पिता को देख बेटे के आंखोें में आंसुओं का सैलाब, छह साल से बंधक बनाकर सुनाया था तालिबानी फरमान

Update: 2017-02-04 06:15 GMT

(पीड़ित दिनेश) ( पीड़ित दिनेश का बेटा)

आगरा: सैंया पुलिस ने शनिवार एक व्यक्ति को दंबगों के चंगुल से मुक्त कराया। जिसे छह साल तक घर में बंधक बनाकर रखा गया था । तालिबानी सजा में उसे खाने की जगह जनवरों वाला खाना खिलाया जाता था। वहीं उसे इस कदर पीटा गया की वह अपना मानसिक संतुलन भी खो बैठा।

क्या है मामला?

पीड़ित शख्स का नाम दिनेश है। जो झांसी के गरौठा थाना क्षेत्र के खड़वा गांव का रहने वाला है। दबंगों की तालिबानी सजा का शिकार हुए पीड़ित के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि छह साल पहले अपनी पत्नी के साथ मजदूरी कर दिल्ली से घर लौटते समय आगरा रेलवे स्टेशन पर दिनेश किसी काम से ट्रेन से नीचे उतरा था। इसी बीच ट्रेन के छूट जाने के बाद दिनेश परिवार से बिछड़ गया था।

पिता के आंखो में आंसुओं का सैलाब छलक पड़ा

छह साल बाद आगरा की पुलिस ने लापता दिनेश को थाना क्षेत्र के पुरा महराज गांव से ढूंढ निकाला। उससे दिन में एक घंटे सोने के बाद दिन रात काम कराया जाता था। पुलिस ने इस मामले में एक युवक को अरेस्ट किया है। जिससे पूंछताछ की जा रही है। वहीं स्थानीय लोगों की माने तो इस गांव में इस तरह के कई मामले हुए हैं। जहां तीन दर्जन से भी अधिक लोगों को बंधक बनाकर बंधुआ मजदूरी कराई जा रही है। छह साल बाद अपने पिता को देख बेटे के आंखो में आंसुओं का सैलाब छलक पड़ा। बेटे ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की गुजारिश की है।

Tags:    

Similar News