दिव्यांगों के लिए वरदान है ये कैब सर्विस, क्या आप जानते हैं इसके बारे में
लखनऊ: 3 दिसंबर को विश्व दिव्यांग दिवस है। इस दिन को उनके सम्मान में मनाया जाता है। समाज की मुख्यधारा से वे अलग नहीं हैं इसका एहसास कराया जाता है। फिर भी कहीं ना कहीं उन्हें रोजमर्रा परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है। कभी घर में तो कभी बाहर। उन्हें सहारे की जरुरत पड़ ही जाती है। खासकर कहीं बाहर जाना हो ट्रैवल करना हो तो उन्हें दूसरों पर डिपेंड होना पड़ता है।
आगे की स्लाइड्स में देखें किकस्टार्ट कैब और उसके डिजाइन....
पर अब उनके लिए थोड़ी राहत की खबर है कि मेट्रो सिटी में एक कैब है किक स्टार्ट कैब, जो दिव्यांगों के लिए वरदान है। इस कैब के द्वारा उन्हें उनके गंतव्य तक बिना किसी सहारे के छोड़ा जाता है। ये खुद अपनी मंजिल तय करते हैं।
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किक स्टार्ट एक खास तरह की टैक्सी कैब है जो दिव्यांगों के लिए पब्लिक प्लेस पर लाने ले जाने का काम करते हैं। ये सेवा अभी फिलहाल मेट्रो सिटीज में है खासतौर पर बैंग्लुरू में काम कर रही है। किक स्टार्ट कैब खास तौर पर दिव्यांगों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसमें बस एक फोन करो और कैब आपकी सेवा में हाजिर । इस कैब में सुरक्षा और आराम के साथ एक जगह से दूसरे जगह जा सकते हैं।
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इस किक स्टार्ट कैब की डाटरेक्टर विद्या का कहना है कि ये असमर्थ लोगों की सेवा के लिए खास तौर पर बनाया गया है। ताकि सामाजिक सरोकार के साथ दिव्यांगों को लाभ मिल सके। इसके ड्राइवर भी उन लोगों को ही बनाया जाता है जो असमर्थ है, पर कुछ करना चाहते है। ये कैब सेवा एक कम बेनिफिट में सामाजिक सेवा है।
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