UP Election: 12 अक्टूबर को फिर रथ पर सवार होंगे अखिलेश-शिवपाल, समाजवादी कुनबे में नहीं बनी बात
यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सपा 12 अक्टूबर से चुनावी कैंपेन शुरू करेगी
UP Election: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) 12 अक्टूबर से अपना चुनावी कैंपेन और तेज करने जा रही है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) 12 अक्टूबर से 'समाजवादी विजय यात्रा' (Samajwadi Vijay Yatra) की शुरुआत करेंगे। विजय यात्रा लेकर अखिलेश यादव हर जिला और विधानसभा क्षेत्र में जाएंगे और अपनी पार्टी के लिए माहौल तैयार करेंगे। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) जनसभा को संबोधित कर जनता से परिवर्तन की अपील और अपने लिए समर्थन मागेंगे। वहीं उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के संरक्षक शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) भी 12 अक्टूबर से भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा से सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा (samajik parivartan rath yatra) शुरू करेंगे।
अखिलेश यादव ने जारी किया पोस्टर
बता दें इस यात्रा के दौरान अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनकी पार्टी के नेता लोगों को भाजपा सरकार के खिलाफ जानकारी देंगे। पार्टी के नेता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि समाजवादी विजय यात्रा (Samajwadi Vijay Yatra) के दौरान भाजपा की भ्रष्ट, निरंकुश और दमनकारी नीतियों से जनता को अवगत कराया जाएगा। हालांकि सपा प्रमुख की यात्रा अभी किन मार्गों से होकर गुजरेगी, पार्टी की ओर से अभी इसे सार्वजनिक नहीं किया है।
31 जुलाई, 2001 को शुरू किया था पहली क्रांति यात्रा
अखिलेश यादव सबसे पहले 31 जुलाई, 2001 में पहली कांति रथ यात्रा लेकर प्रदेश में निकले थे। दूसरी बार क्रांति रथ यात्रा 12, सितंबर 2011 को वह यूपी के गांव-गांव, गली-गली घूमे। जिसका नतीजा यह रहा कि 2012 के चुनाव में उनकी पार्टी को प्रचंड बहुमत हासिल हुआ। इसके बाद गदगद उनके पिता और तत्कालीन समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बेटे को यूपी राजगद्दी सौंपने का एलान किया था। जिसके बाद अखिलेश यादव ने 2012 में पहली बार यूपी के सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में सबसे बड़े सूबे की कुर्सी को संभाला। अब एक बार फिर जब सपा की कमान उनके हाथों में है, तो वह उत्तर प्रदेश में 12 अक्टूबर से समाजवादी विजय यात्रा निकालने जा रहे हैं।
मथुरा से शिवपाल यादव निकालेंगे रथ यात्रा
अखिलेश यादव से नाराजगी के बाद अपनी अलग पार्टी बनाने वाले प्रगतिशील समाजवादी (लोहिया) पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव भी विधानसभा चुनाव 2022 में अपनी ताकत का प्रदर्शन करने को सामाजिक परिवर्तन रथ (samajik parivartan rath yatra) पर सवार होकर सूबे के भ्रमण पर निकलेंगे। शिवपाल 12 अक्टूबर को बांकेबिहारी के दर्शन करके मथुरा-वृंदावन से सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा शुरू करेंगे। इसीलिए शिवपाल ने गठबंधन के लिए अखिलेश यादव को 11 अक्टूबर तक आखिरी अल्टीमेटम दे रखा है। लेकिन अखिलेश यादव या समाजवादी पार्टी तरफ से अभी इस पर कोई बयान सामने नहीं आया है। फिलहाल अखिलेश और शिवपाल यादव के लिए यह चुनाव साख का सवाल बन गया है।
अखिलेश को तीन चुनाव में मिल चुकी है करारी शिकस्त
समाजवादी पार्टी में विखराव के बाद अखिलेश यादव 2022 के चुनाव में किसानों की बीजेपी से नाराजगी और एंटी इनकम्बेंसी फायदा उठाने की रणनीति तैयार कर चुके हैं। यही वजह है कि वह विजय यात्रा के जरिए प्रदेश में सपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए निकल रहे हैं। गौरतलब है कि 2017 के चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन के बावजूद उन्हें करारी शिकस्त मिली थी। 2019 के चुनाव में अखिलेश यादव मुलायम सिंह यादव की धुरविरोधी बीएसपी सुप्रीमो मायावती से गठबंधन करके लोकसभा का चुनाव लड़े थे।लेकिन सपा-बसपा का गठबंधन भी कोई कमाल नहीं दिखा पाया। बीजेपी के आगे दोनों पार्टियों का तालमेल कमाल नहीं कर पाया।