अजय लल्लू का बीजेपी पर निशाना, बोले- किसानों को आतंकी कहने वाले माफी मांगे
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि किसानों को आतंकवादी कहने वालों ने देश के अन्नदाता का घोर अपमान किया है। भाजपा और उसके नेताओं को अपने इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए।
लखनऊ: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि किसानों को आतंकवादी कहने वालों ने देश के अन्नदाता का घोर अपमान किया है। भाजपा और उसके नेताओं को अपने इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रामपुर में शहीद किसान की अंतिम अरदास में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के शामिल होने से भाजपा नेता बौखला गए हैं। इसलिए अनाप-शनाप बोल रहे हैं और स्तरहीन भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
बौखला गये हैं भाजपा नेता
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शहीद किसान के घर जाने से भाजपा के नेता बौखला गये हैं। उपमुख्यमंत्री सहित तमाम नेताओं को अपने अभद्र बयान पर तत्काल प्रदेश के किसानों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होने कहा कि अन्नदाता किसानों को आतंकवादी कहना घोर पाप है। भाजपा नेता व सरकार अन्नदाता किसानों की अग्नि परीक्षा न ले।
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किसानों पर उनके द्वारा लगातार लगाए जा रहे अनर्गल व घृणित आरोपों पर माफी मांगते हुए तीनो काले कृषि कानूनों को तत्काल वापस लेना चाहिए और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाना चाहिए। भाजपा चाहती है कि किसान आंदोलन में शहीद हुए किसी किसान परिवार के घर शोक संवेदना व्यक्त करने कोई नेता न जाये। यह स्तरहीन सोच मानव धर्म के विरूद्ध है।
मानवता का तकाजा रहा है कि समाज का हर व्यक्ति एक दूसरे के दुख में शामिल होता है। कल राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी किसान आंदोलन में शहीद हुए युवा नवरीत सिंह के अंतिम अरदास में सम्मिलित होने रामपुर गयीं जिससे भाजपा के नेताओं ने बुरी तरह बौखलाकर प्रियंका गांधी वाड्रा पर राजनैतिक विद्वेष से ग्रसित हो अभद्र शब्दों के साथ अमर्यादित टिप्पणी की है जो भारतीय परंपरा व शिष्टाचार के कतई विरुद्ध है। भाजपा नेताओं को शायद भारतीय परम्परा और शिष्टाचार का बोध नहीं रहा है।
किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शुरू से ही किसान आंदोलन को तरह-तरह के आरोप व नाम देकर उसे पहले दिन से बदनाम करने का षड्यंत्र कर रही है और अब वह तीन काले कृषि कानूनों के विरुद्ध संघर्षरत किसानों के दुख दर्द में शामिल होने पर मृतक शहीदों को आतंकी बताकर अन्नदाता किसानों का अपमान कर रही है, साथ ही साथ देश के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाने का काम भी कर रही है जिसके लिए उसे तत्काल माफी मांगनी चाहिए। भारतीय जनता पार्टी के नेता, मुख्यमंत्री एवं स्वयं देश के प्रधानमंत्री भी अति अहंकार की चपेट में हैं।
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खुद को चैकीदार, प्रधान सेवक आदि नामों से सम्बोधित करने वाले लोग हठ एवं अड़ियल रूख अपनाकर अपने ही देश के किसानों का दमन करना चाहते हैं। उनके लिए बिजली व पानी की आपूर्ति बाधित करना, शौचालयों को प्रतिबन्धित करना, सड़कें बन्द कर विवाद उत्पन्न कराना, अपने विधायक के नेतृत्व में गुण्डे भेजकर आक्रमण करवाना सरकार की अनैतिकता के प्रमाण हैं। इस स्तरहीन राजनीति का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है।
अखिलेश तिवारी