Taj Mahal: अब ताजमहल के 22 बंद कमरों का खुलेगा रहस्य, हाईकोर्ट में दायर हुई याचिका

Taj Mahal: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी (एएसआई) को ताजमहल परिसर के अंदर बंद 22 कमरों को खोलने का निर्देश देने की मांग की गई है।

Written By :  Rahul Singh Rajpoot
Published By :  Monika
Update: 2022-05-08 08:43 GMT

Agra Taj Mahal Historian told that Taj Mahal was built first and Shah Jahan got it changed later (photo: social media )

Taj Mahal: वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के बीच एक और मामला अब न्यायालय तक पहुंच गया है। ताजमहल (Taj Mahal) की कहानियां पूरे विश्व में मशहूर है, लेकिन इस खूबसूरत इमारत के अंदर एक राज आज तक दफ़न है। यह राज जनता के सामने नहीं आ सका है। अब इसी राज को खोलने के लिए मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) तक पहुंच गया है और इसकी जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ के समक्ष एक याचिका दायर कर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी (एएसआई) को ताजमहल परिसर के अंदर बंद 22 कमरों को खोलने का निर्देश देने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि ताजमहल में बंद इन कमरों का रहस्य क्या है हर कोई जानना चाहता है। इसलिए ताजमहल के कमरों के रहस्य को सामने लाया जाए आज तक रहस्य बना हुआ है।

हालांकि ताज को लेकर विवाद कोई नया नहीं है। इससे पहले भी यहां हिंदू मंदिर होने की बात कही जाती रही हैं. आज भी एक वर्ग इस बात पर अडिग है लेकिन देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने इस बात को खारिज कर दिया था और इतिहासकारों में भी इस बात को लेकर सहमति नहीं है। लेकिन अब इसके अंदर बंद 22 कमरों का रहस्य जानने के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा ख़टखटाया गया है।

क्या है 22 कमरों का रहस्य?

हिंदुस्तान ही नहीं समूचे विश्व से ताजमहल की खूबसूरती और मोहब्बत की इस निशानी को देखने के लिए हर कोई आना चाहता है। यहां सैलानियों की भीड़ लगी रहती है. लेकिन ताज के अंदर बंद 22 कमरों के रहस्य के बारे में आज तक किसी को कुछ नहीं मालूम। इसके बारे में तमाम कहानियां जरुर सुनने को मिल जाती हैं। अब तक इन 22 कमरों के रहस्य को दुनिया से क्यों छुपाया गया है। सरकार भी आखिर क्यों उसी लाइन पर चल रही है। क्यों नहीं लोगों को ताज देखने पर इन कमरों में जाने दिया जाता है। यह बड़ा सवाल है. खैर यह सरकार का मामला है, अब मामला कोर्ट भी पहुंचा हुआ है। देखना होगा कि हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच इस पर क्या फैसला देती है. लेकिन इन कमरों के बारे में कुछ बातें जो लोगों के बीच प्रचलित है वह काफी दिलचस्प है।

कहानियों पर अगर यकीन करें तो कहा जाता है कि इन 22 कमरों तक पहुंचने का रास्ता ताज के वेंटिलेशन के लिए बनाए गए रास्तों से होकर जाता है। लेकिन कोई इन कमरों तक ना पहुंच सके इसके लिए इन रास्तों को ईट और चूना से भर कर हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है। जो आज तक नहीं खुला। जो कमरे दुनिया की नजरों से छिपाए गए हैं उनकी छिपाने की बड़ी वजह यह है कि यह कमरे हिंदू धर्म के देवी-देवताओं की पेंटिंग और मूर्तियों से सजे हैं। लोगों को इस बात का पता ना चले इसलिए इसे बंद कर रखा गया है। हालांकि इसकी कोई अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं है। इसके अलावा भी कहा जाता है इन कमरों के बंद करने की वजह अंदर का हिस्सा संगमरमर से बना है जो कि कार्बन डाइऑक्साइड के संपर्क में आने से कैल्शियम कार्बोनेट में टूटता है। इसका मतलब है कि अगर इन कमरों को खोला जाएगा तो पर्यटक उन्हें देखने के लिए नजदीक जाएंगे और उनकी सांसो के साथ बाहर थोड़ी हुई कार्बन डाइऑक्साइड के कारण यह कमरे एक वक्त बाद नष्ट हो सकते हैं।

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