UP Chunav 2022: इमरान मसूद के भाई नोमान मसूद RLD छोड़ BSP में शामिल, 6 महीने में ही छोड़ा रालोद का साथ
आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक चेहरों का पार्टी बदलने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में आज नोमान मसूद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल हो गए हैं।
UP Chunav 2022: आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक चेहरों का पार्टी बदलने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में आज नोमान मसूद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल हो गए हैं। बता दें, कि नोमान मसूद कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य और पूर्व विधायक इमरान मसूद के सगे जुड़वा भाई हैं। इनकी एक और पहचान सहारनपुर की सियासत में 46 सालों तक राज करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और नौ बार के सांसद काजी रशीद मसूद के भतीजे के रूप में भी है।
गौरतलब है, कि छह महीने के भीतर नोमान मसूद ने दूसरी बार दल बदला है। इससे पहले वो कांग्रेस छोड़कर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) में शामिल हो गए थे। उनकी पहचान इमरान मसूद के सगे भाई के तौर पर ज्यादा रही है। नोमान दो बार गंगोह विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और दोनों बार हार गए थे। इससे पहले, भी जब नोमान ने रालोद का दामन थामा था तब उनके बसपा में शामिल होने की चर्चाएं थीं। तब किसी ने उनके रालोद में जाने का अनुमान तक नहीं लगाया था।
2017 और 2019 का उप चुनाव हार चुके हैं नोमान मसूद
दरअसल, नोमान मसूद ने गंगोह विधानसभा सीट साल 2017 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। तब कांग्रेस और सपा का गठबंधन हुआ था। लेकिन इस सीट पर सपा के प्रत्याशी ने भी ताल ठोकी थी। तब नोमान करीब 38,000 वोटों के अंतर से बीजेपी के प्रदीप चौधरी से चुनाव हार गए थे। पहले प्रदीप के पिता मास्टर कंवर पाल और फिर प्रदीप को काजी परिवार ने ही इस सीट पर चुनाव लड़ाकर निर्दलीय भी विधायक बनवाया था।
फिर, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से प्रदीप चौधरी कैराना सीट से सांसद निर्वाचित हुए। यह विधानसभा सीट खाली हो गई। उसी साल हुए उपचुनाव में नोमान ने फिर से कांग्रेस के टिकट से किस्मत आजमाई, लेकिन इस बार बीजेपी के कीरत सिंह से करीब 5,000 वोटों के अंतर से हार गए।