नई दिल्ली। आजकल चुनावी मौसम शुरू होने वाला है। जाहिर है , बहुत से दलों में टूट फूट होगी। बहुत से नेता लोग अपनी अलग पार्टी बना लेंगे और देश में पहले से पंजीकृत पार्टियों की संख्या में इजाफा हो जायेगा।इस समय देश में कुल 2044 ऐसे राजनीतिक दल हैं जो पंजीकृत तो हैं लेकिन गैर मान्यताप्राप्त हैं। इनमे से 40 फीसदी केवल उतरप्रदेश , बिहार और तमिलनाडु में ही हैं।
भारत में गरीबी, नौकरी, समाज, महिलाएं और युवा राजनीतिक दलों के पसंदीदा मुद्दे हैं। इन्हें वे जनहित के मुद्दे बताते हैं। शायद यही वजह है कि कई राजनीतिक दल अपना नाम भी ऐसा रख लेते हैं जिससे वोटर्स को लुभाया जा सके या उन्हें यह बताया जा सके कि हम आपके लिए हैं। देश में ऐसी 2044 रजिस्टर्ड, किंतु गैर-मान्यता प्राप्त पार्टियां हैं। इनका विश्लेषण करने पर एक रोचक जानकारी सामने आई है। इसके मुताबिक देश में सबसे ज्यादा पार्टियों के नाम में समाज या सामाजिक शब्द जुड़ा है। ऐसा ही कुछ विकास, आम, जनता या प्रजा को लेकर भी है।
63 पार्टियों के नाम में लोकतांत्रिक, कांग्रेस या आंदोलन जैसे शब्द
- हरियाणा में 67, पंजाब में 57, मध्यप्रदेश में 48 और गुजरात में 47 गैर-मान्यता प्राप्त दल हैं।
- दिल्ली में हर 70 हजार की आबादी पर एक राजनीतिक पार्टी है। केंद्र शासित प्रदेशों में यह सबसे ज्यादा है।
- 63 पार्टियों के नाम में लोकतांत्रिक, कांग्रेस या आंदोलन जैसे शब्द जुड़ें। इनमें गांधी कांग्रेस भी।
- 40% रजिस्टर्ड पार्टियां सिर्फ तीन राज्यों- उत्तर प्रदेश, बिहार और तमिलनाडु में हैं।
‘गांधी’ से 7 गुना ज्यादा ‘क्रांतिकारी’
कई पार्टियों ने गांधी, क्रांति या क्रांतिकारी शब्द अपने नाम में जोड़ रखा है। दिलचस्प बात यह है कि क्रांतिकारी पार्टियों की संख्या गांधी के नाम वाली पार्टियों से 7 गुना ज्यादा है। इनमें महज़ 12 ने अपने नाम के साथ ‘गांधी’ को जोड़ा है, जबकि 87 पार्टियों के नाम में ‘क्रांति’ या ‘क्रांतिकारी’ लगा हुआ है।
सबसे ज्यादा पार्टियां ‘समाज’ या ‘विकास’ वाली
शब्द | पार्टियों की संख्या |
भारत या भारतीय | 404 |
समाज | 153 |
जनता या प्रजा | 132 |
विकास | 98 |
आम या युवा | 57 |
रोचक नाम वाली पार्टियां भी सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में
पार्टी का नाम | कहां से |
आधी आबादी पार्टी | लखनऊ, उत्तर प्रदेश |
आप सबकी अपनी पार्टी | बिलासपुर, छत्तीसगढ़ |
अंजान आदमी पार्टी | इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश |
बेरोज़गार आदमी अधिकार पार्टी | फ़रीदाबाद, हरियाणा |
अखिल भारतीय राष्ट्रीय परिवार पार्टी | वाराणसी, उत्तर प्रदेश |
ऑल इंडिया गांधी कांग्रेस | बेंगलुरु, कर्नाटक |
अखिल भारतीय गरीब पार्टी | ग़ाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश |
अखिल भारतीय जनसमस्या निवारण पार्टी | नागपुर, महाराष्ट्र |
आज़ादी का अंतिम आंदोलन दल | रायपुर, छत्तीसगढ़ |
आर्थिक व्यवस्था परिवर्तन पार्टी | इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश |
भारत की लोक ज़िम्मेदार पार्टी | लखनऊ, उत्तर प्रदेश |
यूपी में हर साढ़े 4 लाख आबादी पर एक पार्टी
सबसे ज्यादा रजिस्टर्ड राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश में हैं। यहां करीब 20 करोड़ की आबादी पर 433 पार्टियां हैं। यानी हर साढ़े चार लाख आबादी पर एक। दक्षिण में सबसे ज्यादा पार्टियों वाले तमिलनाडु में हर 5 लाख की आबादी पर एक राजनीतिक दल है।
राज्य | पार्टिया | आबादी |
उत्तर प्रदेश | 433 | 20 करोड़ |
दिल्ली | 272 | 1.9 करोड़ |
तमिलनाडु | 140 | 7.2 करोड़ |
बिहार | 120 | 11 करोड़ |
आंध्र प्रदेश | 83 | 4.9 करोड़ |
7 पार्टियों को राष्ट्रीय दल के तौर पर मान्यता
भाजपा, कांग्रेस, बीएसपी, तृणमूल, कांग्रेस, एनसीपी, सीपीआई(एम)
51 पार्टियों को स्टेट पार्टी के तौर पर मान्यता
जेडीयू, सपा, अन्नाद्रमुक और डीमके समेत 51 पार्टियों को स्टेट पार्टी के तौर पर मान्यता है।
(स्रोत-चुनाव आयोग)