UP Politics: अखिलेश यादव का प्रदेश सरकार बड़ा हमला, बोले गौवंश के नाम पर भ्रष्टाचार हो रहा है
UP Politics: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश का किसान आवारा पशुओं से बुरी तरह परेशान है। रात-रात भर जागकर खेतों की रखवाली करने को मजबूर है।;
Akhilesh Yadav Target On Yogi Government (Social Media)
UP Politics: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा चुनावी मुद्दा बनाकर जबसे सत्ता में आई है गौ-वंश के पालन पोषण और उसके संरक्षण के लिए कोई समुचित व्यवस्था करने में पूरी तरह असफल साबित हुई है। गौ-माता के खुले आम सड़कों पर घूमने से सड़क दुर्घटनाओं के कारण तमाम निर्दोष लोगों की जाने जा रही है और गौ-माता भी कई बार दुर्घटनाओं की शिकार हो जाती हैं।
गौवंश के नाम पर हो रहा भ्रष्टाचार-अखिलेश
उन्होनें कहा कि गौवंश के नाम पर भ्रष्टाचार पनप रहा है। सांड़ों की धमाचौकड़ी से प्रदेश के विभिन्न चौक चौराहों पर लोग घायल हो रहे हैं। सांड़ों के हमले से जान गंवाने वाले और घायल होने वालों का कोई फिक्र नहीं है। रायबरेली के बछरावां में मवेशी से बाइकें टकराई चाचा भतीजे व छात्र की मौत हुई। औरैया में नेशनल हाई-वे पर आवारा पशु से टकराई कार, तीन लोग गंभीर घायल हो गए। गौ-माता और सांड़ दोनों के पालन पोषण की भाजपा सरकार कोई व्यवस्था नहीं कर पाई है। बाराबंकी में निर्धारित समय में 47 गौशालाएं बननी थीं, वे नहीं बन सकी। यहां 12 ब्लाकों में 47 की जगह सिर्फ 3 ब्लाकों में 12 गौशालाएं बनी है। सबसे शर्मनाक बात तो यह है कि कुछ अस्पतालों को ही गौशालाओं में तब्दील कर दिया जा रहा है। कहीं पशु बांधे जा रहे हैं तो कहीं कंडे पाथे जा रहे हैं।
किसान आवार पशुओं से परेशान
सपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश का किसान आवारा पशुओं से बुरी तरह परेशान है। रात-रात भर जागकर खेतों की रखवाली करने को मजबूर हैं। भाजपा सरकार में किसानों की आय दोगुनी करने के बजाय उल्टा उनकी आय आधी हो गई है। किसान की आय घटने और कृषि लागत बढ़ने से किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं।
आवारा पशुओं की वजह से हो रहे सड़क हादसे
अखिलेश यादव ने कहा कि केवल मुरादाबाद में ही करीब 300 छुट्टा पशुओं के सड़कों पर घूमने का समाचार है। बागपत समेत पूरे यूपी की सड़कों, गलियों, मोहल्लों में छुट्टा पशुओं का उत्पात मचा हुआ है। गौ-रक्षा के नाम पर कुछ अराजक तत्व प्रदेश में कानून व्यवस्था को धता बता रहे हैं। सत्ता का संरक्षण मिलने से वे और ज्यादा अनियंत्रित हो चले हैं। प्रदेश के लिए यह स्थिति अत्यंत गंभीर चिंता का विषय है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को अपने किए की कीमत चुकानी पड़ेगी।