Bahraich News: जंगल की सुरक्षा पर वनाधिकारी सख्त,पुलिस से पुराने वन अपराधियों की मांगी रिपोर्ट
Bahraich News: बहराइच (Bahraich) जिले में कतर्नियाघाट के वनाधिकारी ने जंगल की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग से पुराने वन अपराधियों की रिपोर्ट मांगी है।
Bahraich News: उत्तर प्रदेश (Uttar Prdaesh) के बहराइच (Bahraich) जिले में कतर्नियाघाट के वनाधिकारी ने जंगल की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग से पुराने वन अपराधियों की रिपोर्ट मांगी है। जिनके ऊपर 12 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वनधिकारी ने ऐसे 20 अपराधी चिन्हित किए गए हैं।
जिन लोगों जीवों के शिकार,जंगल की जमीन पर कब्जा अपराधिक कटान जैसे अपराधों को अंजाम दिया है। उन अपराधियों की रिपोर्ट वनाधिकारी ने पुलिस विभाग से मांगी है। उन पर गैंगेस्टर की कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को पत्र देंगे। साथ ही उन्हें वन माफिया घोषित किया जाएगा। जिससे जंगल की सुरक्षा को बेहतर हो सकेगी।
कतर्नियाघाट सेंक्चुरी क्षेत्र नेपाल सीमा से सटा हुआ है
कतर्नियाघाट सेंक्चुरी क्षेत्र नेपाल सीमा से सटा हुआ है। जंगल की सुरक्षा के लिए वन विभाग के साथ एसएसबी और एसटीपीएफ के जवान भी लगे हुए हैं। इसके बावजूद तस्कर लकड़ी की कटान कर देते हैं। इस पर अंकुश के लिए कतर्नियाघाट के प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन ने २० अपराधियों को चिन्हित किया है।
अपराधी कटान,जंगली जीवों का शिकार करने वाले अपराधियों के खिलाफ होगी कार्यवाई
डीएफओ ने बताया कि यह सभी अपराधी कटान के साथ जंगल की जमीन पर कब्जा और जंगली जीवों के शिकार में संलिप्त हैं। इन अपराधियों की पुलिस से रिपोर्ट मांगी गई है। मिली जानकारी के मुताबित पुलिस द्वारा रिकॉर्ड देने पर सभी के विरुद्ध गैंगेस्टर की कार्रवाई के साथ वन माफिया घोषित करवाया जाएगा। इसके लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा जाएगा।
अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्यवाई होगी
डीएफओ ने बताया कि कई लोग ऐसे भी हैं, जिनके ऊपर मुकदमा दर्ज होने के बाद भी वह जंगल की जमीन पर कब्जा जमाए हैं। ऐसे में इन सभी पर कठोर कार्रवाई होना जरूरी है। कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र से सटे मुर्तिहा, मोतीपुर और सुजौली थाने में सर्वाधिक केस दर्ज हैं। अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई के लिए पुलिस से मदद ली जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।