Amethi News: कच्चे मकान की दीवार गिरने से तीन बच्चे दबे, एक की मौत, दो की हालत गंभीर

अमेठी में लगातार हो रही बारिश से कच्ची दीवार ढह गई। दीवार के मलबे में दब कर एक तीन वर्षीय मासूम की दर्दनाक मौत हो गई।

Published By :  Deepak Raj
Update:2021-08-11 15:49 IST

दिवार गिरने से दो बच्चे घायल व एक बच्चे की मौत हो गई है

Amethi News: बारिश के मौसम में अगर किसी से पूछा जाए कि बारिश में सबसे ज्यादा किस चीज कि जरुरत होती है, तो वो एक पक्का मकान हीं बताएगा। क्योंकि कच्चा मकान का क्या पता कब ढ़ह जाए व कब कहां से पानी टपकने लग जाए। गरीब लोगों को सबसे ज्यादा जरूरत पक्का मकान की हीं हैं। वैसे  मनुष्य के तीन प्राथमिक जरूरत में से एक मकान भी आता है। प्रधानमंत्री आवास योजना के लागू होने के बाद भी अगर ये स्थिती है कि लोगों के बच्चें कच्चे मकान में रह रहे हैं औऱ उनकी मौत दिवार गिरने से  हो रही है तो ये शर्मनाक बात है। इससे तो प्रतीत होता है कि सारे दावे कागजों तक हीं सीमित है।

 

मृतक बच्चा के परिवारजन


आपको बता दें की अमेठी में लगातार हो रही बारिश से कच्ची दीवार ढह गई। दीवार के मलबे में दब कर एक तीन वर्षीय मासूम की दर्दनाक मौत हो गई। वही दो अन्य बच्चे घायल हो गए। घटना की खबर से मुहल्ले में कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही जायस थानाध्यक्ष और राजस्व टीम मौके पर पहुंच गई। अमेठी में लगातार हो रही बारिश सद्दाम के लिए काल बन गई। सद्दाम की पत्नी अपने चार बच्चो के साथ एक कच्चे जर्जर मकान में रहती है।


 मौके पर पहुंची पुलिस


मां सुबह बच्चों के लिए नाश्ता लेने बाहर गई थी

सुबह बच्चों के नाश्ता के लिए सामान लाने दुकान पर गई थी। इधर कच्चे मकान की दीवार भर भरा कर गिर गई। मलबे में दो बच्चे दब गए। आस पास के लोग दीवार गिरते ही दौड़ कर उस स्थान पर पहुंचे और मलबे से बच्चों को बाहर निकला। मलबे में दबने से सद्दाम की तीन वर्षीय पुत्री अलीशा की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं घायल अन्य दो बच्चे को परिजनों ने आनन फानन में इलाज के लिए अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया। इस ह्रदय विदारक घटना से मोहल्ले में कोहराम मचा हुआ है।


बेटी की मौत से मां का रो-रो कर बुरा हाल है


मौके पर पहुंचे अधिकारी


मासूम बेटी की मौत से मां का रो-रो कर बुरा हाल है। बताना मुनासिब होगा कि सद्दाम अपने परिवार की रोजी रोटी के लिए बाहर प्रदेश में दिहाड़ी करता है। गरीब परिवार के ऊपर ऐसी आपदा से दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घटना की सूचना मिलते ही जायस थाने के प्रभारी निरीक्षक मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गए। राजस्व विभाग के कानूनगो अपनी टीम के साथ पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य के साथ-साथ आपदा राहत कोष से मिलने वाली सहायता के लिए रिपोर्ट तैयार करते दिखे। वहां पहुंचे पुलिस प्रशासन और राजस्व कर्मचारियों ने सहयोग का आश्वासन दिया।

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