बरेली: दरोगा और सिपाही के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस ऑडियो के जरिए खाकी और पशु तस्करों के बीच सांठ-गांठ की बात सामने आई थी। इसे सुनने के बाद आप खुद अंदाजा लगा सकते थे कि यूपी में कैसे खाकी ही अपराध को बढ़ावा दे रही है और मुजरिमों की मददगार बन रही है। मामला शाही थाने की दुनका चौकी का था। 15 फरवरी को छेत्त के एक गांव में सिपाही भारत सिंह ने प्रतिबंधित पशु तस्करों को पकड़ा। इस पर दरोगा अनवर खलील नाराज हो गए। उन्होंने भारत को फोन पर काफी डांटा, जिसके बाद सिपाही भी भड़क गया। दोनों ने एक-दूसरे को जमकर गालियां दी। ये पूरा ऑडियो तीन मिनट 50 सेकेंड का है।
दोनों की बातचीत की ऑडियो स्किप्ट
दरोगा: यार भारत सिंह ये क्या चौकी पर बदतमीजी कर रहे हो कि ये लोग $$$%%$$$ मीट काटेंगे तो इनकी$$$%%$$$ कर देंगे, ये क्या बदतमीजी है ?
सिपाही: घर से पकड़ा है, बंजारे काट रहे सर
दरोगा: अरे भाई, यार देखो तुम न तो पकड़ सकते हो और गलतफहमी अपने दिमाग से निकाल दो। अरे बात अपनी औकात में रहकर कीजिए, ये मत भूलिए, अगर लूज टॉक करोगे तो पुलिस स्टाफ कुछ नहीं करेगा। जूते पड़ते-पड़ते शक्ल नहीं पहचानी जाएगी। ये क्या तुम्हारे बाप के हैं $$$%%$$$ एक मिनट में $$$%%$$$ करके तुम्हारे हाथ में देंगे, 50 मेरे पास चौकी पर खड़े हैं, कहो तो भेज दूं अभी, अपनी औकात में रहो। अपनी औकात मत भूलो सिपटिया की। मुझे आग नहीं लगवानी दुनका में। तुम्हारी औकात नहीं, इनकी $$$%%$$$ काट लो,
सिपाही: (बीच-बीच में जी-जी कहते हुए बात कहने की कोशिश करता रहा) फिर, इसमें सब रिकार्डिंग हो रही है, मैं कप्तान साहब को सुनाऊंगा।
दारोगा: रिकॉर्डिंग में भर गया, तुम कप्तान को सुना देना, तुम इनकी $$$%%$$$ नहीं काट सकते यहां, सुना दो कप्तान को, जहां तुम्हारा जिगर है जाओ, मैं तुम्हारा दिमाग दुरुस्त कर दूं,एक मिनट में।
सिपाही: जी सर।
दरोगा: कहो तो इनको भेज दूं तुम्हारे पास, अपनी औकात मे रहकर नौकरी कीजिए बस।
सिपाही: ऐसा है सर औकात की बात करो।
दरोगा: ऐसा वैसा न कर, कर लें रिकॉर्डिंग और सुना दे जाकर कप्तान को, शक्ल नहीं पहचानी जाएगी, एक मिनट में अभी। बहुत दादागिरी हो गई, बहुत सहन कर लिया। इससे ज्यादा मैं तुम्हे सहन नहीं करुंगा और सबसे पहले मैं ही आकर मारुंगा। ये भी कर ले रिकॉर्ड।
सिपाही: क्या कह रहे हो? अरे सर किसे मारोगे ?
दरोगा: तुझे मारुंगा और किसे ?
सिपाही: अरे, अगर तुम्हारी $$$%%$$$ में दम हो तो आ जाओ मार
दरोगा: गालियां... $$$%%$$$ $$$%%$$$ $$$%%$$$ $$$%%$$$
एसएसपी के नाम पर भी नहीं हुए शांत
फोन पर बात के दौरान सिपाही भारत सिंह ने दरोगा से कहा था कि वो रिकॉर्डिंग कर रहा है और इसे एसएसपी को सुनाएगा। इसके बावजूद चौकी इंचार्ज अनवर खलील चुप नहीं हुए और लगातार गालियां देते रहे।
अधिकारी को भेजी गई रिपोर्ट
थाना प्रभारी महेंद्र सिंह ने बताया कि घटना तीन दिन पुरानी है। मामला संज्ञान में आते ही उच्च अधिकारियो को अवगत करा दिया गया है। चौकी दुनका पर करीब पांच महीने से कोई दरोगा नहीं है, इसलिए दरोगा अनवर खलील को वहां का एडिशनल चार्ज सौंपा गया है। वहीं, इस बारे में एसपी देहात यमुना प्रसाद से बात की गई तो उन्हें इस मामले की कोई जानकारी ही नहीं थी।
क्या कहना है एसएसपी का ?
एसएसपी आरके भारद्वाज के मुताबिक, एसपी देहात के जरिए मामले की जांच की जा रही है। सीओ रिपोर्ट देंगे। बातचीत की पुष्टि है। इसकी तारीख और कुछ अन्य जानकारियों का इंतजार है। रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।
कुछ महीने पहले गई थी एक दरोगा की जान
खाकी और तस्कर गठजोड़ में कुछ महीने पहले फरीदपुर थाने में तैनात दरोगा मनोज मिश्रा की पशु तस्करों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड की गूंज प्रदेश सरकार तक पहुंची थी।