58 साल बाद पुलिस चौकी को मिली अपनी छत, अभी तक ऐसे हो रहा था काम
58 सालों से उधार के भवन में चल रही जिले के कौड़िया थाना क्षेत्र में दुबहा बाजार पुलिस चौकी के पुलिस कर्मियों और क्षेत्रीय जनता को बड़ी सौगात मिली है। इ
गोंडा: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच जहां पूरा देश लॉकडाउन में है। संकट के कारण देश प्रदेश समेत तमाम जिले के सभी काम ठप पड़े हैं। वहीं 58 सालों से उधार के भवन में चल रही जिले के कौड़िया थाना क्षेत्र में दुबहा बाजार पुलिस चौकी के पुलिस कर्मियों और क्षेत्रीय जनता को बड़ी सौगात मिली है। इस पुलिस चौकी को अब अपना भव्य भवन मिलने वाला है। जन सहयोग से अब इसके लिए भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ हो गया है। इसको लेकर पुलिस कर्मियों के साथ-साथ क्षेत्रीय जनता में काफी उत्साह है।
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58 साल पहले डिप्टी स्पीकर, विधायक से हुई थी मांग
बताया जाता है कि वर्ष 1962 में उप्र विधानसभा के तत्कालीन डिप्टी स्पीकर व मनकापुर राजघराने के राजा देवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ़ लल्लन साहब तथा क्षेत्रीय विधायक गंगा बरवार क़स्बा दुबहा बाज़ार आये थे। तब यहां के तत्कालीन प्रधान गोली मल ने उन्हें अवगत कराया था कि यह कस्बा कौड़िया थाने से काफी दूर है तथा जिले से मिलने वाली बहराइच जिले की सीमा पर स्थित है। सुदूर क्षेत्र के कारण पुलिस के लिए पहुंचना अत्यंत कठिन है। इसलिए यहां पर क्षेत्रीय लोगों ने हमेशा असुरक्षा की भावना बनी रहती है। ऐसी स्थिति में कस्बे में पुलिस चौकी स्थापित किये जाने की विशेष आवश्यकता है।
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खपरैल के जर्जर भवन में खुली थी चौकी
क्षेत्रीय जनता और प्रधान के मांग को गंभीरता से लेते हुए डिप्टी स्पीकर, विधायक ने पुलिस अधीक्षक को चौकी स्थापना का आदेश दिया था। इस पर जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने मौके पर ही दुबहा बाजार के नाम से पुलिस चौकी बनाने की घोषणा करके पुलिस चौकी के प्रधान आरक्षी के पद पर कौड़िया थाने के सिपाही श्रीराम सिंह की तैनाती भी कर दिया था।
ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस चौकी एक खपरैल के मकान में संचालित कर दी गई। विभाग द्वारा जिले की अंतिम सीमा पर स्थापित इस चौकी पर कौड़िया थाना क्षेत्र के सेहरियाकला, कटुवानाला, धर्मपुर, भंगहरिया पूरे मितई, नेवादा हासिमपुर, छपरतल्ला, भंगहरिया भगवानपुर, अहियाचेत, उडिला, चैनापुर, दुबहा बाज़ार, पूरेनिधि व सिसईया दलेल को मिलाकर 13 गांवों की सुरक्षा का दायित्व सौंपा गया। यहां ग्रामीणों की मांग पर डिप्टी स्पीकर, विधायक द्वारा कस्बे में पुलिस चौकी के साथ-साथ जूनियर हाईस्कूल की भी स्थापना कराई गई।
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33 साल पहले सामुदायिक भवन में हुई शिफ्ट
ग्रामवासी और कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह के प्रतिनिधि सुनील सिंह बताते हैं कि 33 साल पहले वर्ष 1987 में खपरैल का भवन ढह गया तो विभागीय अधिकारियों के निर्देश पर कस्बे के तत्कालीन प्रधान रामेश्वर सिंह द्वारा निर्माण कराये गये सामुदायिक केन्द्र के भवन में पुलिस चौकी को शिफ्ट कर दिया गया था। तभी से अब तक पुलिस चौकी उसी के तीन कमरों में चल रही है।
सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील इस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मी तमाम असुविधाओं का सामना करते रहे। विभागीय स्तर पर अनेक बार चौकी के भवन निर्माण के लिए प्रयास भी हुए लेकिन नतीजा सार्थक नहीं ही रहा। चौकी का अपना भवन न होने और पर्याप्त स्थान न होने से यहां कार्यरत कर्मियों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ता था। अपनी पीड़ा लेकर आने वाले फरियादियों को भी परेशानी होती है।
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चौकी प्रभारी की पहल पर निर्माण शुरु
हाल में पुलिस अधीक्षक आरके नय्यर के निर्देश पर चौकी प्रभारी ऋषिकेश मणि त्रिपाठी ने चौकी के भवन निर्माण कराने के लिए विशेष पहल की। जिस पर कस्बे के लोगों ने चौकी प्रभारी को भरपूर सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया। चौकी प्रभारी का कहना है कि चौकी के मानक के अनुरुप 1150 वर्ग फिट का एक बैरक, दो सौ वर्ग फिट के दो आवसीय कमरे, दो शौचालय, स्नान गृह आदि समेत भव्य भवन का निर्माण कराया जाएगा।
ग्राम प्रधान मेहरुन्निशा ने बताया कि चौकी का भवन निर्माण कराने के लिए लेखपाल यज्ञराम यादव की उपस्थिति में डेढ़ बीघे से अधिक भूमि का पुनः प्रस्ताव कर दिया गया है, जिससे चौकी के भवन निर्माण में कोई विधिक अड़चन न आने पाये। जमीन मिलते ही नींव पूजन कर भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ भी करा दिया गया।
पुलिस कर्मी समेत जनता में उत्साह
तमाम वर्षों से बदहाली का दंश झेल रही पुलिस चौकी का भवन निर्माण शुरू हो जाने से उत्साहित चौकी प्रभारी व पुलिस कर्मियों का कहना है कि अब हम लोग शीघ्र ही अपने सरकारी भवन स्थानान्तरित हो सकेंगे। क़स्बे के निवासी और जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता नायब सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य कप्तान सिंह, मोहर्रम अली, लाल बिहारी दूबे उर्फ़ पुजारी, जशवंत लाल सोनकर, शहबान खां, कुंवर बहादुर पाठक, सुरेश सोनी, श्रीराम पाठक जनक कुमार, कामता सिंह, पवन कुमार गुप्त, बलराम यादव, उमेश सोनी आदि लोगों का कहना है कि चौकी का भवन निर्माण हो जाने से पुलिस कर्मियों को काफी राहत मिल सकेगी।
रिपोर्ट: तेज प्रताप
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