21 स्वयं सेवी संस्थाओं को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित

आनंदीबेन पटेल ने कहा कि लॉकडाउन शुरू होने के पश्चात प्रदेश व देश में अभूतपूर्व संकट का सामना आम जनता व प्रवासी श्रमिकों को करना पड़ा

Update:2020-11-06 17:47 IST
21 स्वयं सेवी संस्थाओं को राज्यपाल ने प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित (Photo by social media)

लखनऊ: कोरोना महामारी के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली 21 स्वयं सेवी संस्थाओं राज्यपाल ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि केन्द व राज्य सरकारों द्वारा समय रहते सुरक्षात्मक एवं आवश्यक कदम उठाने से प्रदेश में कोरोना से हुई मृत्यु दर देश में सबसे कम है, जो यह दर्शाता है कि हमारे निजी अस्पतालों, चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ ने 8-8 घंटे पी0पी0ई0 किट पहने, बिना कुछ खाये पिये मरीजों की जो देखभाल व सेवा की, यह उसी का परिणाम है कि प्रदेश में मृत्यु दर सबसे कम है।

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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा

आनंदीबेन पटेल ने कहा कि लॉकडाउन शुरू होने के पश्चात प्रदेश व देश में अभूतपूर्व संकट का सामना आम जनता व प्रवासी श्रमिकों को करना पड़ा और ऐसी विकट परिस्थिति में राज्य सरकार व गैर सरकारी संस्थाओं ने मिलकर उनके भोजन, ठहरने व गंतव्य स्थान तक पहुंचाने में परिवहन की व्यवस्था करके उन्हें हर तरह से मदद पहुंचायी, उसके लिए लखनऊ के जिलाधिकारी व यहां की स्वयं सेवी संस्थाएं बधाई की पात्र हैं। ऐसी संस्थाओं का सम्मान करना हमारे लिए भी गौरव की बात है।

felicitation ceremony (Photo by social media)

राज्यपाल ने कहा कि राजभवन ने भी राजभवन के आस-पास तैनात सुरक्षाकर्मियों के लिए चाय, नाश्ता व भोजन का प्रबन्ध कराया। केन्द व राज्य सरकारों द्वारा समय रहते सुरक्षात्मक एवं आवश्यक कदम उठाने से प्रदेश में कोरोना से हुई मृत्यु दर देश में सबसे कम है, जो यह दर्शाता है कि हमारे निजी अस्पतालों, चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ ने 8-8 घंटे पीपीई किट पहने, बिना कुछ खाये पिये मरीजों की जो देखभाल व सेवा की, यह उसी का परिणाम है कि प्रदेश में मृत्यु दर सबसे कम है।

लॉकडाउन ने आपदा को अवसर में बदलने का मौका दिया

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन ने आपदा को अवसर में बदलने का मौका दिया और भारत पी0पी0ई0 किट और मास्क बनाने में आत्मनिर्भर बना और दुनिया के अनेक देशों में यहां से दवा भेजने का भी मौका मिला। यह संस्कृति और संस्कार भारत में है और यहां के लोगों में भी है कि वे संकट में फंसे पड़ोसी की मदद करें।

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2025 तक टीबी रोग से मुक्त भारत की बात की है

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2025 तक टीबी रोग से मुक्त भारत की बात की है तथा इसी क्रम में हमें उत्तर प्रदेश को भी 2025 तक टीबी मुक्त प्रदेश बनाना है। इस कड़ी में आज 21 स्वयं सेवी संस्थाओं ने लखनऊ के क्षय रोग ग्रस्त बच्चों को गोद लेने का पुनीत एवं सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि गोद लिए गए ये बच्चे यथाशीघ्र स्वस्थ होकर एक स्वस्थ जीवन जी सकेंगे।

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इस अवसर पर राज्यपाल ने कोरोना महामारी के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली 21 स्वयं सेवी संस्थाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इससे पहले जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश ने कहा कि पूरे जिले में 1660 बच्चे क्षय रोग ग्रस्त चिन्हित किए गये हैं और जिन स्वयं सेवी संस्थाओं ने लाक डाउन के दौरान जिले में जरूरतमंदों एवं प्रवासी श्रमिकों को भोजन आदि के प्रबंधन में उल्लेखनीय योगदान दिया, उन्हीं संस्थाओं ने टीबी ग्रस्त बच्चों को भी गोद लेने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि गत 30 मई को लखनऊ के बाहर के 2.82 लाख लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था कराने में दिन रात मेहनत कर इन संस्थाओं ने जिला प्रशासन की हर सम्भव सहायता की।

श्रीधर अग्निहोत्री

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