Lucknow News: 10 दिन बाद भी नहीं मिले श्रीराम यादव, लोहिया में कर्मचारियों ने निकाला कैंडल मार्च, खून की जांच और ऑपरेशन में हो रही दिक्कतें
Lucknow News: इसकी वजह संस्थान के चतुर्थ श्रेणी कर्मी श्रीराम यादव की गुमशुदगी है। जानकारी के अनुसार- श्रीराम यादव 18 दिसंबर की रात 9 बजे से लापता हैं।
Lucknow News: मंगलवार को राजधानी के गोमती नगर स्थित राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (RMLIMS) में कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया। साथ ही, देर शाम कैंडल मार्च निकालकर पुलिस के ख़िलाफ़ प्रदर्शन भी किया। बता दें कि, पिछले 10 दिनों से लोहिया संस्थान के नियमित कर्मचारियों द्वारा लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है।
इसकी वजह संस्थान के चतुर्थ श्रेणी कर्मी श्रीराम यादव की गुमशुदगी है। जानकारी के अनुसार- श्रीराम यादव 18 दिसंबर की रात 9 बजे से लापता हैं। लेकिन, पुलिस अभी तक उन्हें ढूंढने में सफल न हो सकी है। परिवार वालों के मुताबिक- श्रीराम यादव का अपहरण हो गया है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि, लोहिया अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी श्रीराम यादव के पास 18 दिसंबर की शाम को दो लड़के गाड़ी खरीदने के बहाने से उन्हें ले गए। जिसके बाद, वह घर से निकलकर उससे मिलने को गए। लेकिन, उसके बाद वापस न लौटे। पत्नी के अनुसार- उनकी आख़िरी बात श्रीराम से रात साढ़े नौ बजे के करीब हुई थी, तब उन्होंने सीएनजी डलवाकर लौटने की बात कही थी। लेकिन, उसके बाद वह न लौटे।
कर्मचारियों ने संस्थान से सुरक्षा की मांग उठाई
कर्मचारियों का कहना है कि हम सभी कर्मी अस्पताल में आगंतुक मरीजों की दिन-रात सेवा करते हैं। लेकिन, इसके विपरीत पुलिस अपनी ओर से कर्मी का पता लगाने के लिए कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। एक सप्ताह से अधिक समय हो गया है। अभी तक पुलिस प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गयी है, जिस कारण उनके विषय में अभी तक कोई सूचना उनके परिवारजनों को नहीं मिल पायी है।
उनके परिवार में वे अकेले कमाने वाले थे, जिस कारण उनके परिवार की स्थिति खराब होती जा रही है। इस प्रकार की कार्यशैली पुलिस प्रशासन पर प्रश्न चिन्ह खड़े करती है। सभी कर्मी पुलिस प्रशासन से हमारे कर्मचारी श्रीराम यादव को जल्द से जल्द ढूंढ़ने की मांग करते हैं। संस्थान प्रशासन से भी कर्मचारियों की सुरक्षा हेतु ठोस कदम उठाने हेतु मांग की गई।इसको ध्यान में रखते हुए सभी कर्मचारियों ने संस्थान के प्रशासनिक भवन से पुलिस चौकी तक कैण्डल मार्च निकालकर न्याय की मांग की।
ख़ून की जांच और ऑपरेशन में हो रही दिक्कतें
कर्मचारियों के प्रदर्शन करने से अस्पताल में ख़ून की जांच, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड नहीं हो पा रहे हैं। वहीं, लैब टेक्नीशियन के विरोध से करीब 30-40 ऑपरेशन टाले जा चुके हैं। कर्मचारियों में भी भय का माहौल है। हालांकि, ओपीडी को इससे अलग रखा गया है।
सोमवार को आश्वासन के बाद हड़ताल हुई थी खत्म
सोमवार को पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) द्वारा कर्मचारियों से वार्ता करते हुये कहा गया था कि जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने का प्रयास किया जा रहा है। संस्थान की निदेशक ने विभागीय मंत्री से इसी सम्बन्ध में वार्ता कर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया था।