बरेली : एक किसान की मौत के बाद उसकी संपत्ति को लेकर घमासान जारी है। किसान की जमीन पर अपना हक जताते हुए पांच पत्नियां सामने आईं हैं। ऐसे में डीएम से लेकर तहसीलदार तक किसी को समझ नहीं आ रहा कि असली वारिस कौन है।
क्या है मामला ?
-गांव भोजीपुरा के पीपलसाना का मामला।
-किसान भगवान दास की पिछले महीने मौत हो गई थी।
-गांव में उसके दो मकान हैं जिनसे करीब दस हजार रुपए किराया आता है।
-साथ ही खेती की अच्छी-खासी जमीन भी है।
पत्नी ने विरासत के लिए दिया था आवेदन
-भगवान दास की मौत के बाद उनकी पत्नी रामकली ने विरासत दर्ज करने के लिए आवेदन किया।
-लेकिन लेखपाल ने ऐसा करने से मना कर दिया।
-बुधवार को रामकली ने डीएम से इस बात की शिकायत की।
-डीएम ने तहसील सदर को मामले की जांच करने को कहा।
चौंकाने वाले तथ्य आए सामने
-जांच में कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं।
-छानबीन में पता चला कि भगवान दास ने 14 शादियां की थी।
-रामकली दूसरे नंबर की पत्नी है।
-तीन अन्य का नाम मुन्नी और एक का नाम शांति है।
डीएम को सौंपी रिपोर्ट
-जांच को पहुंचे राजस्व अधिकारी के सामने पांचों पत्नियों ने भगवान दास की जमीन-जायदाद पर दावा ठोक दिया।
-छानबीन कर लौटी जांच टीम ने डीएम को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
-साथ ही बगैर कोर्ट के फैसले के विरासत दर्ज करने से हाथ खड़े कर दिए हैं।
क्या कहा तहसीलदार ने ?
इस बारे में तहसीलदार खालिद अंजुम ने बताया, भगवान दास ने कई शादियां की हैं। लेकिन हमारे पास पांच की ही जानकारी है। रामकली दूसरी नंबर की पत्नी है। सभी पत्नियां वारिस बनना चाहती हैं। विरासत का फैसला सिर्फ कोर्ट से ही हो सकता है।