Matheran Hill Station: देश का सबसे छोटा और खूबसूरत हिल स्टेशन, जानिए माथेरान के बारे में
Famous Matheran Hill Station: माथेरान एक पहाड़ी शहर है जो महाराष्ट्र राज्य, भारत में स्थित है। यह मुंबई से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर है और पुने से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहाँ आप घुड़सवारी या पैदल यात्रा कर सकते हैं। यहाँ गाड़ी ले जाने पर रोक है।
Famous Matheran Hill Station: अगर आपको एक शांतप्रिय जगह पसंद है बिना किसी गाड़ी और शोर शराबे के तो अपने दोस्तों या परिवार संग वीकेंड पर घूमने जा सकते है महारष्ट्र के एक खूमसूरत हिल स्टेशन माथेरान। यहाँ आप घुड़सवारी या पैदल यात्रा कर सकते हैं। यहाँ गाड़ी ले जाने पर रोक है। शहर के प्रदूषण से मुक्त सयाद्री हिलस के बीच यह जगह देखने योग्य है।
माथेरान एक पहाड़ी शहर है जो महाराष्ट्र राज्य, भारत में स्थित है। यह मुंबई से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर है और पुने से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है। माथेरान एक प्रसिद्ध पर्वतीय पर्यटन स्थल है और यह ग्राम्य और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है। माथेरान का नाम 'माथा' (हेड) और 'ईरान' (जंगल) शब्दों से मिलकर बना है, क्योंकि यह जगह घने वनों से घिरी हुई है और पहाड़ों पर स्थित है। यह एक अद्वितीय पर्वतीय स्थल है जहाँ वाहनों का प्रतिबंध है और यात्री घुड़सवारी या पैदल चलने के रास्तों का आनंद लेते हैं।
माथेरान का इतिहास
माथेरान का इतिहास एक रिच और रूपरेखा से भरपूर है।
1) कोली और मांग माणसों का निवास: आर्कियोलॉजिकल आकलनों से पता चलता है कि माथेरान क्षेत्र में कोली और मांग माणसों का आबादी होने का प्रमाण है। यहाँ के प्राचीन निवासियों की जीवनशैली और संस्कृति का पता चलता है।
2) ब्रिटिश समय का निर्माण: माथेरान को ब्रिटिश समय में हिल स्टेशन के रूप में विकसित किया गया था। 1850 में माथेरान को एक हिल स्टेशन के रूप में ब्रिटिश स्थापित किया गया था, ताकि वे गरमियों के दौरान इस जगह का आनंद उठा सकें।
3) मुंबई से कारखाने तक की रेलवे: 1907 में, माथेरान से कारखाने तक की पहली ट्रेन सेवा की गई थी, जिससे माथेरान को टॉय ट्रेन से जुड़ा गया। यह टॉय ट्रेन सेवा आज भी माथेरान के पर्यटन विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
4) आज का पर्यटन स्थल: 20वीं सदी में माथेरान को पर्यटकों के लिए एक मुख्य आकर्षण बनाया गया। यहाँ की प्राकृतिक सौंदर्य, वन्यजीवों की विविधता और आकर्षक स्थलों ने पर्यटकों को खींच लिया है।
माथेरान में घूमने की जगहें
माथेरान में घूमने की कई जगहें हैं जो प्राकृतिक सौंदर्य और शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद लेने का अवसर प्रदान करती हैं। यहाँ कुछ प्रमुख जगहें हैं जो आपके माथेरान के दौरे को यादगार बना सकती हैं।
1) चार्लोट लेक पॉइंट: यह एक प्रसिद्ध दृश्यावली है जो चार्लोट झील के पास स्थित है। यहाँ से आप बेहद सुंदर समुंद्र दृश्य का आनंद ले सकते हैं। र्लोट लेक पॉइंट से, आपको प्राकृतिक झील के साथ आसमान के रंगीन दृश्यों का आनंद मिलता है।
2) वर्णा झील: यह झील उपजाऊ वनों में स्थित है और यहाँ पर बोटिंग का भी आनंद लिया जा सकता है।
3) एकेला पॉइंट: यह एक अकेले खड़े होकर आसमान की ओर देखने की जगह है, जहाँ से पूरी प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया जा सकता है।
4) माथेरान मार्केट: यहाँ आप स्थानीय हस्पतालों, कला और क्राफ्ट्स की दुकानों में शॉपिंग कर सकते हैं।
5) गारबेट प्वाइंट: यहाँ से समुंद्री दृश्य का आनंद लिया जा सकता है और यह एक पिकनिक स्थल भी है।
6) लूणी पॉइंट: यहाँ से सूर्यास्त का दृश्य देखने का आनंद लिया जा सकता है और यह फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए भी एक अच्छी जगह है। लूणी पॉइंट से, आपको शानदार समुंद्र दृश्य का आनंद लेने का मौका मिलता है, जिसमें सूर्यास्त के समय समुंद्र के दृश्य का आनंद लिया जा सकता है। यह स्थल शांतिपूर्णता का एक अच्छा स्रोत है और यहाँ से आप प्राकृतिक वातावरण का आनंद ले सकते हैं।
7) पोरस पॉइंट: यह एक अद्वितीय वायुमंडल का अनुभव करने की जगह है, जो शांति और सुकून की भावना प्रदान करता है। पोरस पॉइंट से, आपको शानदार प्राकृतिक दृश्यों का आनंद मिलता है, जिसमें पार्वत्य मालेश्वर के प्राकृतिक सौंदर्य का आकर्षण भी शामिल है।
8) माथेरान म्यूजियम: यह म्यूजियम माथेरान की इतिहास और स्थानीय जीवन के बारे में जानकारी प्रदान करता है। माथेरान म्यूजियम में विभिन्न प्रकार की प्राचीन आभूषण, वस्त्र, उपकरण, चित्रकला, और अन्य ऐतिहासिक आवश्यकताएँ देखने को मिलती हैं। यहाँ पर अवशेष रूप से माथेरान और आस-पास के क्षेत्रों के इतिहास, जीवनशैली, और संस्कृति के बारे में जानकारी दी जाती है।
9) गर्मिंदी पॉइंट: यह एक आकर्षणीय पॉइंट है जहाँ से शांति और सुकून का अनुभव किया जा सकता है। खासकर सुबह के समय खूबसूरत सूर्योदय का दृश्य देखने के लिए जाना जाता है। यहाँ पर आपको ध्यान करने के लिए एक छोटा ध्यान केंद्र भी मिल सकता है, जहाँ आप शांतिपूर्णता में समय बिता सकते हैं।
10) पिशर्दी झील: यह झील उपजाऊ वनों के बीच स्थित है और आसपास की सुंदरता का आनंद लेने के लिए एक शांत स्थल है। यह झील पिशर्दी गाँव के पास स्थित है। झील के पास स्थित पिशर्दी गाँव भी आपके दौरे का हिस्सा हो सकता है। यहाँ पर आपको स्थानीय संस्कृति, जीवनशैली और प्राचीनता के बारे में जानकारी मिल सकती है।
11) नेरल माथेरान टॉय ट्रैन: माथेरान की ट्रिप पर टॉय ट्रैन का मज़ा लेना बिलकुल भी मिस न करें। नेरल माथेरान टॉय ट्रेन एक विरासत रेलवे है जो नेरल को माथेरान से 21 किलोमीटर की रेलवे लाइन से जोड़ती है। यह 1900 की शुरुआत में आदमजी पीरभॉय द्वारा निर्मित दो फीट की नैरो गेज रेलवे है जिसे मध्य रेलवे द्वारा चलाया जाता है।
12) प्रबलगढ़ किला माथेरान: प्रबलगढ़ किला का निर्माण मुग़ल साम्राज्य के सम्राट और मराठा साम्राज्य के छत्रपति शिवाजी द्वारा कराया गया था। किले के प्राचीन मंदिर, दरबारी संग्रहालय, और खगोलशाला आदि देखने योग्य स्थान हैं। किले की ऊँचाइयों से आप माथेरान के प्राकृतिक सौंदर्य की अद्वितीय दृश्यावली का आनंद ले सकते हैं। यह किला माथेरान के पर्यापन में स्थित है और आपको इसकी चोटी से चारों ओर की अद्वितीय दृश्यावली का आनंद लेने का अवसर प्रदान करता है।
कैसे पहुंचे माथेरान
1) वाहन से: मुंबई से माथेरान की दूरी लगभग 80 किलोमीटर है। आपके पास अपने वाहन से जाने का विकल्प हो सकता है। आपको जहाँ से भी आना है, आपको आमतौर पर पुणे या नवी मुंबई के दिशा में जाना होगा।
2) रेल से: मुंबई, पुणे और नवी मुंबई से नेरल जंक्शन या पनवेल जंक्शन तक ट्रेन सेवाएँ उपलब्ध हैं। यहाँ से आपको नेरल से माथेरान टॉय ट्रेन से जाना होगा।
3) बस से: महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों से बस सेवाएँ माथेरान तक उपलब्ध हैं। आपको पुणे या मुंबई से माथेरान जाने के लिए बस सेवाएँ मिल सकती हैं।
4) एयर से:नवी मुंबई और पुणे में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे होते हैं जिनसे आपको माथेरान पहुँचने के लिए विकल्प मिल सकते हैं। हवाई अड्डों से नेरल या पुणे तक आने के बाद, आप वाहन से या ट्रेन से माथेरान जा सकते हैं।
5) टैक्सी या कैब: आप टैक्सी या कैब की सेवाओं का उपयोग करके भी माथेरान पहुँच सकते हैं।