Priyanka Gandhi Ki Giraftari: अपनी दादी इंदिरा गांधी के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है प्रियंका ने, कांग्रेस महासचिव की जिद से सरकार व प्रशासन का सिरदर्द बढ़ा

प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी को लेकर लगभग 40 घण्टे गुजर गए हैं। ऐसे में कई घण्टों से प्रशासनिक अमला प्रियंका को यह समझाने में जुटा हुआ है कि आप यहां से सीधे लखनऊ या दिल्ली जाइये।

Report :  Sandeep Mishra
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-10-05 15:18 GMT

 प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के गुजरे लगभग 40 घण्टे

Priyanka Gandhi Ki Giraphtari : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी को लेकर लगभग 40 घण्टे गुजर गए हैं ।.लेकिन सरकार अभी यह तय नहीं कर पा रही है कि प्रियंका गांधी को जमानत पर रिहा करना है या अभी इसी तरह पुलिस कस्टडी में रखना है।

बहरहाल, सीतापुर प्रशासन ने पीएसी गेस्ट हाउस को एक अस्थायी जेल में तब्दील कर दिया है।जिसमे प्रियंका(Priyanka Gandhi Ki Giraftari) के साथ एमएलसी दीपक हुड्डा, प्रदेश कॉग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भी इस अस्थायी जेल में शांति भंग की धाराओं में गिरफ्तार कर पुलिस की कस्टडी में रखा गया है।

इस वजह से सिटी मजिस्ट्रेट जमानत पर सुनवाई करने नहीं आये

बताया यह जा रहा है कि शान्ति भंग की धाराओं में प्रियंका समेत अन्य नेताओं का चालान करने के बाद जिला प्रशासन ने यह तय किया था कि सिटी मजिस्ट्रेट को पीएसी गेस्ट हाउस में बुलाकर सभी को जमानत दें देँगे।

लेकिन जब प्रियंका(Priyanka Gandhi Ki Giraftari) ने प्रशासन को यह स्पष्ट रूप से बता दिया कि वे रिहा होने के बाद सीधे लखीमपुर तिकोनियाँ में किसानों व मृतक किसानों के परिवार से मिलने जाएंगी, तब प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए है।


पिछले कई घण्टों से प्रशासनिक अमला प्रियंका(Priyanka Gandhi Ki Giraftari) को यह समझाने में जुटा हुआ है कि आप यहां से सीधे लखनऊ या दिल्ली जाइये।आपको लखीमपुर जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती है । लेकिन प्रियंका अपनी जिद पर अभी भी अड़ी हैं।बस इसीलिए सिटी मजिस्ट्रेट जमानत पर सुनवाई करने पीएसी गेस्ट हाउस अब तक नहीं पहुचे हैं।

अपनी दादी इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ दिया प्रियंका ने

तीन अक्टूबर यह दिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक अहम दिन के तौर पर दर्ज है। आज प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी(Priyanka Gandhi Ki Giraftari) के समय ने इस इतिहास की महत्ता को और भी बढ़ा दिया है।विगत वर्ष 1977 में इसी दिन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गिरफ्तार करने के बाद16 घंटे के भीतर रिहा किया गया था।यह उन दिनों की बात है जब देश में तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नेतृत्व में जनता पार्टी की सरकार थी और चौधरी चरण सिंह गृह मंत्री थे।

चुनाव प्रचार के दौरान इस्तेमाल की गई जीपों की खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार इंदिरा गांधी को सुबूत न होने के कारण 16 घंटे बाद ही अदालत ने रिहा करने का आदेश दिया।प्रियंका गांधी भी तीन अक्तूबर की रात को लखनऊ एयरपोर्ट प्लेन से आयीं थीं ।

चार अक्तूबर की सुबह तड़के चार बजे सीतापुर प्रशासन ने उन्हें हिरासत में लेकर पीएसी गेस्ट हाउस में शिफ्ट किया था।प्रियंका गिरफ्तारी(Priyanka Gandhi Ki Giraftari) के अब लगभग 40 घण्टे से ऊपर होने जा रहे हैं । लेकिन प्रशासन उन्हें व उनके नेताओं को शांति भंग की धाराओं में जमानत देने की हिम्मत नही जुटा पा रहा है।जबकि उन पर व उनके नेताओं पर लगीं सभी धाराएं बेलेबिल हैं।

इससे पूर्व भी प्रियंका व राहुल हो चुके हैं गिरफ्तार

आज से 10 साल पहले 7 मई, 2011 को गौतमबुद्धनगर के भट्टा पारसौल में भूमि अधिग्रहण आंदोलन को लेकर ग्रामीणों और पुलिस के बीच हिंसा हुई थी। इसमें दो किसानों और दो पुलिसकर्मियों की गोली लगने से मौत हो गई थी। हिंसा में तत्कालीन जिलाधिकारी दीपक अग्रवाल को भी गोली लगी थी। इसके बाद यहां माहौल खराब हो गया था।

राहुल गांधी एक स्थानीय नेता के साथ बाइक पर बैठकर किसानों के बीच पहुंच गए थे। तब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।साल 2019 में सोनभद्र में घोरावल तहसील के उम्भा गांव में जमीन विवाद में नरसंहार हुआ था। जिसमें 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी। 28 लोग घायल हुए थे।


तब प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi Ki Giraftari) ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। वह पीड़ितों से मिलने के लिए सोनभद्र पहुंच गई थीं। उन्हें पीड़ितों से मिलने के लिए 26 घंटे तक जद्दोजहद करनी पड़ी थी। उन्हें गिरफ्तार कर चुनार गेस्ट हाउस में रखा गया था। वह पूरी रात धरने पर बैठी रहीं। अगले दिन उन्हें गेस्ट हाउस में पीड़ित परिवार वालों से मिलवाया गया था।

चाचा संजय गांधी भी छह बार गए थे जेल

विगत वर्ष 1977-79 के बीच संजय गांधी को आरोपी के रूप में कई बार शाह कमीशन के सामने पेश होना पड़ा था। 1979 में संजय गांधी को छह बार जेल जाना पड़ा। फिल्म किस्सा कुर्सी के मामले में दो साल जेल की सजा हुई। इंदिरा गांधी भी दो बार गिरफ्तार हुईं।

अब योगी सरकार के गले की फांस बन गयी है प्रियंका की गिरफ्तारी


जिस तरह से किसानों से मिलने के लिये प्रियंका गांधी अपनी जिद पर अड़ गयीं हैं। उसको लेकर अब सीएम योगी को इस मसले का हल निकलते दिखाई नहीं दे रहा है।कल तो सीएम योगी के प्रशासन ने सपा, प्रसपा, आप के नेताओं की गिरफ्तारी कर मामला काफी हद तक मैनेज कर लिया था।किसी भी नेता को लखनऊ के बाहर नहीं निकलने दिया गया था । लेकिन प्रियंका की हठ ने योगी सरकार से लेकर प्रशासन के सिर में दर्द पैदा कर दिया है।

भाई राहुल व कांग्रेसजन बढ़ा रहे हैं प्रियंका का मनोबल

आज दिन में कांग्रेस के हाईकमान व प्रियंका के भाई राहुल गांधी लगातार अपने ट्वीट के माध्यम से अपनी बहन प्रियंका गांधी का मनोबल बढ़ाये हुए हैं।उन्होंने आज योगी सरकार को निशाना बनाते हुए एक ट्वीट किया कि जिसे गिरफ्तार किए हो वो मजबूत कांग्रेसी है।टूटने वाली नहीं है।सत्याग्रह शुरू।जबकि आज देर शाम पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सिद्धू ने योगी सरकार को चेतावनी देते हुए यह ट्वीट किया है कि शीघ्र ही प्रियंका गांधी को रिहा किया जाए ।

अन्यथा भारी संख्या में पंजाब से कांग्रेस के नेता सीतापुर पहुचेंगे।सीतापुर के पीएसी गेट(Priyanka Gandhi Ki Giraftari) के बाहर कल से लेकर लगातार कांग्रसियों का जमावबड़ा बढ़ता ही जा रहा है।आज भी दिन भर प्रियंका गांधी के रिहा करने के लिये कांग्रेसियों की तीखी झड़पें प्रशासन व पुलिस से रुक रुक कर जारी रहीं हैं।

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