UP कैबिनेट का बड़ा ऐलान: टैबलेट एवं स्मार्ट फोन दिए जाएंगे युवाओं को, मंत्री मंडल की बैठक में हुआ फैसला

कैबिनेट बैठक में युवाओं के लिए बड़ा फैसला लिया गया

Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-10-05 16:31 GMT

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फाइल तस्वीर (फोटो-न्यूजट्रैक)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Adityanath) ने विधानसभा चुनाव को लेकर आज बड़ी घोषणा कर दी। प्रदेश की भाजपा सरकार ने युवाओं के तकनीकी सशक्तिकरण के टैबलेट (tablet) एवं स्मार्ट फोन (smartphone) वितरण योजना को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है। राज्य सरकार के इस फैसले से प्राथमिक रूप से 3000 करोड़ रुपए का खर्च आने की उम्मीद है। भाजपा ने 2017 विधानसभा चुनाव युवाओं को टेबलेट और स्मार्ट फ़ोन दिए जाने का वादा किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आज मंत्री मंडल की बैठक में इस आशय का फैसला लिया गया।

राज्य सरकार का मानना है कि प्रदेश के अन्तर्गत स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा, कौशल विकास, पैरामेडिकल तथा नर्सिंग आदि विभिन्न शिक्षण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अन्तर्गत लाभार्थी युवा वर्ग को स्मार्ट फोन (smartphone) एवं टैबलेट (tablet) निःशुल्क प्रदान करने से न केवल वह अपने शैक्षिक पाठ्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूर्ण कर सकेंगे, बल्कि उसके उपरान्त विभिन्न शासकीय एवं गैर शासकीय तथा स्वावलम्बन की योजनाओं में भी वे इसका सदुपयोग कर सेवारत एवं व्यवसायरत हो सकेंगे। प्रदेश के युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाया जा सकेगा। योजना के अन्तर्गत प्रस्तावित लाभार्थी वर्ग में अन्य वर्ग के युवाओं को भी समय-समय पर मुख्यमंत्री जी के अनुमोदन से सम्मिलित किया सकेगा। किस लाभार्थी वर्ग को टैबलेट प्रदान किया जाना है तथा किसे स्मार्ट फोन्स प्रदान किए जाने हैं, इसका निर्णय  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेना होगा।   

मंत्रिपरिषद द्वारा प्रस्ताव पर अनुमोदन से प्रदेश के उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा, कौशल विकास प्रशिक्षण एवं आईटीआई तथा सेवामित्र पोर्टल पर पंजीकृत कुशल युवा वर्ग तकनीकी रूप से सशक्त बनेंगे। प्रदेश के युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाए जाने हेतु टैबलेट एवं स्मार्ट फोन वितरित किए जाने की यह एक अभिनव योजना है। प्रदेश के युवा वर्ग के तकनीकी रूप से सक्षम होने के उपरान्त युवा वर्ग को रोजगार का सृजन एवं सेवायोजन में सहायता होगी।  

 उल्लेखनीय है कि कोरोना काल में विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा ऑनलाइन माध्यमों से ही अपनी शैक्षिक गतिविधियों को जारी रखा जाना सम्भव हो सका है, जिससे छात्र-छात्राओं एवं युवाओं के डिजिटल सशक्तिकरण की जरूरत  हर स्तर पर अनुभव की गई है। युवाओं को विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी नौकरियों में आवेदन करना, उनके लिए कोचिंग एवं प्रशिक्षण प्राप्त करना अथवा किसी अन्य रोजगार में आवेदन करने आदि के लिए भी डिजिटल माध्यमों का अधिकाधिक प्रयोग किया जा रहा है। तकनीकी एवं शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा भी अपने अध्ययनरत छात्रों को शिक्षण सामग्री, ट्यूटोरियल लेक्चर इत्यादि का वितरण एवं प्रसारण भी ऑनलाइन माध्यमों से ही किया जा रहा है। इण्टरनेट कनेक्टिविटी के माध्यम से डेटा एक्सेस की सुविधा को भी सस्ती दरों पर प्राप्त किया जा सकता है।

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