Ayodhya Ram Navami: भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला कौशाल्या हितकारी... श्रीराम की भक्ति में सराबोर अयोध्या

Ayodhya Ram Navami 2023- गुरुवार दोपहर के 12 बजे जैसे ही कनक भवन में रामलला का जन्म हुआ, परिसर स्थित अस्थाई मंदिर सहित कई मठ मंदिरों में घंटा-घड़ियाल बजने लगे। चारों तरफ 'भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला कौशाल्या हितकारी' की ध्वनि से पूरी अयोध्या गुंजायमान हो उठी।

Update:2023-03-30 21:34 IST
अयोध्या में रामनवमी पर 25 लाख श्रद्धालुओं के स्नान का दावा

Ayodhya Ram Navami 2023- चैत्र रामनवमी पर प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। महापर्व को मनाने के लिए एक दिन पहले से ही श्रद्धालुओं ने डेरा डाल रखा था। राम जन्मभूमि सहित सभी मंदिरों में भक्त जन्मोत्सव की प्रतीक्षा में पलक पावड़े बिछाये रहे। दोपहर के 12 बजे कनक भवन में जैसे ही रामलला का जन्म हुआ, रामलला के अस्थाई मंदिर सहित मठ-मंदिरों में घंटा-घड़ियाल और शंख की ध्वनि गूंजने लगी। 'भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला कौशाल्या हितकारी..' की ध्वनि से पूरी अयोध्या गुंजायमान हो उठी। जगह-जगह सोहर व बधाई गीत बजने शुरू हो गए। श्रद्धालु भी ढोल-नगाड़ों की थाप पर झूमते नजर आए।

दोपहर बारह बजे जन्मोत्सव के बाद रामलला की खास आरती उतारी गई। प्रभु के बाल स्वरूप को आज जो भोग लगाया गया, उसी को श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद के तौर पर वितरित किया गया। जन्मोत्सव पर रामलला का अस्थाई मंदिर अलग-अलग तरह के फूलों की महक से सुगंधित हो उठा। इस दौरान मंदिर को फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया था। खासकर, रामनवमी को लेकर खासी तैयारियां की गई थीं। पूरे 9 दिन तक भगवान रामलला को नए वस्त्र धारण कराए गए। जन्मोत्सव पर भगवान के दर्शन के लिए राम मंदिर में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। जन्मोत्सव की शोभा देख रामनगरी आये श्रद्धालु निहाल हो गये।

25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया स्नान

गुरुवार सुबह तड़के से ही श्रद्दालु सरयू नदी में आस्था की डुबकी लगाने लगे। प्रशासन का दावा है कि श्रीराम जन्मोत्सव पर पतित पावनी नदी में 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। प्रशासन की ओर दोपहर 12 बजे तक 25 लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या में मौजूद होने के दावे किए गए। कोरोना महामारी के चलते दो साल बाद रामनगरी में रामजन्मोत्सव की धूम देखने को मिल रही है। एक दिन पहले से श्रद्धालुओं का यहां आना शुरू हो गया था।

जन्मोत्सव का लाइव प्रसारण

भगवान राम का जन्मोत्सव श्रीराम लला विराजमान मंदिर जन्मभूमि परिसर एवं कनक भवन से सजीव प्रसारण की व्यवस्था की गयी थी। अयोध्या-श्रीराम जन्मभूमि परिसर, कनक भवन व अयोध्या के सभी मठ-मंदिरों में भगवान श्रीरामलला का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम एवं भव्यता के साथ मनाया गया, जिसका लाइव प्रसारण श्रीराम जन्मभूमि परिसर व कनक भवन में दूरदर्शन, आकाशवाणी के द्वारा किया गया। अन्य सभी चैनल ने भी दूरदर्शन के सहयोग से भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया। रामजन्मभूमि परिसर में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्यों, संत महात्माओं, विश्व हिन्दू परिषद के गोपाल पंकज सहित सभी एलएनटी और टाटा कंस्लटेंसी से जुड़े हुये इंजीरियर, अभियन्ता उपस्थित थे।

आवागमन की बेहतर व्यवस्था

जिला प्रशासन द्वारा श्रद्वालुओं एवं भक्तगणों को अपने गनतव्य तक जाने के लिए इलेक्ट्रिक बसों सहित बड़ी संख्या में हर तरफ जाने के लिए बसें तैनात कर रखी हैं। रेलवे द्वारा भी यात्रियों को ले जाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गयी है। रेलवे स्टेशनों पर जीआरपी एवं रेलवे पुलिस द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है। अयोध्या पूर्ण रूप से स्वच्छ एवं सुन्दर दिखे इसके लिए नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर सफाई कर्मियों की तैनाती की गयी है। धीरे धीरे श्रद्वालु जन्मोत्सव कार्यक्रम के पश्चात अपने गनतव्य के लिए प्रस्थान कर रहे है। बस स्टेशनों व अस्थायी बस स्टेशनों पर पेयजल, सफाई कर्मी व ध्वनि विस्तारक यंत्र आदि की व्यवस्था करने के साथ सभी चालक एवं परिचालकों को श्रद्वालुओं के साथ सद्भाव पूर्वक व्यवहार करने के निर्देश दिये गये हैं।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला व पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा-व्यवस्था के व्यापक इंजताम किए गए हैं। श्रद्धालुओं के अलावा साधु संत भी भगवान राम की भक्ति में लीन दिखे। अयोध्या के प्रमुख मठ-मंदिरों, अशर्फी भवन, श्री राम बल्लभा कुंज, दशरथ महल और लक्षमण किला में भी धूमधाम से जन्मोत्सव मनाया गया।

हेल्पलाइन नंबर जारी

अयोध्या मेला में बाहर से आये हुये श्रद्वालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय अयोध्या में कन्ट्रोल रूम बनाया गया है। इसका दूरभाष नम्बर (05278) 232043, 232044, 232046, 232047/9120989195, 9454402642 है। इसके अलावा सूचना प्रसारण केन्द्र/पब्लिक एड्रेस सिस्टम पूर्ण रूप से सक्रिय है, जिसके जरिए खोये एवं भटके लोगों को भी उनके परिवारों से मिलाने का काम किया जा रहा है।

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