Lucknow Mein Amit Shah: कल राजधानी में अमित शाह, निषाद समाज के लिए करेंगे बड़ा एलान
Lucknow : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले अमित शाह यूपी में निषाद समाज जनसभा में सम्मिलित होंगे। इस दौरान वे यूपी में तोहफों का एलान करेंगे।
Lucknow: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ आएंगें। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले अमित शाह यूपी में निषाद समाज जनसभा में सम्मिलित होंगे। इस दौरान वे यूपी में तोहफों का एलान करेंगे। साथ ही अमित शाह यूपी राज्य भंडारण निगम के 29 गोदाम समर्पित करेंगे और सहकार भारती के सातवें राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन में शामिल होंगे।
यूपी में निषाद पार्टी (Nishad party) की 17 दिसंबर 2021 को राजधानी लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान (Mata Ramabai Ambedkar Maidan) में 'सरकार बनाओ अधिकार पाओ' संयुक्त विशाल महारैली का आयोजन किया गया है। इस रैली केंद्रीय गृह अमित शाह, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में निषाद समाज के नेता संजय निषाद प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी भाजपा के साथ हैं। सूत्रों के अनुसार, यूपी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और निषाद पार्टी के बीच सीटों की वार्ता भी हो गई है। तभी सीटों के इन बंटवारे को लेकर डॉ संजय निषाद ने कहा है कि उन्हें दो अंकों में सीटें गठबंधन के तहत मिल रही हैं। अब ये कहा जा रहा है कि लखनऊ में 17 दिसंबर को जरूर कुछ बड़ा एलान हो सकता है।
निषाद समाज के लिए कुछ बड़ा
ऐसे में खास बात ये है ,कि इस महारैली में बीजेपी की तरफ से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Cm Yogi Adityanath) आदि शामिल होंगे। रैली की अध्यक्षता निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार निषाद (Nishad party president Sanjay Nishad) करेंगे। 'हम कुछ बड़ा कर सकते हैं'।
इस महारैली के बारे में संजय निषाद बोले, 'पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से इस रैली की तैयारियों जुटने को कहा गया है। उन्होंने बताया, कि 'इस रैली को सफल बनाने लिए हमारे समाज के लोग एकजुट होकर आगे आएंगे। हम अपने समाज के लिए कुछ बड़ा कर सकते हैं।'
हो सकती है बड़ी घोषणा निषाद पार्टी के नेताओं दावा किया है कि 17 दिसंबर को बीजेपी के वरिष्ठ नेता और देश के गृहमंत्री अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं। उन्होंने इशारे में बताया कि संभवतः वह घोषणा मछुआ आरक्षण या उस समाज की आर्थिक सामाजिक व राजनैतिक आरक्षण को लेकर हो सकती है।