नहीं बढ़ा अनूप चन्द्र का कार्यकाल, ये अफसर मुख्य सचिव बनने की रेस में सबसे आगे

चर्चा है कि रिटायर होने के बाद भी अनूप चन्द्र पाण्डेय को कहीं एडजस्ट किया जाएगा। अभी इस बात की जानकारी नहीं लग सकी है कि शासन की तरफ से केन्द्र में किसके नाम की सिफारिश की गयी है।

Update: 2019-08-31 14:01 GMT

लखनऊ: पिछले 15 दिनों से मुख्य सचिव अनूप चन्द्र पाण्डेय का कार्यकाल बढ़ाये जाने को लेकर चल रही कयासबाजी पर शनिवार को विराम लग गया। आज शाम अनूप चन्द्र पाण्डेय का रिटायरमेंट हो गया।

साथ ही कृषि उत्पादन आयुक्त राजेन्द्र कुमार तिवारी ने नया मुख्य सचिव बनाए जाने तक कार्यवाहक मुख्य सचिव की जिम्मेदारी ग्रहण कर ली।

वैसे तो 1984 बैच के अधिकारी अनूप चंद पांडेय को इस साल 28 फरवरी को सेवानिवृत्त होना था लेकिन लोकसभा चुनाव होने के कारण उन्हे छह महीने का सेवा विस्तार दिया गया था।

चर्चा है कि रिटायर होने के बाद भी अनूप चन्द्र पाण्डेय को कहीं एडजस्ट किया जाएगा। अभी इस बात की जानकारी नहीं लग सकी है कि शासन की तरफ से केन्द्र में किसके नाम की सिफारिश की गयी है।

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नए मुख्य सचिव को लेकर दौड़ में 1983 बैच के संजीव सरन का नाम भी शामिल है। वह हाल ही में 30 जुलाई को यूपी राज्य सडक परिवहन निगम में अध्यक्ष पद पर तैनात किए गए हैं। लेकिन उनका रिटायरमेंट इसी साल नवम्बर 2019 में होना है।

मुख्य सचिव की दौड में अन्य अधिकारियों में 1983 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव कुमार आते हैं परन्तु नोएडा भूमि आवंटन मामले में इस समय जेल में है।

इसी तरह राहुल भटनागर पूर्व में अखिलेश यादव सरकार में यूपी में मुख्य सचिव रह चुके हैं। इसलिए उनको अब दोबारा यूपी का मुख्य सचिव नही बनाया जा सकता है।

1984 बैच के दुर्गा शंकर मिश्र का नाम सबसे ऊपर

ठीक उसी तरह 1984 बैच के दुर्गा शंकर मिश्र का नाम सबसे ऊपर आता है। इस समय वह केन्द्र में आवास एवं शहरी मामलों मंत्रालय में सचिव के पद पर तैनात है।

इसी बैच के संजय अग्रवाल भी केन्द्र में कृषि मंत्रालय में सचिव पद पर कार्यरत है। मुख्य सचिव की रेस में उनका नाम बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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राजेन्द्र तिवारी को मिली कार्यवाहक मुख्य सचिव की जिम्मेदारी

इनके अलावा कार्यवाहक मुख्य सचिव की आज शाम जिम्मेदारी लेने वाले 1985 बैच के अन्य वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों में राजेन्द्र तिवारी यूपी में कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ ही उच्च शिक्षा की भी जिम्मेदारी दी गयी है।

राजेन्द्र तिवारी की कार्यशैली और उनकी छवि काफी साफ सुथरी है। इसलिए उनको अगर मुख्य सचिव बना दिया जाए तो कोइ अचरज नही होना चाहिए।

अनीता भटनागर जैन भी रेस में शामिल

1985 बैच के आईएएस अधिकारियों की बात की जाए तो मुख्य सचिव की रेस में अनीता भटनागर जैन भी शामिल है। जो इस समय अपर मुख्य सचिव खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के पद पर तैनात हैं।

परन्तु वह इसी साल नवम्बर में रिटायर हो रही हैं। इसलिए उनकी संभवाना भी कम ही दिखती है। कुल मिलाकर संजय अग्रवाल और दुर्गा शंकर मिश्र ही रेस में है। पर दुर्गाशंकर मिश्र के बारे में चर्चा है कि वह यूपी नहीं आना चाहते है।

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