अनामिका शुक्ला मामले में अलर्ट हुई सरकार, अधिकारियों ने शुरू किया यह काम

सातों विद्यालयों में पढ़ाने वाली 60-65 शिक्षिकाओं के शैक्षिक दस्तावेजों की जांच की जाएगी। बीएसए दिनेश कुमार ने बताया कि इन विद्यालयों में पढ़ाने वाली शिक्षिकाओं के दस्तावेजों व अन्य प्रपत्रों का सत्यापन दो शिफ्टों में 15 से 18 जून तक किया जाएगा।

Update:2020-06-11 14:06 IST
anamika shukla

लखनऊ। एक अकेली अनामिका द्वारा कई स्कूलों में पढ़ाने और वेतन लेने की तस्वीर अब साफ होने लगी है। असली अनामिका के सामने आने के बाद अब और भी नए राज लगातार उजागर हो रहे हैैं। पूरे प्रदेश के बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने अपने-अपने जिलों के कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में पढ़ाने वाली शिक्षिकाओं के शैक्षिक दस्तावेजों की जांच की कवायद शुरू कर दी है।

शिक्षिकाओं की खोजबीन के निर्देश दिए

राजधानी लखनऊ स्तर से भी सरकारी मशीनरी हरकत में आ गई है। कथित अनामिका शुक्ला की खोजबीन शुरू हो गई है। सूबे के 25 जनपदों के कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में पढ़ाने वाली अनामिका के मामले में जब परत-दर परत खुलने लगी तो राजधानी के बेसिक शिक्षा विभाग की भी नींद टूटी। आनन-फानन में बीएसए दिनेश कुमार ने टीम गठित कर लखनऊ जिले के सात कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में अनामिका की तरह पढ़ाने वाली शिक्षिकाओं की खोजबीन के निर्देश दिए है।

शिक्षिकाओं के दस्तावेज जांचे जाएंगे

सातों विद्यालयों में पढ़ाने वाली 60-65 शिक्षिकाओं के शैक्षिक दस्तावेजों की जांच की जाएगी। बीएसए दिनेश कुमार ने बताया कि इन विद्यालयों में पढ़ाने वाली शिक्षिकाओं के दस्तावेजों व अन्य प्रपत्रों का सत्यापन दो शिफ्टों में 15 से 18 जून तक किया जाएगा। सभी शिक्षिकाओं के अपने दस्तावेजों का सत्यापन बीएसए दफ्तर में आकर कराना होगा। राजधानी में कस्तूरबा गांधी विद्यालय गोसाईगंज, कस्तूरबा गांधी विद्यालय सरोजनीनगर, कस्तूरबा गांधी विद्यालय बीकेटी, कस्तूरबा गांधी विद्यालय माल, कस्तूरबा गांधी विद्यालय चिनहट, कस्तूरबा गांधी विद्यालय मलिहाबाद, कस्तूरबा गांधी विद्यालय काकोरी की शिक्षिकाओं के दस्तावेज जांचे जाएंगे।

जालसाजी का मुकदमा दर्ज

वाराणसी में तीन सदस्यीय समिति ने बहुचर्चित शिक्षिका अनामिका की नियुक्ति के रिकार्ड खंगालने शुरू कर दिए हैैं। सेवापुरी ब्लाक के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (केजीबीवी) में शिक्षिका अनामिका शुक्ला की नियुक्ति की जांच की आंच चयन समिति पर आना तय माना जा रहा है। बकायदा इसका लेखा-जोखा तैयार हो रहा है कि कौन-कौन चयन समिति में था। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने कहा कि सेवापुरी के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) बृजेश कुमार श्रीवास्तव के माध्यम से अनामिका के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी का मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।

दूसरी ओर आतंरिक जांच के लिए बीईओ डीपी सिंह की अध्यक्षता से तीन सदस्यीय समिति भी गठित कर दी है। समिति में चिरईगांव के बीईओ राम टहल व जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) दुर्गावती को सदस्य बनाया गया है। बीएसए ने कमेटी से सप्ताहभर के भीतर रिपोर्ट मांगी है।

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बैंक से ली जा रही जानकारी

रायबरेली के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बछरावां में तैनात तथाकथित अनामिका शुक्ला का बैैंक खाता भी खुला था। बैंक से जानकारी ली जा रही है कि किन दस्तावेजों के आधार पर खाता खुलवाया गया। बीती एक मई को उसने अंतिम ट्रांजेक्शन एटीएम के माध्यम से किया था, जिसमे आठ हजार रुपये खाते से निकाले थे। ब्रांच मैनेजर अशोक कुमार गुप्ता का कहना है कि अभी शिक्षा विभाग से कोई पत्र भी नहीं मिला है।

अलीगढ़ के भी बिजौली में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने वाली अनामिका ने कानपुर की फर्जी आईडी पर मोबाइल सिम लिया था। इससे तीन नंबरों पर लंबी बात होती थी। लॉकडाउन में वह कानपुर के रसूलपुर में रही। यहां छह जून तक लोकेशन मिली है। आठ जून को औरैया में थी। इसके बाद से ही मोबाइल फोन बंद है। सर्विलांस सेल द्वारा निकाली गई कॉल डिटेल से सुराग मिलने की उम्मीद बनी हुई है।

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पारिवारिक समस्या का जिक्र किया

बुधवार को बिजौली विद्यालय में की गई पूछताछ में शिक्षिकाओं ने अनामिका के पति की नौकरी कानपुर के बिजली विभाग में बताई। अलीगढ़ पुलिस अब कानपुर जाने की तैयारी कर रही है। दूसरी ओर विद्यालय परिसर स्थित अनामिका के कमरे को पुलिस नहीं खोल सकी। इसके लिए बुधवार को एसआइ सहवीर सिंह विद्यालय पहुंचे। उनकी मौजूदगी में अब गुरुवार को कमरा खोलकर तलाशी ली जाएगी।

इसी तरह आंबेडकरनगर के रामनगर मेें कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नौकरी करने वाली कथित अनामिका विधवा है।

मामला खुलने के बाद कथित अनामिका ने वार्डेन को वाट्सएप पर भेजे गए त्यागपत्र में पति की मृत्यु के चलते मैनपुरी से सैकड़ों किलोमीटर दूर आकर नौकरी करने में पारिवारिक समस्या का जिक्र किया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार ने बताया उच्चाधिकारी और पुलिस मामले की छानबीन में लगी हैं। नकली अनामिका बीते वर्ष 2019 के मार्च महीने में तैनात हुई थी।

सफेद साड़ी में विधवा वाली तस्वीर लगाई

इसके बाद से वह मानदेय हासिल कर रही थी। इस दौरान फरवरी माह तक उसने करीब 10 से 11 महीने का मानदेय 22 हजार रुपये की दर से प्रतिमाह हासिल किया है। नौकरी के आवेदन में सफेद साड़ी में विधवा वाली तस्वीर उसने लगाई है। इससे साफ है कि आरोपित यहां नौकरी हासिल करने से पहले ही विधवा थी।

रिपोर्टर- मनीष श्रीवास्तव, लखनऊ

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