लखनऊ: जम्मू-कश्मीर के अतहर आमिर उल शफी खान ने साल 2015 की यूपीएससी की परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल किया है। लखनऊ भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) में ट्रेनिंग ले रहे अतहर का ताल्लुक अनंतनाग जिले से है।
अतहर को यहां काम करने की इच्छा ?
-अतहर ने कहा, मैं जम्मू-कश्मीर कैडर का चुनाव करूंगा।
-अगर मुझे वहां काम करने का मौका मिला तो खुशी होगी।
-उन्होंने कहा कि मैं राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता हूं।
सफलता का श्रेय दिया दादा को
-अतहर ने कहा, मेरी अपनी सफलता का श्रेय मेरे दादा को जाता है।
-उनकी कठिन मेहनत, किसी काम को करने का उनका नजरिया और पैशन से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला। -इसके अलावा कठिन परिश्रम के साथ परिवार और गुरुओं के सपोर्ट के बिना यह संभव ही नहीं था।
पहले प्रयास में आईआरटीएस के लिए चुने गए
अपनी इस कामयाबी पर 23 वर्षीय अतहर ने कहा, 'वे अपने जन्म स्थान कश्मीर से जुड़ना चाहते हैं।' अपने दूसरे प्रयास में 2nd रैंक हासिल करने वाले अतहर ने बताया कि इसके पहले बीटेक फाइनल करते ही उन्होंने साल 2014 के अपने पहले प्रयास में ही आईआरटीएस के लिए चुने गए थे।
शुरू से रहे हैं कुशाग्र
इस प्रतिष्ठित परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल करने वाले अतहर की काबिलियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता हैं कि जैसे ही उन्होंने अपने बीटेक की डिग्री पूरी की वैसे ही उन्होंने यूपीएससी की यह परीक्षा भी क्रैक की थी। अतहर के पास कई मल्टी नेशनल कंपनी (एमएनसी) के ऑफर आए थे लेकिन उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा को प्राथमिकता दी।
प्रोफेसर ने कहा-हैं बेहतर इंसान
आईआरटीएस के प्रोफेसर संजय त्रिपाठी ने बताया कि अतहर एक अच्छे ट्रेनी के साथ-साथ एक बेहतर इंसान हैं। रिजल्ट आने के पहले तक चलने वाली क्लासेज में वे शामिल थे।