'आप' ने किया किसान आंदोलन का समर्थन, कृषि कानून को बताया काला कानून

कृषि कानून के विरोध में किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए आप सांसद ने कहा कि बाजार से भण्डारण करके वो अनाज रख लेंगे और जब बाजार में कमी हो जाएगी तब वही अनाज किसानों को महंगे दामो में बेचेंगे।

Update: 2020-09-25 13:38 GMT
'आप' ने किया किसान आंदोलन का समर्थन, कृषि कानून को बताया काला कानून

लखनऊ: आम आदमी पार्टी राज्य सभा सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह ने पिछले दिनों संसद से पारित हुए कृषि कानून को काले कानून की संज्ञा देते हुए कहा है कि पंजाब में बड़े उद्योगपति बड़े-बड़े स्टोर बना रहे है, ऐसे में अब भण्डारण ये उद्योगपति करेंगे या आम किसान करेगा। कृषि कानून के विरोध में किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए आप सांसद ने कहा कि बाजार से भण्डारण करके वो अनाज रख लेंगे और जब बाजार में कमी हो जाएगी तब वही अनाज किसानों को महंगे दामो में बेचेंगे।

सरकार का ये किसान विरोधी बिल-संजय सिंह

संजय सिंह ने कहा कि सरकार का ये किसान विरोधी बिल जमाखोरी, कालाबाजारी और महंगाई तीनो को बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि तीनो बिल में कही पर भी एमएसपी शब्द का जिक्र नहीं है, और सरकार कहती है कि एमसपी मिलेगी। उन्होंने कहा कि अगर मान लीजिए की मैं किसान हूं और एमएसपी न मिलने पर मैं न्यायालय जाता हूं तो हो सकता है मुझे यह जवाब मिले की एमएसपी पर प्रधानमंत्री ने भाषण अच्छा दिया था लेकिन क्यूंकि बिल में इसके बारे में कुछ नहीं कहा गया है तो आपकी यह नहीं मिलेगा।

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किसानों की इस लड़ाई को आप का समर्थन

इधर, आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्य्क्ष सभाजीत सिंह ने कहा है कि चाहे सड़क हो या संसद पार्टी किसानों को उनका हक दिलाने के लिए हर लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने बताया कि किसान विरोधी बिल का विरोध करते हुए किसानों की इस लड़ाई को समर्थन देते हुए पार्टी की यूपी इकाई ने प्रदेश भर में आंदोलन किया। देवरिया,प्रयागराज, मुज्जफरनगर, अम्बेडकर जिलों समेत प्रदेश के कई जिलों में पार्टी ने प्रदर्शन किया।

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किसानों के हक की लड़ाई में समर्थन किया

इस दौरान देवरिया और प्रयागराज में पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ताओ को गिरफ्तार भी किया गया। उन्होंने बताया कि पार्टी ने मुज्जफरनगर में किसान यूनियन के धरने का समर्थन किया और अम्बेडकर जिला इकाई ने भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के प्रदर्शन में शामिल होकर किसानों के हक की लड़ाई में समर्थन किया।

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