ATS की विशेष अदालत: फर्जी पासपोर्ट केस में अभियुक्त गये जेल
एटीएस की विशेष अदालत ने फर्जी पासपोर्ट बनवाने व बनाने आदि के मामले में गिरफ्तार अभियुक्त अहसान अहमद, युसूफ अली उर्फ नजरुल व वसीम अहमद को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। गुरुवार को इन तीनों अभियुक्तों को विशेष अदालत में पेश कि
लखनऊ:एटीएस की विशेष अदालत ने फर्जी पासपोर्ट बनवाने व बनाने आदि के मामले में गिरफ्तार अभियुक्त अहसान अहमद, युसूफ अली उर्फ नजरुल व वसीम अहमद को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। गुरुवार को इन तीनों अभियुक्तों को विशेष अदालत में पेश किया गया था। एटीएस ने अभियुक्त अहसान व वसीम को सहारनपुर से जबकि युसूफ को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था।
विशेष सीजेएम छवि अस्थाना ने अभियुक्त अहसान अहमद व युसूफ अली की पुलिस कस्टडी रिमांड की मांग वाली अर्जी पर सुनवाई के लिए पांच जनवरी की तारीख मुकर्रर की है। उन्होंने यह आदेश इस मामले के विवेचक व एटीएस बरेली के निरीक्षक वीर सिंह की अर्जी पर दिया है। विवेचक ने अर्जी में इन दोनों अभियुक्तों को पांच दिन के लिए पुलिस की कस्टडी में सौंपने की मांग की है।
विवेचक ने अर्जी में कहा है कि इन अभियुक्तों के कब्जे से फर्जी पहचान पत्र, पासपोर्ट, पैन कार्ड, आधार कार्ड व निवास प्रमाण पत्र विभिन्न नाम-पते से बरामद हुए हैं। इनके पास से फर्जी अभिलेख तैयार करने में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण व अभिलेखीय सामग्री आदि भी बरामद हुई है। इन्होंने फर्जी कागजात के जरिए अपना फर्जी आधार कार्ड, पैनकार्ड, पासपोर्ट, पहचान पत्र व निवास प्रमाण पत्र आदि बनवाना तथा बनाना भी स्वीकार किया है। यह भी कहा है कि इस कार्य में उनकी साठगांठ अन्य व्यक्तियों से भी है। उनका नेटवर्क राजस्व तथा अन्य राजकीय विभागों में नियुक्त कर्मचारियों की मदद से पश्चिमी उप्र के कई जिलो व दिल्ली तथा पश्चिम बंगाल आदि जगहों पर भी सक्रिय है।
विवेचक ने कहा है कि अभियुक्तों के जरिए इनके नेटवर्क में शामिल सदस्यों की पहचान करके उनकी गिरफ्तारी करने, राजस्व व अन्य राजकीय विभागों में इनके मददगार लोगों की पहचान स्थापित करने तथा राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े बिन्दूओं पर इनसे सघन पूछताछ करने आदि की भी आवश्यकता है।