ADR: UP के मतदाताओं ने चुना पढ़े-लिखे करोड़पति मेयर, कईयों पर आपराधिक मामले भी
लखनऊ: यूपी के स्थानीय निकाय खासकर मेयर चुनाव के नतीजे आने के बाद जो तस्वीर उभरकर सामने आयी है उससे यह साफ है कि कम से कम बड़े शहरों में मतदाताओं ने अपेक्षाकृत साफ-सुथरी छवि के पढ़े-लिखों को चुना है। चुने गए मेयरों में बड़ी तादाद करीब 80 फीसदी करोड़पतियों की है।
उत्तर प्रदेश के नवनिर्वाचित महापौर के वित्तीय, आपराधिक व अन्य विवरणों के विश्लेषण के आधार पर तैयार की गयी रिपोर्ट को जारी करते हुए एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) यूपी इलेक्शन वाच के मुख्य समन्वयक संजय सिंह ने गुरुवार (7 दिसंबर) को कहा, कि राज्य के 15 बड़े शहरों में चुने गए मेयरों में चार ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। यह सभी मेयर बीजेपी के टिकट पर चुने गए हैं। गाजियाबाद की महापौर (मेयर) बीजेपी की आशा शर्मा का शपथपत्र उपलब्ध न होने के चलते उन्हें विश्लेषण में शामिल नहीं किया जा सका।
आगरा के मेयर सबसे अमीर
बीजेपी के टिकट पर चुनकर आए 80 फीसदी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा )के दोनों मेयर करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा संपत्ति वाले मेयरों में आगरा से बीजेपी के नवीन जैन 409 करोड़ रुपए, अभिलाषा गुप्ता इलाहाबाद 58 करोड़, लखनऊ से संयुक्ता भाटिया व गोरखपुर से सीताराम जायसवाल 8-8 करोड़ व अलीगढ़ से बसपा के टिकट पर चुने गए मो. फुरकान 7 करोड़ रुपए हैं। सबसे ज्यादा देनदारी घोषित करने वाले निर्वाचित मेयरों में अभिलाषा गुप्ता 17 करोड़ रुपए, उमेश गौतम, बरेली 3 करोड़ व रामतीर्थ सिंघल, झांसी एक करोड़ रुपए हैं।
सबसे कम संपत्ति मथुरा के मेयर की
रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे कम संपत्ति का ब्यौरा देने वाले मथुरा से बीजेपी के मेयर मुकेश 16 लाख रुपए व फिरोजाबाद से इसी दल की नूतन राठौर 11 लाख रुपए रही हैं।
80 फीसदी स्नातक उत्तीर्ण
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार मेयर निर्वाचित हुए 80 फीसदी की शैक्षणिक योग्यता स्नातक या इससे उपर है। कुल निर्वाचित मेयरों में छह की शैक्षणिक योग्यता परास्नातक व एक की डॉक्टरेट है।
आगरा के मेयर आपराधिक मामलों में भी अव्वल
घोषित आपराधिक मामलों के हिसाब से इलाहाबाद की अभिलाषा गुप्ता पर गंभीर आईपीसी की धाराओं में दो मुकदमे दर्ज हैं। वहीं, आगरा के नवीन जैन पर चार मुकदमे दर्ज हैं। कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे व अयोध्या से इसी पार्टी के ऋषिकेश पर एक-एक मुकदमे दर्ज हैं।