यूपी: खाद्यान्न वितरण के पहले दिन इतने करोड़ लोगों को मिला निशुल्क खाद्यान्न
यूपी में खाद्यान्न वितरण अभियान के पहले दिन लगभग दो करोड़ 18 लाख लाभार्थियों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया। कुल वितरित खाद्यान्न में से 65.23 प्रतिशत लाभार्थियों को खाद्यान्न मुहैया कराया गया।
लखनऊ: यूपी में खाद्यान्न वितरण अभियान के पहले दिन लगभग दो करोड़ 18 लाख लाभार्थियों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया। कुल वितरित खाद्यान्न में से 65.23 प्रतिशत लाभार्थियों को खाद्यान्न मुहैया कराया गया। निःशुल्क खाद्यान्न वितरण से लगभग 1.17 करोड़ गरीब और मजदूर लाभान्वित हुए।
गौरतलब है कि बन्द व्यावसायिक व आर्थिक गतिविधियों से प्रभावित गरीबों को राहत पहुंचाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। खाद्यान्न वितरण का यह कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 43,63,678 राशन कार्ड के माध्यम से 1,21,025 मीट्रिक टन से अधिक खाद्यान्न का वितरण किया गया। इसके तहत 24,72,692 राशन कार्ड के माध्यम से 78,947 मीट्रिक टन से अधिक खाद्यान्न का निःशुल्क वितरण किया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा एक अप्रैल, 2020 से खाद्यान्न का वितरण प्रारम्भ किया गया है। इसके अन्तर्गत अन्त्योदय कार्डधारकों, मनरेगा श्रमिकों, श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों तथा नगर विकास विभाग के अन्तर्गत दिहाड़ी मजदूरों को निःशुल्क राशन वितरित हो रहा है। अप्रैल माह के द्वितीय चरण में 15 अप्रैल, 2020 से समस्त कार्डधारकों को 5 किलो प्रति यूनिट की दर से निःशुल्क राशन (चावल) दिया जाएगा।
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सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य
कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत ई-पाॅस से वितरण के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य किया गया है। प्रत्येक उचित दर दुकान पर सैनिटाइजर/साबुन एवं पानी की व्यवस्था की गई है, ताकि हाथ धुलने के उपरांत ही ई-पाॅस का इस्तेमाल हो सके। राशन की दुकानों पर भीड़ न हो और सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे, इसके लिए प्रत्येक दुकानदार को रोस्टर के हिसाब से राशन वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति, परिवार, समुदाय, कस्बा या कॉलोनी को होम क्वॉरण्टीन किया जाता है, तो ऐसी स्थिति में लाभार्थी तक होम डिलीवरी के माध्यम से राशन पहुंचाने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
शासन द्वारा जिलाधिकारियों को राशन वितरण हेतु प्रत्येक उचित दर दुकान हेतु नोडल अधिकारी की नियुक्ति के लिए कहा गया हैं। उचित दर विक्रेता नोडल अधिकारी तथा ग्राम प्रधान की उपस्थिति में राशन का समुचित वितरण सुनिश्चित कराएंगे।