आप सांसद संजय सिंह की अखिलेश यादव से मुलाकात, राजनीतिक गलियारे में बढ़ी हलचल
MP Sanjay Singh Meet Akhilesh Yadav: आप सांसद संजय सिंह सपा कार्यालय पहुंचे। समाजवादी पार्टी के दफ्तर में संजय सिंह अखिलेश यादव से मुलाकात के लिए पहुंचे हैं।
MP Sanjay Singh Meet Akhilesh Yadav: आप सांसद संजय सिंह सपा कार्यालय पहुंचे। समाजवादी पार्टी के दफ्तर में संजय सिंह अखिलेश यादव से मुलाकात के लिए पहुंचे हैं। जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट दफ्तर में दोनों नेताओं के बीच मुलाकात होनी है। अखिलेश से मुलाकात के बाद संजय सिंह ने बताया कि ये मुलाकात अखिलेश यादव के जन्मदिन के बाद शिष्टाचार मुलाकात थी। इस मुलाकात के और कोई मायने नहीं है। उन्होने कहा कि इसके पहले भी संजय सिंह की अखिलेश से मुलाकात होती रही है।
दरअसल, यूपी मे जल्द ही विधानसभा चुनाव होने है। ऐसे में राजनीतिक दलों के बीच सियासी रणनीतियां, गठजोड़ जारी है। वहीं आज आप सांसद संजय सिंह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात करने सपा कार्यालय पहुंचे। दोनो नेताओं के बीच शिष्टाचार मुलाकात हुई। संजय सिंह और अखिलेश के बीच हुई मुलाकात के बाद राजनीति में हलचल बढ़ गई है।
बता दें कि एक जुलाई को अखिलेश यादव का जन्मदिन था। ऐसे में संजय सिंह का कहना है कि वह अखिलेश को जन्मदिन की बधाई देने आए हैं। लखनऊ के गोमतीनगर स्थिति आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने योगी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने धन-बल से पंचायत चुनाव को अधिग्रहित कर लिया है। वहीं चुनाव को निरस्त कराकर दोबारा चुनाव कराना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि लगातार आम आदमी पार्टी का परिवार बढ़ रहा है। जल्द ही आम आदमी पार्टी प्रदेश में अभियान चलाएगी उसमें लगभग 1 करोड़ लोग शामिल होने का लक्ष्य है।
इस बीच पीसीएस संघ के पूर्व अध्यक्ष हरि शंकर पांडे आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। संजय सिंह ने बताया कि इन्होंने पीआईएल के माध्यम से घोटाले का खुलासा किया। वहीं उनहोंने बताया कि प्रोफेशनल वीगिंस का गठन कर सकती है। जिसमें कई पूर्व अधिकारी शामिल हो सकते है। वहीं हरि शंकर पांडेय ने कहा कि हमें इस पार्टी में आने का सिर्फ यहीं उद्देश्य है कि हम जाति और धर्म में बंट गए है। जनता का मुद्दा उठाते है। हम इसीलिए शामिल हो रहे इस पार्टी में जाति धर्म नहीं है।