Amethi News: गायत्री परिवार ने चलाया नशामुक्त अभियान, झोली फैलाकर नशीले पदार्थों का मांगा दान
Amethi News: शांति कुंज द्वारा गायत्री मंत्रोच्चार के साथ नशा न करने का संकल्प दिलाया गया। इस अभियान में बेनीपुर के लगभग एक दर्जन से अधिक लोगों ने नशा छोड़ने का व्रत लिया।
Amethi News: युगतीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री परिवार अमेठी द्वारा रविवार को बेनीपुर गांव में नशामुक्त अभियान चलाया गया। गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं ने पूरे गांव का भ्रमण कर नशामुक्त अमेठी के संकल्प के साथ डोर-टू-डोर जनसम्पर्क कर न सिर्फ नशे से होने वाले आर्थिक, शारीरिक, मानसिक, पारिवारिक और सामाजिक नुकसान के बारे में लोगों से चर्चा की। बल्कि अपनी झोली फैलाकर उनसे उनकी बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू, गांजा, चिलम, गुटखा, शराब दान स्वरूप मांग ली।
युग तीर्थ शांति कुंज द्वारा अमेठी में रविवार को गायत्री मंत्रोच्चार के साथ नशा न करने का संकल्प दिलाया गया। इस अभियान में बेनीपुर के लगभग एक दर्जन से अधिक लोगों ने नशा छोड़ने का व्रत लिया। गायत्री परिवार अमेठी का नशामुक्त अभियान गांव-गांव पहुंच रहा है। घर-घर जाकर जनसम्पर्क किया जा रहा है। लोगों को अपने नशे की बुराई छोड़ने का संकल्प दिलाया जा रहा है। आज के इस अभियान में कार्यकर्ताओं के हाथों में नशा छोड़ने की प्रेरणा देने वाली तख्तियां थीं जिन पर लिखा था ‘नशा छोड़ो - परिवार जोड़ो‘, ‘नशा नाश की जड़ है भाई, इनसे दूर रहो मेरे भाई‘ ‘गुटका बीड़ी, शराब, तम्बाकू, स्वास्थ्य संपदा के ये डाकू, पिटती पत्नी बिकते जेवर, छोड़ शराबी अपने तेवर, बीड़ी पीकर खांस रहा है, मौत के आगे नाच रहा है, टीबी कैंसर मौत की सीढ़ी बंद करो ये गुटखा बीड़ी।
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अमेठी विकास खंड क्षेत्र के बेनीपुर गांव के बच्चे और महिलाएं इस अभियान से उत्साहित दिखे, गांव के संभ्रांत जनों ने भी इस अभियान की प्रशंसा की। जिला युवा समन्वयक डॉ० दीपक सिंह ने बताया कि नशा एक फैशन का रूप लेता जा रहा और इससे सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब घरों के लोग हो रहे हैं। ऐसे लोगों के घरों तक पहुंचकर उन्हें नशा छोड़कर श्रेष्ठ जीवन जीने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। व्यसन मुक्ति एवं कुरीति उन्मूलन गायत्री परिवार का एक प्रमुख अभियान है। गायत्री परिवार के कार्यकर्ता गांवों में पहुंचकर भिक्षा के रूप में झोली फैलाकर उनसे उनका व्यसन दान में मांग रहे हैं। बेनीपुर में आज के अभियान में एक दर्जन से अधिक लोगों ने अपने परिवार और ग्रामवासियों के सामने नशा छोड़ने का संकल्प लिया।