चीन को लगा तगड़ा झटका, 2000 कंपनियों ने उठाया ये बड़ा कदम
भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नोएडा की 2000 औद्याेगिक इकाइयों ने चीन से व्यापारिक रिश्तों को तोड़ दिया है। अब यह कंपनियां ताइवान के साथ हाथ मिलाकर...
नोएडा: भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नोएडा की 2000 औद्याेगिक इकाइयों ने चीन से व्यापारिक रिश्तों को तोड़ दिया है। अब यह कंपनियां ताइवान के साथ हाथ मिलाकर इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स, इंजीनियरिंग क्षेत्र के लिए कंपोनेंट आयात करेंगी और देश में कंपोनेंट इंडस्ट्री का हब भी तैयार करेंगी। बृहस्पतिवार को ताइवान की कई कंपनियों के साथ नोएडा में ई-मेल के जरिए कंपोनेंट आयात का पत्राचार हुआ।
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बता दें कि पिछले 20 वर्ष से नोएडा इलेक्ट्रॉनिक्स हब के रूप में जाना जाता है। यहां पर सैमसंग, एलजी के तमाम आइटम के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रिकल्स कंपोेनेंट सप्लाई होते हैं। इसमें से तमाम कंपोनेंट चीन से रॉ मटेरियल आयात कर निर्मित किए जाते हैं या सीधे निर्मित उत्पाद का आयात चीन से होता आया है। लेकिन पिछले कई माह से जिस प्रकार से कोरोना संक्रमण के बाद चीन पर अवश्विास बढ़ा है, उसके बाद इकाइयों ने चीन से कारोबार न करने का निर्णय लिया था। हाल ही में चीनी सैनिकों की कारगुजारी के बाद नोएडा के औद्योगिक जगत में आक्रोश बढ़ा और उन्होंने व्यापारिक संबंध समाप्त कर लिए। अब ताइवान से तकनीकी हासिल कर देश में ही कंपोनेंट इंडस्ट्री को विकसित करने की योजना है।
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यूएसबी लीड, चार्जर, एडॉप्टर, हेडफोन का आर्डर रद्द
मौजूदा समय में पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्री कंपोनेंट 90 फीसद चीन से आयात होकर आ रहे है, जबकि ताइवान का सिर्फ इसमें दस फीसद योगदान है। नोएडा में तमाम कंपनियां यहां की मोबाइल इंडस्ट्री को यूएसबी लीड, चार्जर, एडॉप्टर, हेडफोन की सप्लाई करती हैं। यह सभी आयटम चीन से आयात होकर आते हैं, जिनको यहां पर एसेम्बलिंग होती है। लेकिन चीन और भारत के बीच बढ़े तनाव के कारण नोएडा की कंपनियों ने अपने ऑडर रद कर दिए और यही ऑर्डर ताइवान को शिफ्ट कर दिया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स-इलेक्ट्रिकल्स पार्टस का ऑर्डर रद
इनमें जैक पिंन, टर्मिनल, कनेक्टर, आरजे कनेक्टर, रेसीटेंस, डायोड, आरएसी कनेक्टर, यूएसबी कनेक्टर, कैपेस्टर, स्मॉल ट्रांसफार्मर, कॉपर क्वाॅइल, सैनेट्री पैड-नैपकीन व मशीन पाटर्स, टायर, झूलों के पार्ट, राइडर्स के छोटे-बड़े सामान, लाइटिंग, बच्चों की ट्रेन व झूले समेत अन्य आइटम शामिल हैं।
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इस मामले पर विपिन कुमार मल्हन, (अध्यक्ष, नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन) ने कहा- कारोबारियों में चीन के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है। यही सटीक समय है, जब आत्मनिर्भर भारत की नींव को राख जा सकता है। इसकी पहल उद्यमियों ने कर दी है।
रिपोर्ट: दीपांकर जैन
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