VIDEO: ब्रिटिश जोड़े ने ताज के साए में किया प्यार का इजहार, रचाई शादी
जहां ताजमहल मुगल बादशाह शाहजहां और मुमताज महल की मोहब्बत की निशानी के रूप में दुनिया भर में नशहूर है। वहीं एक ब्रिटिश जोड़े ने अपनी मोहब्बत को यादगार बनाने के लिए ताज के साए में शादी रचाई। आज भारतीय लोग भले ही वेस्टर्न कल्चर की तरफ भाग रहे हों लेकिन भारतीय संस्कृति आज भी विदेशी लोगों को खूब भा रही है।
आगरा : जहां ताजमहल मुगल बादशाह शाहजहां और मुमताज महल की मोहब्बत की निशानी के रूप में दुनिया भर में मशहूर है। वहीं एक ब्रिटिश जोड़े ने अपनी मोहब्बत को यादगार बनाने के लिए ताज के साए में शादी रचाई। आज भारतीय लोग भले ही वेस्टर्न कल्चर की तरफ भाग रहे हों लेकिन भारतीय संस्कृति आज भी विदेशी लोगों को खूब भा रही है।
इसका जीता जगता उदाहरण आज ताजनगरी आगरा में देखने को मिला। सिर पर सेहरा सजा के, सुनहरे रंग की शेरवानी और गले में मोतियों की माला पहने जापान के ओलाविया अपनी प्रेमिका अल्को जो कि भारतीय दुल्हन की वेशभूषा में लाल और सुनहरी रंग का लहंगा, हाथों में चूड़ियां और सिर पर टीका, गले में हार जैसे आभूषण पहने आज ताजमहल के साये महताब बाग में पहुंचे।
महताब बाग में फूलों की माला अंदर ले जाने से जोड़े को रोका तो दोनों ने मुहब्बत के प्रतीक ताजमहल के साये में एक दूसरे से प्यार का इजहार कर शादी के वैवाहिक बंधन में बंध गए। इस दौरान दोनों ने जमकर विभिन्न मुद्राओं में फोटो खिंचाकर इस शादी को यादगार बनाया है। अपने हाथों में अल्को का हाथ थामे ओलविया खुशी में डूबे हुए थे। इस विदेशी जोड़े ने ना सिर्फ भारतीय संस्कृति के अनुसार दूल्हा-दुल्हन के वस्त्र पहने बल्कि जापान के ओलविया ने इस दौरान अपना नाम राज और अल्को का नाम सिमरन रख भारतीय संस्कृति के रंग में रंगे नजर आए। वहीँ ब्रिटिश जोड़े को देसी दूल्हा दुल्हन के परिधान में देखकर पर्यटक अपने आप को उनके साथ सेल्फी लेने से भी नहीं रोक पाए।
स्थानीय निवासी का क्या कहना है?
हरी बाबू स्थानीय निवासी का कहना है कि विदेशी युगल ने जिस तरह से भारतीय संस्कृति के अनुरूप दूल्हा और दुल्हन के रूप में तैयार होकर ताज के साए में शादी रचाई। इससे आज भी यह साफ है कि भले ही हम लोग कितना भी पाश्चात्य संस्कृति की और दौड़ रहे हों लेकिन भारतीय संस्कृति विदेशी संस्कृति पर आज भी भारी है।
आगे की स्लाइड्स में देखिए इस जोड़े की अन्य फोटोज और वीडियो ...