 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इस वाटर काम्प्लेक्स में वाटर बाइकिंग, बोटिंग, और स्कीइंग की सुविधा उपलब्ध है। यह जगह एक प्रमुख पिकनिक स्पॉट तो है ही इस वाटर काम्प्लेक्स को ऐसे विकसित किया गया है कि इसमें खिलाडी अंतरराष्ट्रीय वाटर स्पोर्ट्स का प्रशिक्षण भी ले सकेंगे।
बोटिंग के लिए रामगढ ताल का नौका विहार पहली पसंद
रामगढ ताल स्थित नौका विहार अब बोटिंग के लिए लोगों की पहली पसंद बन चुका है। यहाँ लोग दूर-दूर से बोटिंग करने आते हैं। शाम होते ही यहाँ पर्यटकों का जमावड़ा लग जाता है। यूथ्स के लिए तो ये जगह पहली पसंद बन चुकी है। अभी कुछ दिनों पहले यहाँ रोइंग कम्पटीशन का भी आयोजन किया गया था। देश भर से आये खिलाडियों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। इसके बाद से इस जगह की लोकप्रियता और बढ़ गयी।