Ayodhya News: धन्नीपुर मस्जिद निर्माण में फंसा पेंच, एग्रीकल्चर यूज की जमीन में नहीं कर सकते निर्माण
Ayodhya News Today: अयोध्या मस्जिद के ट्रस्टी ने बताया, 15 दिन पहले पता चला कि हमें मिली जमीन एग्रीकल्चर यूज वाली है और उसमें कंस्ट्रक्शन नहीं कर सकते, अब हमने लैंड यूज बदलने का आवेदन दिया है।
Ayodhya: अयोध्या मस्जिद के ट्रस्टी ने बताया, 15 दिन पहले पता चला कि हमें मिली जमीन एग्रीकल्चर यूज वाली है और उसमें कंस्ट्रक्शन नहीं कर सकते, अब हमने लैंड यूज बदलने का आवेदन दिया है।
अयोध्या में धन्नीपुर मस्जिद निर्माण के लिए हिंदू समुदाय आया आगे
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में धन्नीपुर मस्जिद निर्माण के लिए हिंदू समुदाय आगे आ रहा है। इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के ट्रस्टी अरशद अफजाल खान का दावा है कि सबसे पहले 11 चंदे हिंदू भाइयों के आए हैं। मस्जिद निर्माण के लिए हिंदू समुदाय गुप्त दान कर रहा है। उनका नाम और धनराशि गुप्त रखी गई है। मंदिर-मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राज्य सरकार ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में 5 एकड़ जमीन दी है।
नक्शा पास करने की प्रक्रिया अयोध्या विकास प्राधिकरण में अभी लंबित
नक्शा पास करने की प्रक्रिया अयोध्या विकास प्राधिकरण में अभी लंबित है। 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद पर आखिरी फैसला सुनाया था। सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन दी गई थी। मस्जिद निर्माण के लिए सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश से चंदा आया है। ट्रस्ट ने ये रकम गिनी तो हिंदू-मुस्लिम सौहार्द की एक नई तस्वीर सामने आई है।
मस्जिद बनाने के लिए हिंदुओं ने दिया कुल दान का 40 प्रतिशत हिस्सा
वहीं मस्जिद बनाने के लिए अब तक मिले कुल दान का 40 प्रतिशत हिस्सा हिंदुओं ने दिया है लेकिन फैसले के 3 साल बाद भी मस्जिद निर्माण का काम अटका हुआ है। अयोध्या मस्जिद के ट्रस्टी अरशद अफजाल खान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि, 15 दिन पहले पता चला कि हमें मिली जमीन एग्रीकल्चर यूज वाली है और उसमें कंस्ट्रक्शन नहीं कर सकते। हमने लैंड यूज चेंज करने और उस पर 7 मंजिला बिल्डिंग बनाने के लिए अयोध्या डेवलपमेंट अथॉरिटी को आवेदन दे दिया है, अधिकारियों के सहयोग से काम पूरा हो रहा।