AICC के सदस्य जीशान हैदर ने छोड़ी कांग्रेस, बोले- पार्टी को सिर्फ चाटुकारों की जरूरत, नहीं कोई भविष्य
AICC के सदस्य जीशान हैदर ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी। कहा, न कार्यकर्ताओं की इज्जत है। न नेताओं की। इज्जत सिर्फ उन चंद नौकरों की है, जो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के आस-पास हैं।
Zeeshan Haider Quit Congress: ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के सदस्य जीशान हैदर (Zeeshan Haider Congress) ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने अपने त्यागपत्र में कांग्रेस पार्टी का कोई भविष्य न बताते हुए कहा, कि 'लगातार बड़े-बड़े नेता कांग्रेस पार्टी छोड़ने पर मजबूर किए जा रहे हैं। न कार्यकर्ताओं की इज्जत है और न नेताओं की। इज्जत सिर्फ उन चंद नौकरों की है, जो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के आस-पास रहकर कांग्रेस पार्टी चला रहे हैं।'
जीशान ने आगे कहा, कि 'कांग्रेस पार्टी को सिर्फ़ चाटुकारों की ज़रूरत है।' गौरतलब है कि इससे पूर्व कई बड़े नेताओं ने पार्टी से त्यागपत्र दिया है, जिनमें गुलाम नबी आज़ाद, हेमंत बिस्वा सरमा, जितिन प्रसाद और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं।
पार्टी को सिर्फ़ चाटुकारों की ज़रूरत
जीशान हैदर ने अपने त्यागपत्र में लिखा है कि, मैं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (All India Congress Committee) के सदस्यता और कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। जिस तरह से देश में और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं दिखाई दे रहा है। लगातार बड़े-बड़े नेता कांग्रेस पार्टी छोड़ने पर मजबूर किए जा रहे हैं। न कार्यकर्ताओं की इज्जत है। न नेताओं की इज्जत है। इज्जत सिर्फ उन चंद नौकरों की है, जो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के आस-पास रहकर कांग्रेस पार्टी चला रहे हैं। ऐसे में कोई औचित्य नहीं है, कांग्रेस में बने रहने का। मैंने बहुत दिन इंतजार किया कि शायद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की तरफ से मुझसे कुछ एक्सप्लेनेशन मांगा जाए या कोई बात करें। कांग्रेस पार्टी को निष्ठावान लोगों की जरूरत ही नहीं है उनको सिर्फ चाटुकार चाहिए।'
सिर्फ़ कागज़ों पर हो रहा सदस्यता अभियान
जीशान हैदर ने कहा, कि आज जिस तरह संगठन के चुनाव में सिर्फ कागजों पर सदस्यता अभियान हो रहा है। ऐसा पहले कभी न देखा न सुना। न पीसीसी सदस्यों की कोई लिस्ट लाई जा रही है, न एआईसीसी सदस्यों की कोई लिस्ट लाई जा रही है। सिर्फ नौकरों को जो पसंद है, उनको बनाया जा रहा है। वह भी छुपा के काहे का डर है। मेरा मानना है जो कायर होते हैं, वही सबसे बड़े डरपोक भी होते हैं। उसका जीता जागता सुबूत कांग्रेस के संघटन के चुनाव है। आतंरिक लोकतंत्र पार्टी में भी दिखना चाहिए, वो रह नहीं गया है। माइक के सामने और लाखों लोगों की भीड़ के बीच में शेखी बघारना दूसरी बात होती है लेकिन वह चीज कार्य शैली में भी दिखनी चाहिए।