OP Rajbhar: अखिलेश के गढ़ में हुंकार भरेंगे ओमप्रकाश राजभर, 27 अक्टूबर को करेंगे विशाल रैली, PM मोदी को भी भेजा न्योता

OP Rajbhar: पूर्व कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) सुप्रीमो ओम प्रकाश राजभर बड़ी रैली करने जा रहे हैं। सपा गठबंधन छोड़ एनडीए में शामिल होने के बाद ये उनकी पहली पब्लिक मीटिंग होगी।

Update:2023-07-20 10:08 IST
ओमप्रकाश राजभर और अखिलेश यादव ( सोशल मीडिया)

OP Rajbhar: पूर्व कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) सुप्रीमो ओम प्रकाश राजभर बड़ी रैली करने जा रहे हैं। सपा गठबंधन छोड़ एनडीए में शामिल होने के बाद ये उनकी पहली पब्लिक मीटिंग होगी। 27 अक्टूबर को वे अपनी पार्टी सुभासपा के स्थापना दिवस के मौके पर मेगा रैली कर रही हैं। इस रैली के लिए उन्होंने जो जगह चुनी है, वो काफी दिलचस्प है। राजभर समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाने वाले आजमगढ़ में अपनी पार्टी का भव्य स्थापना दिवस मनाएंगे।

स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित विशाल रैली में एनडीए के नेताओं का जमावड़ा होगा। यानी बीजेपी समेत यूपी को वो पार्टियां भी शामिल होंगी, जो एनडीए का हिस्सा है। सबसे बड़ी बात ये है कि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की भी संभावना है। सुभासपा के नेताओं ने बताया कि ओपी राजभर ने दिल्ली प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री को रैली में शामिल होने का न्योत दिया है।

आजमगढ़ में कहां होगी रैली ?

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ओम प्रकाश राजभर आजमगढ़ जिले की लालगंज संसदीय सीट पर विशाल रैली करना चाहते हैं। हालांकि, अभी तक कार्यक्रम तय नहीं हो पाया है, लेकिन सुभासपा नेतृत्व का पूरा मन यहीं पर रैली करने का है। दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार और तत्कालीन सांसद नीलम सोनकर को भारी मतों से सपा-बसपा गठबंधन उम्मीदवार के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था। वर्तमान में इस सीट से बीएसपी की संगीता आजाद सांसद हैं। 2019 में इस सीट पर सुभासपा उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहा था। ऐसे में माना जा रहा है कि राजभर यहां बीजेपी के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में बड़ी रैली कर लोकसभा चुनाव के लिए इस सीट पर दावा भी ठोंकना चाहते हैं।

पीएम मोदी भी होंगे शामिल!

पिछले दिनों यानी मंगलवार को देशभर के अन्य एनडीए के नेताओं की तरह सुभासपा प्रमुख ओम प्रकार राजभर भी दिल्ली में थे। एनडीए के घटक दलों की बैठक के दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले भी और उन्हें 27 अक्टूबर के कार्यक्रम की जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक, राजभर ने इस दौरान पीएम मोदी से रैली में शामिल होने का आग्रह किया। जिस पर प्रधानमंत्री ने सकारात्मक जवाब दिया। हालांकि, बीजेपी की ओर से फिलहाल इसे कंफर्म नहीं किया गया है।

आजमगढ़ में पहले भी मोर्चा खोल चुके हैं राजभर

ये कोई पहला मौका नहीं होने जा रहा है, जब सुभासपा सुप्रीमो ओम प्रकाश राजभर सपा के गढ़ में जाकर रैली करेंगे। इससे पहले बीते साल विधानसभा चुनाव में मिली शिकस्त के बाद उनके और अखिलेश यादव के संबंध बेपटरी हो गए थे। तब उन्होंने सितंबर में सावधान यात्रा निकाली थी, जिसे लेकर वो आजमगढ़ भी पहुंचे थे। यहां उन्होंने अखिलेश पर जमकर हमला बोलते हुए उन्हें केवल यादवों का नेता बताया था। राजभर ने कहा था कि वे केवल अपने बिरादरी के लोगों पर ही मरते हैं।

सपा का गढ़ है आजमगढ़

पूर्वांचल का आजमगढ़ समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। सपा के दिवंगत संस्थापक सदस्य मुलामय सिंह यादव और उनके बेटे अखिलेश यादव दोनों इस सीट से जीतकर संसद पहुंच चुके हैं। इस सीट पर एमवाय (मुस्लिम-यादव) समीकरण को काफी मजबूत माना जाता है। यहां सपा के दबदबे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2017 में बीजेपी की प्रचंड लहर के बावजूद कुल 10 विधानसभा सीटों में से 5 पर सपा, 4 पर बसपा और महज एक सीट पर बीजेपी को जीत मिली थी। 2022 के विधानसभा चुनाव में तो बीजेपी यहां खाता भी नहीं खोल पाई। जिले की सभी दस की दस सीटें सपा के हिस्से गईं। हालांकि, बीते साल हुए उपचुनाव में बीजेपी ने सपा के इस गढ़ में सेंध लगा दी थी और भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ जीते थे।

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