Koo Workshop: तेज़ी से भारतीयों के दिलों में जगह बना रहा 'कू एप' लोगों से सीधे संपर्क करने में है विश्वास

Lucknow news: इस वर्कशॉप में 'कू' (Koo) ऐप के बारे में बात करते हुए कंपनी के यूपी प्रभारी व बिजनेस डेवलेपमेंट मैनेजर वरुण ने बताया कि हमारे साथ कई सारे मुख्यमंत्री, मंत्री, नेता, पत्रकार व देश के बड़े-बड़े संस्थानों के साथ ही सरकारी विभाग भी जुड़े हैं।

Report :  Shashwat Mishra
Published By :  Monika
Update: 2021-10-03 11:54 GMT

Koo एप (फोटो : सोशल मीडिया )

Lucknow news: रविवार को राजधानी के कैसरबाग (kaiserbagh) इलाके के एक निजी होटल में देसी माइक्रोब्लॉगिंग एप 'कू' (Koo) ने वर्कशॉप का आयोजन किया। जिसमें उन्होंने अपने ऐप के बारे में यूजर्स को बताया। साथ ही, यूजर्स के सवालों का जवाब भी दिया। बता दें कि, 'कू' एप ने मार्च, 2020 में भारतीय बाज़ार में कदम रखा (koo app launch date) । जिसके बाद ही वह घरेलू बाज़ार में आम जनमानस को अपने साथ जोड़ने में लगी हुई है।

इस वर्कशॉप में 'कू' (Koo) ऐप के बारे में बात करते हुए कंपनी के यूपी प्रभारी व बिजनेस डेवलेपमेंट मैनेजर वरुण ने बताया कि हमारे साथ कई सारे मुख्यमंत्री, मंत्री, नेता, पत्रकार व देश के बड़े-बड़े संस्थानों के साथ ही सरकारी विभाग भी जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि 'कू' (Koo) के साथ कई सारे मीडिया संस्थान भी जुड़े हैं। जिससे आम जनता अपनी समस्याओं को उन तक आसानी से पहुंचा सकती है। इससे उनकी शिकायतों का आसानी से निराकरण किया जा सकता है। वरुण ने बताया कि यह एप पूरी तरह से स्वदेशी है। जिसके अगस्त 2021 तक 1 करोड़ यूजर्स हो गए हैं। जबकि, मार्च 2020 में ही 'कू' ऐप लॉन्च किया गया था।

फीचर्स:-

• पर्सनलाइज्ड फ़ीड।

• एम्बेड कोड की आवश्यकता नहीं। लिंक के जरिये कू को वेबसाइट पर अपलोड कर सकते हैं।

• कू फ़ीड।

• डैशबोर्ड।

• 9 भाषाओं पर कार्य जारी। 22 भाषाओं पर भविष्य में तैयारी।

• 400 अक्षरों का 'कू' कर सकते हैं। ट्विटर पर 280 अक्षरों का ट्वीट हो सकता है।

• एक यूजर ने पूछा कि मैं ट्विटर छोड़कर 'कू' को क्यों जॉइन करूं?

इस एप को जॉइन करने के लिए सबसे अहम है, आपको अपनी भाषा से प्यार होना। 'कू' एप इस वक़्त 9 भाषाओं में कार्य कर रहा है । आने वाले कुछ सालों में 22 भाषाओं पर कार्य करेगा।

• इंगेजमेंट ऑप्शन क्यों नहीं है 'कू' पर?

हम डेढ़ साल पुराने हैं और ट्विटर 13 साल पुराने हैं। इंगेजमेंट ऑप्शन 'कू' पर भविष्य में ज़रूर जोड़ा जाएगा।

• ट्विटर की तरह थ्रेड का ऑप्शन कब आएगा?

हां, ज़रूर। हम आने वाले समय में इसको ज़रूर 'कू' में जोड़ेंगे।

• री कू का ऑप्शन हमारी फीड पर नहीं दिखता है?

हां, यह कई यूजर्स ने कहा है। हम इसको बहुत जल्द अपने एप में लेकर आएंगे।

• ट्विटर पर अकाउंट सस्पेंड कर दिया जाता है, इसमें ऐसा तो नहीं?

हम लोगों से सीधे बात करते हैं। यूजर्स के पास हमारी कंपनी में काम कर रहे लोगों के मोबाइल नंबर भी हैं। जिससे वह सीधे बात करके अपनी समस्याओं को बता सकते हैं। वैसे भी, जब कोई संस्था आपके उस 'कू' पर आपत्ति जाहिर करेगा, तब ही उसे हटाया जाएगा। लेकिन सस्पेंड नहीं किया जाएगा।

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