Jhansi News: झांसी में बनेंगे आर्मी के वाहन, सेना के अफसरों ने की समीक्षा

Jhansi News: झांसी में स्थापित होने जा रहे डिफेंस कॉरिडोर में मिसाइल और आधुनिक हथियारों के साथ ही सेना के वाहनों का भी निर्माण होगा। इसके लिए सरकार और एक कंपनी के बीच करार हो चुका है।

Update: 2023-04-27 17:10 GMT
झांसी में होगा आधुनिक हथियारों, सेना के वाहनों का निर्माण: Photo- Newstrack

Jhansi News: लेफ्टिनेंट जनरल विपुल सिंघल सेना मेडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग सुदर्शन चक्र, की कोर टीम ने झांसी और बबीना में व्हाइट टाइगर डिविजन का दौरा किया। मेजर जनरल मनोज कुमार माथुर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग व्हाइट टाइगर डिविजन ने आंगतुक कोर कमांडर को ऑपरेशनल सुरक्षा, प्रशिक्षण और जीवन की गुणवत्ता में सुधार सहित प्रशासनिक पहलों पर जानकारी दी। जनरल ऑफिसर ने व्हाइट टाइगर डिविजन के वरिष्ठ कमांडरों, अधिकारियों और सैनिकों के साथ बातचीत की और फ़ार्मेशनों की ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा की।

कोर कमांडर ने व्हाइट टाइगर डिविजन के सभी पदों की ऑपरेशनल तैयारी एवं तत्परता के उच्च स्तर के लिए सराहना की। आधुनिक युद्धक्षेत्र की गतिशीलता और निरंतर बदलाव पर ज़ोर देते हुए उन्होंने सभी कमांडरों से संघर्ष के सभी क्षेत्रों में सभी समकालीन सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए यथार्थवादी प्रशिक्षण पर ध्यान केन्द्रित करने का आह्वान किया।

झांसी में होगा आधुनिक हथियारों, सेना के वाहनों का निर्माण

इस दौरान बताया गया कि झांसी में स्थापित होने जा रहे डिफेंस कॉरिडोर में मिसाइल और आधुनिक हथियारों के साथ ही सेना के वाहनों का भी निर्माण होगा। इसके लिए सरकार और एक कंपनी के बीच करार हो चुका है। कंपनी को दस एकड़ जमीन आवंटित कर दी गई है। अब आने वाले दिनों में कंपनी की एक यूनिट की स्थापना होगी।

सेना के वाहन बनाएगी फरीदाबाद की कंपनी

जनरल विपिन रावत डिफेंस कॉरिडोर में मिसाइल और हथियार बनाने वाली कंपनियों को पहले ही जमीन दी जा चुकी है। फरवरी में लखनऊ में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 216 निवेशकों ने झांसी में एक लाख 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के प्रस्ताव दिए थे। फरीदाबाद की कंपनी स्वर्ण इंफ्राटेल प्राइवेट लिमिटेड और सरकार के बीच भी एमओयू साइन हुआ था। कंपनी ने 100 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव दिया था।

तीन माह में यूनिट का निर्माण होगा शुरु

उपायुक्त उद्योग मनीष चौधरी ने बताया कि कंपनी तीन माह में यूनिट का निर्माण शुरु कर देगी। यहां सेना के वाहनों के साथ-साथ टावर शेल्टर व जैमर शेल्टर भी बनाए जाएंगे। इससे करीब 3000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। 900 लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा। जबकि अप्रत्यक्ष रुप से करीब दो हजार लोगों को काम मिलने की संभावना है।

झांसी के डिफेंस कॉरिडोर में कंपनियों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। अब तक 4 कंपनियों को जमीन आवंटित की जा चुकी है। सबसे पहले भारत डायनामिक्स लिमिटेड को 183.51 हेक्टेअर जमीन दी गई थी। केंद्रीय लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय 8.09 हेक्टेयर जमीन पर टूल सेंटर का निर्माण करेगा। वहीं, लॉरेंस डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड को आठ हेक्टेयर जमीन आवंटित की गई है।

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