RESEARCH: अगर आप भी झेल रहे हैं 'बेरोजगारी', तो मौत तक ले जा सकती है आपको यह बीमारी

Update: 2017-05-02 09:05 GMT

नई दिल्ली: 'जब नौकरी मिलेगी, तो क्या होगा? बदन पे सूट होगा, पांव में बूट होगा, हाथों में गोरी का हाथ होगा' क्या आप भी अक्षय की तरह यह गाना गाते हैं और नौकरी की तलाश में हैं? तो ज्यादा दिन तक नौकरी ना मिलने पर आपको हार्टफेल जैसी बीमारी हो सकती है। ऐसा हम नहीं एक रिसर्च कह रही है।

जी हां, एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि जिन लोगों के पास जॉब नहीं होती है, उन्हें हार्टफेल जैसी जानलेवा बीमारी का खतरा रहता है।

क्‍या है यह रिसर्च: ‘हार्ट फेल्योर 2017’ और ‘चौथे वर्ल्ड कांग्रेस एक्यूट हार्ट फेल्योर’ में पब्लिश हुई एक रिसर्च के अनुसार 20,000 से ज्यादा लोग काम ना होने की वजह हार्टफेल का शिकार हो जाते हैं। जिनमें से 50% लोगों की तो मौत भी हो जाती है। वहीं हार्टफेल के कारण 12% नौकरीपेशा वर्ग के लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट होने की संभावना बनी रहती है।

क्‍या कहना है एक्सपर्ट्स का: कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल डेन्मार्क के चीफ राइटर और डा. रासमस रोइर्थ का कहना है कि नौकरी करने की क्षमता हमारी हेल्दी सेहत की जानकारी और हमारे काम के परफार्मेंस का स्टेटस बताती है। लोगों में बढ़ते काम का प्रेशर डिप्रेशन और सुसाइड जैसी जानलेवा मेंटल प्रॉब्लम्स को बढ़ावा देता है।

आगे की स्लाइड में जानिए और क्या-क्या हैं इस रिसर्च के परिणाम

 

इस वजह से होते हैं हार्टफेल का शिकार

रिसर्च की मानें तो 18 से 60 साल की उम्र के लोगों में हार्ट फेल्योर जैसी बीमारी से मौत की संभावना और अधिक बढ़ जाती है। यह रिसर्च साल 1997 और 2012 के बीच में हुई। जिसमें पाया गया कि 21,455 मरीज़ हार्टअटैक की वजह से और 11,880 मरीज़ 55% काम के बढ़ते प्रेशर की वजह से हार्टफेल जैसी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं।

जबकि 16% नौकरीपेशा लोग और 31% जॉब नहीं करने वाले लोगों की हार्टअटैक से मौत हो जाती है। साथ ही रिसर्च में यह भी पाया गया कि 40% नौकरी करने वाले लोग और 42% नौकरी नहीं करने वाले लोगों को बार-बार हार्टफेल की वजह से हॉस्पिटल के चक्कर काटने पड़ते हैं और जिन लोगों पर ज्यादा काम का प्रेशर नहीं होता हैं, उन लोगों के मौत के आसार कम होते हैं।

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