Thekkady Tourist Destination: हाउस बोट से देखिये खूबसूरत शहर, केरला का स्वर्ग है थक्कड़ी

Best Places to Visit in Thekkady: थेक्कडी, केरल, दक्षिण भारत में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। यह एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ स्थान है जिसे घने जंगल, पहाड़ी और पर्वतीय नदियों से घिरा हुआ है। यह स्थान खास रूप से तमिलनाडु और केरल की सीमा पर स्थित है।

Update:2023-08-05 08:20 IST
Best Places to Visit in Thekkady (Photo: Social Media)

Best Places to Visit in Thekkady: रोज़ की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी से दूर सुकून के कुछ पल प्राकृतिक सौंदर्य में दोस्तों या परिवार के संग बिताना चाहते है तो दक्षिण भारत में स्थित खूबसूरत राज्य केरल के थक्कड़ी से बेहतर और कुछ नहीं है। यहाँ घूमकर आप विदेश जाना भूल जायेगे। थेक्कडी, केरल, दक्षिण भारत में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। यह एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ स्थान है जिसे घने जंगल, पहाड़ी और पर्वतीय नदियों से घिरा हुआ है। यह स्थान खास रूप से तमिलनाडु और केरल की सीमा पर स्थित है।

थेक्कडी का प्रमुख आकर्षण पेरियार वन्यजीव अभयारण्य

थेक्कडी का सबसे प्रमुख आकर्षण पेरियार वन्यजीव अभयारण्य है, जो बॉटनिकल विभाग द्वारा प्रबंधित है। यहां पर आपको वन्यजीव, जंगली हाथी, समुद्री सांप, बाघ, चिता और विभिन्न प्रकार के पक्षियों को देखने का अवसर मिलता है। यह एक पर्यटकों के लिए सफारी का एक अच्छा स्थल है। यहां पर्यटक गाइड के साथ बोट से सफारी और जिप्सी सैफारी का आनंद लेते हैं।पेरियार वन्यजीव अभयारण्य में घने जंगल, घाटियों, घास के मैदान और झीलें हैं, जो विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक जीवन को आवास प्रदान करते हैं। यहां पर विभिन्न प्रकार के स्थायी और प्रवासी पक्षी, बाघ, समुद्री साँप, चिता, हाथी, सांभर, नीलगाय, गौर, भालू, वाराह, गाय, लैंगूर, वन्य बैल आदि जीवन पाए जाते हैं।

थेक्कडी के दर्शनीय स्थल

1) पेरियार वन्यजीव अभयारण्य: जैसा कि पहले भी बताया गया, यह एक प्रमुख वन्यजीव अभयारण्य है जिसमें वन्यजीव, जंगली हाथी, बाघ, चिता, पक्षी आदि देखे जा सकते हैं।

2) पेरियार झील: यह एक सुंदर झील है जिसे अभयारण्य के बगीचे के बीच में स्थानांतरित किया गया है। यहां पर बोट से दृश्यविहार का आनंद लिया जा सकता है।

3) चेलारकोट्टे मन्दिर: यह हिंदू मंदिर थेक्कडी के नजदीक स्थित है और स्थानीय धार्मिक महत्व के साथ भारतीय स्थापत्य शैली में बना है।

4) मुरिक्कडी: यह एक प्राकृतिक गांव है जिसे शांतिपूर्वक घूमा जा सकता है। यहां पर अनेक पेड़-पौधों, पर्वतीय दृश्यों और पानी के धारों का आनंद लिया जा सकता है।

5) आनंदमन्दिर: यह एक धार्मिक स्थल है जिसमें एक सुंदर शिव मंदिर स्थित है। यहां पर्वतीय दृश्यों का आनंद लेने के साथ ध्यान और शांति को प्राप्त किया जा सकता है।

6) बुला झील: यह एक छोटी सी झील है जो वन्यजीव अभयारण्य के पास स्थित है। यहां आप भटकते हुए पक्षियों को देख सकते हैं और वन्यजीव से घिरे आनंदमयी वातावरण का आनंद ले सकते हैं।

मसालों की होती है खेती

केरला के थेक्कडी क्षेत्र में मसालों की खेती होती है। यहां प्रमुख रूप से पिप्पली (Black Pepper), चाय (Tea), कार्डमम (Cardamom), कलंजी (Nigella Seeds), वनस्पति तेल (Essential Oils), वन्य धनिया (Coriander), वन्य जीरा (Cumin) और वन्य धूना (Fennel) जैसी मसालें उगाई जाती हैं। पिप्पली खेती थेक्कडी के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इसे खेतों में वाइनचाय (Vine Chaya) नामक बागवानी तकनीक से उगाया जाता है, जिसमें पिप्पली की लता वृक्षों पर बढ़ाया जाता है। पिप्पली के इलाके को गहरा वन्यजीवन, वन्यपशुओं, और विविध पक्षियों के लिए भी जाना जाता है।

चाय की खेती भी थेक्कडी में महत्वपूर्ण धंधा है। यहां की ऊँची बेलढार और ठंडी जलवायु चाय के उत्पादन में मदद करती हैं। चाय के बगीचों का विस्तार खूबसूरत चाय बागों के रूप में देखा जा सकता है। कार्डमम, कलंजी, वनस्पति तेल, वन्य धनिया, वन्य जीरा, और वन्य धूना भी स्थानीय खेतों में उगाए जाते हैं और इनका उत्पादन इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। थेक्कडी के मसालों की खेती स्थानीय किसानों के लिए आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण धंदा है और इन मसालों का स्थानीय बाजार में विपणन किया जाता है। इन मसालों के खास स्वाद के लिए थेक्कडी एक विशेष रुचिकर स्थल बनाता है।

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